कलेक्टर द्वारा कंटेनमेंट जोन का जायजा
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने सोमवार को विदिशा तहसील के ग्राम चितौरिया में बनाए गए कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा साथ मौजूद थे। कलेक्टर डॉ जैन ने कंटेनमेंट जोन में पहुंचकर मापदण्डो के अनुरूप किए गए प्रबंधो का जायजा लिया। यहां उन्होंने क्षेत्र एवं वफर जोन में स्वास्थ्य परीक्षण के संबंध में जानकारियां प्राप्त की वही ग्राम में आने जाने के मार्ग का निर्धारण उपरांत अन्य मार्गो को अवरूद्व बनाए रखने के निर्देश दिए है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने मेप टीम से चर्चा की तथा कंटेनमेंट जोन से निकासी एवं प्रवेश द्वार को नियंत्रित करने हेतु किए गए प्रबंधो के अलावा सेनेटाइजर दल, कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत आने वाले घरो के सर्वे हेतु गठित दल के संबंध में जानकारियां प्राप्त की है। पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा ने कंटेनमेंट जोनो में तैनात पुलिस अमले को सख्त हिदायत दी है कि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के अन्दर प्रवेश ना करें। इसी प्रकार क्षेत्र के अंदर आने जाने के मार्ग पर पंजी संधारित करने वालो से उन्होंने चर्चा की और पंजी का अवलोकन किया।
लॉक डाउन में शिथिलता के संबंध में निर्णय
वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा लॉक डाउन को शिथिल करने के दृष्टिकोण से एक जून को जारी बिन्दुओं पर राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिए गए है कि जानकारी देते हुए कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बताया कि स्टेट कंट्रोल रूम प्रभारी एवं अपर मुख्य सचिव श्री आईसीपी केशरी द्वारा राज्य सरकार के निर्णय आदेश को जारी किया गया है। तदानुसार प्रदेश के किसी भी जिले से दूसरे जिले में जाने के लिए किसी भी प्रकार के पास एवं अनुमति की आवश्यकता नही होगी।मध्यप्रदेश राज्य से बाहर जाने व मध्यप्रदेश राज्य में अन्य प्रदेश से आने के लिए किसी पास की आवश्यकता नही होगी। किन्तु किसी व्यक्ति को अपनी सुविधा के लिए ई पास की आवश्यकता महसूस होती है तो ogww.mapit.gov.in/covid-19 में सम्पूर्ण विवरण के साथ जानकारी भरते ही स्वंयमेव ई पास जारी हो जाएगा। जिसका प्रिन्ट आउट लेकर व्यक्ति यात्रा कर सकेंगे।
कलेक्टर द्वारा उपार्जन कार्यो की समीक्षा
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने सोमवार को उपार्जन कार्यो की समीक्षा अपने चेम्बर में की। उन्होंने गेंहू उपार्जन कार्यो के तहत तौल संबंधी कार्यो की जानकारी कॉ-आपरेटिव बैंक के सीईओ श्री विनय प्रकाश सिंह से प्राप्त की। उन्होंने अवगत कराया कि अब किसी भी समिति में किसी भी प्रकार का गेंहू का तुलाई कार्य पूर्णतः बंद हो गई है। कलेक्टर डॉ जैन ने उपार्जन केन्द्रों पर भण्डारित गेंहू का शीघ्रतिशीघ्र परिवहन कर गोदामो में भण्डारित कराने के निर्देश मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक श्री सोनू गर्ग को दिए। कलेक्टर डॉ जैन ने सहकारी संस्थाएं के उप पंजीयक श्री केके द्विवेदी को निर्देश दिए कि भ्रमण कर समितियों में परिवहन हेतु लंबित गेंहू की मात्रा की जानकारी प्रस्तुत करेंं। साथ ही समितियो में स्पष्ट रूप से क्रियान्वित कराएं कि उपार्जन कार्य पूर्णतः शासन के नियमानुसार अब बंद हो चुका है। विशेष परिस्थितियों में शासन से प्राप्त अनुमति समितियों में ही गेंहू उपार्जन कार्य किया जा सकेगा। कलेक्टर डॉ जैन ने अब तक किसानो को किए गए भुगतान की जानकारी कॉ-आपरेटिव बैंक के सीईओ से प्राप्त की। कलेक्टर डॉ जैन ने चना उपार्जन कार्यो की भी समीक्षा की। ततसंबंध में कृषि विभाग के अधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में 62 उपार्जन केन्द्रों पर चना समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। आज दिनांक तक 8628 किसानो से 185978.44 कि्ंवटल चने की खरीदी की गई है। जिसमें से 117918.65 कि्ंवटल परिवहन किया जा चुका है। उक्त बैठक में अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह, जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू, किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के द्वय सहायक संचालक श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर, श्री एनपी प्रजापति के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
नटेरन व शमशाबाद एसडीएम का दायित्व श्री प्रवीण प्रजापति को
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने जिले में पदस्थ डिप्टी कलेक्टरों के पूर्व जारी कार्य विभाजन आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए नटेरन व शमशाबाद अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं दण्डाधिकारी का दायित्व श्री प्रवीण प्रजापति को सौंपा है। श्री प्रजापति ने रविवार 31 मई को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। निवर्तमान एसडीएम श्री शैलेन्द्र सिंह को जिला मुख्यालय पर पदस्थ किया गया है। नवागत एसडीएम श्री प्रवीण प्रजापति से उनका मोबाइल नम्बर 9425077269 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाई
मलेरिया नियंत्रण निरोधक गतिविधियों का क्रियान्वयन जिले में जून मासांत तक अभियान के रूप में किया जा रहा है। जिला मलेरिया कार्यालय (सिटी हास्पिटल) परिसर में आज एक जून को अतिथियों द्वारा विधिवत कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। विधायक श्री शशांक भार्गव तथा नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने आयोजित प्रदर्शनी का फीता काटकर शुभांरभ किया। वही परिसर से मलेरिया रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अतिथियों द्वारा मलेरिया निरोधक गतिविधियों के संबंध में जानकारियां प्राप्त की गई वही आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने अवगत कराया कि महीने भर आयोजित होने वाली गतिविधियों का मुख्य उद्वेश्य आमजनों को मलेरिया के प्रति जनजागृति लाने का प्रयास करना है। स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी विभिन्न संसाधनो के माध्यम से दी जाएगी। जिला मलेरिया अधिकारी श्री बीएम वरूण ने प्रचार रथ के भ्रमण की जानकारी से अतिथियों को अवगत कराया। आमजनों के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार गतिविधियों का संदेश पहुंचे इसके लिए जून माह तक जागरूकता रथ जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करेगा ताकि आमजन मलेरिया किन कारणो से होता है से भलीभांति अवगत होकर उन कारणो का निदान अपने घरो में कर सकें। साथ ही सहज सरलता से अवगत हो सकें इसके लिए तैयार किए गए पम्पलेट एवं साहित्य का वितरण ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक किया जाए साथ ही साथ प्रचार रथ के माध्यम से रक्त पटिटका भी संग्रहित की जाए और बुखार पीड़ितों को मलेरिया से बचाव के उपायों की भी जानकारी दी जाए। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि रथ जिले के सभी विकासखण्डो में भ्रमण कर प्रचार-प्रसार की गतिविधियों का क्रियान्वयन करेगा। मलेरिया रथ में कर्मचारियों की तैनाती की गई है साथ ही साथ भ्रमण के दौरान संबंधित खण्ड चिकित्सा अधिकारी, लेबटेक्निशियन, माईक्रोस्कोप की व्यवस्थाएं कराना सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर एपीडिमीयोलॉजिस्ट डॉ शोएब खॉन, प्रभारी जिला मीडिया अधिकारी श्री बीएस दांगी, प्रभारी सहायक मलेरिया अधिकारी श्री कोमल प्रसाद अहिरवार सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
खण्ड स्तरीय समिति का गठन
कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा गोदाम स्तर पर रिजेक्ट किए गए चने की गुणवत्ता संबंधी जांच के लिए विकासखण्ड स्तरीय समिति गठित करने का आदेश जारी कर दिया है। उक्त समिति में तहसीलदार, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, सहकारिता निरीक्षक एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को शामिल किया गया है। प्रत्येक विकासखण्ड के लिए गठित उक्त समिति जांच संबंधी अपनी रिपोर्ट तीन दिवस में प्रस्तुत करेंगी। कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा जारी आदेश में उल्लेख है कि जिले में दस जून 2020 तक चना का उपार्जन कार्य किया जाना है। उनके संज्ञान में लाया गया कि केन्द्र स्तर पर सर्वेयर द्वारा एफएक्यू विश्लेषण किया गया, चना गोदाम स्तर पर नाफेड के सर्वेयर द्वारा नॉन एफएक्यू बताकर रिजेक्ट किया जा रहा है। उक्त कारण से चना की गुणवत्ता निर्धारण में केन्द्रों पर संशय की स्थिति बन रही है एवं किसानो के भुगतान में अनावश्यक विलम्ब हो रहा है। उपरोक्त समस्याओं के त्वरित निदान को ध्यानगत रखते हुए कलेक्टर द्वारा खण्ड स्तरीय समिति गठित की है।
दूरदर्शन मध्यप्रदेश के माध्यम से अध्ययन की व्यवस्था पंचायतों में उपलब्ध टेलिविजन का उपयोग कर सकेंगे विद्यार्थी
कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन अवधि में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इस हेतु संचालित डीजी लेब योजना के तहत जिन बच्चों, अभिभावको के पास एड्रांयड मोबाइल की सुविधा नही है उनके लिए दूरदर्शन मध्यप्रदेश (डीडी एमपी) के माध्यम से अध्ययन की व्यवस्था की गई है। शासकीय विद्यालयों के शिक्षक, विद्यार्थियों द्वारा मास्क लगाकर सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करते हुए अध्ययन किए जाने हेतु ग्राम पंचायतों में उपलब्ध टेलीविजन सेट का उपयोग किया जा सकेगा। जिला पंचायत के सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने ततसंबंध में सभी सरपंच, सचिव को पत्र प्रेषित कर ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक समय सारणी अनुसार ग्राम पंचायत उपलब्ध टेलीविजन द्वारा अध्ययन सुनिश्चित कराया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि ना हो इस हेतु स्थानीय शिक्षक तथा ग्राम पंचायत सहायक को नोडल नियुक्त किया गया है। दूरदर्शन मध्यप्रदेश के माध्यम से अध्यापन कार्य हेतु की गई व्यवस्था तथा जारी समय सारणी की जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी श्री एसपी त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार से शुक्रवार तक कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों हेतु अध्ययन की पृथक-पृथक समय अंतराल पर प्रसारण किया जाएगा। जारी कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 9वीं के विद्यार्थियों हेतु प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक, कक्षा 11वीं के विद्यार्थी प्रातः 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक जबकि 10वीं के विद्यार्थी दोपहर 12 बजे से एक बजे तक तथा 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए अध्यापन संबंधी कार्यो का सम्पादन दोपहर तीन बजे से सांय चार बजे तक दूरदर्शन मध्यप्रदेश के माध्यम से सम्पादित किया जाएगा। जिला पंचायत सीईओ के द्वारा जारी आदेश की प्रतियां जिले के समस्त बीईओ, बीआरसी, सीआरसी के अलावा समस्त प्राचार्य, प्राधानाध्यापकों तथा ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध कराई गई है और संबंधितों को सौंपे गए दायित्वों का पूर्ण ईमानदारी से निर्वहन करने के निर्देश दिए गए है।
सार्थक एप के नए स्वरूप से प्रशिक्षित
कोविड-19 की जानकारी त्वरित प्राप्त करने हेतु सार्थक एप के नए स्वरूप से संबंधित अवगत हो सकें इसके लिए जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। मास्टर ट्रेनर्स व जिला प्रबंधक ई गवर्नेंस श्री निजामुद्दीन शेख ने प्रशिक्षणार्थियों एमएमयू और सर्वे टीम के सदस्यों को सार्थक एप के संचालन एवं एनएचएम पोर्टल पर जिला स्तरीय जानकारियां दर्ज करने की प्रायोगिक जानकारियां दी गई। कलेक्ट्रेट के ई दक्ष केन्द्र में आयोजित प्रशिक्षण में शामिल पचास चिकित्सकों को नवीन विधा से अवगत कराया गया है साथ ही उनकी जिज्ञासाओं का समाधान मास्टर ट्रेनर्स श्री शेख के द्वारा किया गया है।
सिरोंज के छह ग्रामो में अचानक टिड्डी दल पहुंचा टिड्डी दल के रोकथाम हेतु प्रभावी कार्यवाही
विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के छह ग्रामों में आज अचानक टिड्डी दल अशोकनगर से होता हुआ नजर आया है। सिरोंज एसडीएम श्री अनिल कुमार सोनी ने बताया कि सिरोंज तहसील के ग्राम बामोरीशाला, ललितपुर गांव, करैया हाट, शहराखेडी, कोलुआखेडा एवं बुढेना में अचानक टिड्डी दल पहुंचने से उनके नियंत्रण हेतु प्रभावी कार्यवाही की गई है। एसडीएम श्री सोनी ने आमजनों से आग्रह किया है कि टिड्डी दल के प्रकोप को रोकने के लिए पूर्व में बतलाए गए उपायों का उपयोग जरूर करें ताकि टिड्डी दल से होने वाली हानि को रोका जा सकें। उन्होंने बताया कि वर्तमान में किसी भी प्रकार की फसल खेतो में नही होने के कारण फसलीय नुकसान से सभी ग्राम सुरक्षित है। जबकि टिड्डी दल के द्वारा बडे झाडो की पत्तियों को चट करने का प्रयास किया गया है किन्तु स्थानीय नागरिकों की सजगता एवं जागरूकता से टिड्डी दल के प्रभाव को कम किया गया है। टिड्डी दल इन गांवो से आगे निकल गया है। ज्ञातव्य हो कि टिड्डाध्टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचाने वाला कीट है जो कि समूह में एक साथ चलता है और बहुत लम्बी-2 दूरियों तक उड़ान भरता है। यह फसल को चबाकर, काटकर खाने से नुकसान पहुंचाता है। अतः स्पष्ट है कि ये उद्यानिकी फसलों, वृक्षों एवं कृषि की फसलों को बहुत बड़े रूप में एक साथ हानि पहुचां सकता है। उन्होंने सभी किसान भाईयों से अनुरोध किया है कि सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर नीचे बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें। यदि जिले में टिड्डी दल का प्रकोप होता है तो इसके नियंत्रण के लिये किसान भाई दो प्रकार के साधन अपना सकते हैंः-
भौतिक साधन-
जिसमें किसान भाई टोली बनाकर विभिन्न तरह के परम्परागत उपाय जैसे शोर मचाकर तथा ध्वनि वाले यंत्रो को बजाकर इन्हें डराकर भगाया जा सकता है। इसके लिये मांदल, ढोलक, ट्रैक्टरध्मोटर साइकिल का सायलेंसर, खाली टीन के डिब्बे, थाली इत्यादि से भी सामूहिक प्रयास से ध्वनि की जा सकती है। ऐसा करने से टिड्डी नीचे नहीं आकर फसलों पर न बैठकर आगे प्रस्थान कर जाते हैं।
रासायनिक उपाय
रासायनिक नियंत्रण में सुबह से कीटनाशी दवा ट्रेक्टर चलित स्प्रे पंप, पावर स्प्रेयर द्वारा जैसे क्लोरपॉयरीफॉस 20 ईसी 1200 मिली या डेल्टामेथरिन 2.8 ईसी 600 मिली अथवा लेम्डाईलोथिन 5 ईसी 400 मिली, डाईफ्लूबिनज्यूरॉन 25 डब्ल्यूटी 240 ग्राम प्रति हे. 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। सभी से अनुरोध है कि सतत निगरानी रखें और टिड्डी दल का प्रकोप होने पर बताई गई विधियों को अपनाकर फसलों का बचाव करें।
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