सफलता की कहानी : चिकित्सक ने रक्तदान कर प्रेरित किया
श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय विदिशा में पदस्थ डॉ प्रदीप गुप्ता ने अपने जन्म दिन को यादगार बनाए रखने हेतु स्वंय ने रक्तदान किया और इसके पश्चात् आमजनों को रक्तदान करने हेतु प्रेरित कर रहे है। डाक्टर गुप्ता ने बताया कि अब तक 31 बार रक्तदान किया हूं। उन्होंने रक्तदान की महत्वता के लिए आमजनों को अभिप्रेरित करते हुए आग्रह किया है कि विशेष अवसर पर जैसे जन्म दिन, वैवाहिक वर्षगांठ पर रक्तदान कर आवश्यक मरीजो को अविलम्ब रक्त दिया जा सकें। इसके लिए ब्लड बैंक में विभिन्न गु्रपो का रक्त जमा होना आवश्यक है। रक्तदान के कार्य आप सभी के सहयोग से संभव है।
सफलता की कहानी : तीखी मिर्ची ने दी मिठास
ग्यारसपुर विकासखण्ड में ग्राम पुरागुंसाई के कृषक श्री पृथ्वीराज मीना ने आधुनिक विधि से मिर्च के पौधे रोपित किए थे जो अब तैयार हो गए है और बाजार में मिर्च बेचकर घर परिवार में मिठास घोल रहे है। कृषक पृथ्वीराज मीना ने बताया कि आत्मा परियोजना के द्वारा दी गई जानकारी और योजना की मदद से मैंने ड्रिप सिंचाई के साथ प्लास्टिक मल्च में मिर्ची के पौधे लगाए थे। एक हेक्टेयर में एक लाख बीस हजार रूपए का खर्च आया है जबकि फसल से अभी तक मुझे दो लाख रूपए की आमदनी हो चुकी है।
रायसेन निवासी महिला विदिशा में कोरोना पॉजिटिव चिन्हित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने बताया कि रायसेन जिले में ग्राम किशनपुर की 60 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव चिन्हित हुई है। उक्त महिला के हाथ पैर दर्द एवं चक्कर आने पर महिला का पुत्र बृजेश 25 जून को निजी वाहन से विदिशा के इन्दु जैन नर्सिग होम लेकर आया था नर्सिग होम के चिकित्सक द्वारा महिला का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और सोनोग्राफी कराने की सलाह दी गई। 26 जून को प्रखर सोनोग्राफी सेन्टर पर सोनोग्राफी कराने गए रिपोर्ट आने तक वह महिला अपने पुत्र के घर विदिशा में वैशालीनगर निवास पर रही। इन्दु जैन नर्सिग होम से चिकित्सक के परामर्श पर महिला को उसका पुत्र जिला चिकित्सालय विदिशा में 27 जून को लेकर आया और यहां महिला का सेम्पल लिया गया और संस्थागत क्यूरेन्टाइन किया गया। 27 जून की मध्य रात्रि में ही ट्रू नॉट से जांच की गई। जिला चिकित्सालय के ट्रू नॉट मशीन से कोरोना पाजिटिव आने पर क्यूरेन्टाइन सेन्टर से मेडीकल कॉलेज के कोविड केयर सेन्टर में भर्ती किया गया। उपरोक्त महिला रायसेन जिले की है जिसकी सूचना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा रायसेन जिला प्रशासन को दी गई है जो मेडीकल कॉलेज विदिशा के कोविड केयर सेन्टर में उपचारित है। विभाग द्वारा कोविड-19 के प्रोटोकॉल अनुसार प्रतिबंधात्मक कार्यवाही व कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।
किल कोरोना केम्पेन एक जुलाई से
वर्तमान में कोविड-19 रोग वैश्विक स्तर पर फैला हुआ है इसके बचाव एवं रोकथाम के लिए प्रदेश स्तर पर व्यापक रूप से नियंत्रण कार्य किए जा रहे है। इस हेतु जिले में फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे है जिसमें समस्त बुखार के रोगियों का परीक्षण कर उनकी कोविड-19, मलेरिया, डेंगू रोग से संबंधित जांच की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने बताया कि जिले में कोविड-19 बीमारी की ट्रांसमिशन चेन को तोड़ने के लिए आमजनों को कोविड-19 बीमारी से बचाव और अधिक जानकारी देने के लिए प्रदेशयापी अभियान जो एक जुलाई से 15 जुलाई तक स्पेशल फीवर क्लीनिक केम्पेन किल कोरोना संचालित किया जाना है इस अभियान मेंं गठित दल द्वारा घर-घर जाकर बुखार के रोगियों की खोज की जाएगी तथा बुखार के रोगी पाए जाने पर या लक्षण परलिक्षित होने पर उनकी कोविड-19, मलेरिया, डेंगू की शत प्रतिशत जांच की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहिरवार ने इसके लिए जिले में पायलेट दल के रूप में आशा, आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगी का सर्व दल गठित कर उन्हें तीस जून मंगलवार के पूर्व विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षित करने के निर्देश समस्त बीएमओ को जारी किए है। इसके अलावा सर्विलेंस कार्य हेतु बहुउद्वेश्शीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एएनएम एवं बहु उद्वेश्शीय स्वास्थ्य पर्यवेक्षक तथा बीईई, एलएचव्ही, मलेरिया निरीक्षक, मलेरिया टेक्निकल सुपरवाईजर सहित अन्य विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों की नॉन दर्ज ड्यूटी निर्धारित की गई है। समस्त अनुविभाग में बीएमओ, महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों तथा स्वंयसेवी संगठनों के सक्रिय भागीदारी के साथ किल कोरोना अभियान का माइक्रोप्लान एवं कार्ययोजना तैयार कर घर-घर सर्वे कार्य किया जाना है उपरोक्त कार्य शासन की मंशा के अनुरूप शत प्रतिशत सफल बनाया जाना है।
जिले में 12 हजार से अधिक यूडीआईडी कार्ड जनरेट
जिले के दिव्यांगजनों को एटीएम की तर्ज पर यूडीआईडी कार्ड जारी किए जाएंगे इसके लिए जिले में 17 हजार 474 दिव्यांग चिन्हित हुए है कि जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि अब तक जिले के 1720 दिव्यांगजनो को यूडीआईडी कार्ड जारी किए जा चुके है। भारत सरकार द्वारा प्रत्येक दिव्यांगजन के लिए एक यूनिवर्सल के रूप में पंजीयन किया जा रहा है। इसके लिए पोर्टल विकसित किया गया है जिस पर दिव्यागंजनों की जानकारी अपलोड किया जाता है इस जानकारी को मेडीकल बोर्ड के समक्ष परीक्षण उपरांत दिव्यांगता की जानकारी सिविल सर्जन के द्वारा पोर्टल पर दर्ज की जाती है जिसके आधार पर आन लाइन दिव्यांग प्रमाण पत्र हितग्राही को उपलब्ध कराया जा रहा है। यूनिवर्सल कोड हेतु भारत सरकार को अग्रेषित की जाती है। जिले में अब तक 15 विशेष जिला मेडीकल बोर्डो के शिविर जनपद मुख्यालयों पर आयोजित कर 1720 दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड बनाए गए है वही जिला चिकित्सालय में प्रत्येक गुरूवार को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है। जिले में स्पर्श अभियान 2011 के सर्वेक्षण अनुसार अस्थि बाधित 9982 दृष्टिबाधित, 2461 श्रवण बाधिक, 2035 एवं मानसिक बहुविकलांग 2996 सहित कुल 17474 दिव्यांगजन चिन्हित हुए है।
बेवनार के माध्यम से प्रशिक्षण आज
टीकाकरण की प्रथम त्रैमासिक राज्य स्तरीय समीक्षा के उपरांत जिले में टीकाकरण कार्यक्रम की उपलब्धियों, सर्विलेंस में कमी आने के कारणों को दूर करते हुए संबंधितों के लिए बेवनार के माध्यम से 29 जून सोमवार को प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। उक्त प्रशिक्षण का समय दोपहर दो बजे से सायं चार बजे तक का नियत किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आयोजित होने वाले उक्त प्रशिक्षण में शामिल होने साथ ही बेवनार यूनिसेफ मध्यप्रदेश एवं डब्ल्यूयूएचओ के तकनीकी सहयोग से आयोजित होने वाले उक्त प्रशिक्षण में अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त कर टीकाकरण के शत प्रतिशत कार्या का संबंधितों को लाभ दिलाते हुए पोर्टल पर दर्ज करना है।
हितग्राहियों के आधार सीडिंग कार्य 31 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश
केन्द्र सरकार द्वारा ‘‘वन नेशन वन रेशन कार्ड’’ व्यवस्था अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम तहत सम्मिलित समस्त पात्र हितग्राहियों के डाटाबेस में आधार फीडिंग कार्य करने पर राज्य को अतिरिक्त अनुमति प्रदाय की गई है जिसके अनुसार शेष पात्र हितग्राहियों के डाटाबेस में प्रदेश स्तर पर आधार सीडिंग के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए 31 जुलाई तक शत प्रतिशत पूर्ण किए जाने के निर्देश प्रसारित किए गए है। जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू ने बताया कि उक्त अवधि में आधार नम्बर दर्ज करने के साथ-साथ केवाईसी का भी निराकरण किया जाएगा। सम्मिलित हितग्राहियों के वर्तमान नाम आदि की जानकारी एनआईसी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। आधारविहिन हितग्राहियों का प्रिन्ट दुकानवार निकालकर दुकानो के विक्रेताओ को निर्देश प्रसारित किए गए है। जिन हितग्राहियों द्वारा 31 जुलाई 2020 तक आधार नम्बर उपलब्ध नही कराए जाएंगे उनको माह अगस्त 2020 में आधार नम्बर उपलब्ध कराने पर ही दोनो माह का राशन वितरण किया जाएगा। बीमा निःशक्तजन वृद्व एवं बच्चों के आधार सीडिंग की कार्यवाही ग्राम स्तर, घर पर जाकर 30 जून तक कराई जाएगी।
बगैर आधार नम्बर वाले हितग्राहियों का पंजीयन
आधार पंजीयन केन्द्रो के नाम एवं पता संबंधित दुकान के विक्रेताओं को भी उपलब्ध कराए जाएं ताकि हितग्राहियों को पंजीयन केन्द्र में पहुंचने पर इन केन्द्रों पर जानकारी उपलब्ध हो सकें कि व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश प्रसारित किए गए है। विगत छह माह से राशन प्राप्त ना करने वाले हितग्राहियों का सत्यापन उपरांत विलोपन करने की कार्यवाही क्रियान्वित की जाए। राशन प्राप्त ना करने वालो की सूची तैयार कर ऐसे हितग्राहियों का मौके पर जाकर संबंधित वार्ड प्रभारी सचिव द्वारा सत्यापन किया जाएगा यदि परिवार उपलब्ध होने पर शासकीय उचित मूल्य दुकान विक्रेता के माध्यम से उनके भी आधार नम्बर पोर्टल पर दर्ज कराए जाएंगे।
फरार 17 वारंटियों की सूचना देने वालो को दस-दस हजार की उद्घोषणा
पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा ने जिले के विभिन्न थानो में दर्ज अपराध प्रकरण के फरार अपराधियों की सूचना देने अथवा गिरफ्तारी कराने में मदद करने वालो को नगद इनाम राशि देने की उद्घोषणा की है। पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी उदघोषणा अनुसार 17 फरार वारंटियों की सम्पत्ति संबंधी प्रकरणों में न्यायालय द्वारा स्थायी वारंट जारी किए गए है। इनकी सूचना देने वालो अथवा गिरफ्तारी में मदद करने वालो के लिए प्रत्येक प्रकरण में क्रमशः दस-दस हजार रूपए की राशि प्रदाय की जाएगी। पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा के द्वारा 17 प्रकरणों में क्रमशः दस-दस हजार रूपए की उदघोषणा की गई है तदानुसार विदिशा सिविल लाइन थाना अंतर्गत प्रकरण क्रमांक 1195/2012 का वारंटी सुभाषनगर विदिशा, प्रकरण 36/15 का साबिर ग्राम बैरखेडी जेतू विदिशा, प्रकरण क्रमांक 1277/2016 का लालाराम ग्राम कांफ थाना ग्यारसपुर की सूचना देने वालो को पूर्व उल्लेखित राशि प्रदाय की जाएगी। थाना करारिया के अंतर्गत दर्ज प्रकरण क्रमांक आरटी 1033/2014 का वारंटी शम्मी उर्फ शमीरूद्वीन निवासी करोद बाया रोड भोपाल थाना निशातपुरा, प्रकरण क्रमांक 405/2014 का रमजानी निवासी फिरदौस जी का मकान गली नम्बर दो फूटा मकबरा थाना हनुमानगंज भोपाल, प्रकरण नम्बर आरटी 1431/2014 के अजय लोधी निवासी करन भोई का मकान तहसील रायसेन एवं राकेश निवासी वार्ड नम्बर 17 कडका मोहल्ला धरमपुरा रायसेन तथा प्रकरण क्रमांक एसपी 1405/2014 का शादाब खॉन निवासी अमन कालोनी मकान नम्बर 39 हाउसिंग बोर्ड कालोनी भोपाल, प्रकरण क्रमांक एसपी 1405/2014 का छोटा खां निवासी ग्राम भौरासा थाना बैरसिया जिला भोपाल एवं वारंटी हनीफ निवासी ग्राम बरूआखार थाना शमशाबाद और बबलू खां निवासी करमेढी थाना शमशाबाद शामिल है। इसके अलावा बासौदा देहात थाना अंतर्गत दर्ज प्रकरण क्रमांक 208/2015 के राजू यादव ग्राम धुरा थाना सानोधा जिला सागर, प्रकरण क्रमांक 2144/2016 के कमल सिंह प्रजापति ग्राम दघोरा हाल नंदूपुरा की तथा ग्यारसपुर थाना में दर्ज प्रकरण क्रमांक 1450/2015 का फरार वारंटी लाल सिंह जाटव निवासी मेहरखेडी थाना देहात विदिशा की तथा लटेरी थाना अंतर्गत दर्ज प्रकरण क्रमांक 268/2016 का फरार वारंटी जमील उर्फ टठन खां निवासी ग्राम चारपाबडी थाना बैरसिया जिला विदिशा, प्रकरण 77/2014 का श्रीराम मीना निवासी बीतल बाडा थाना राधौगढ जिला गुना और बासौदा शहर थाना अंतर्गत दर्ज प्रकरण क्रमांक 235/2012 का वारंटी आशीष शर्मा निवासी वर्फ फेक्टरी गुलमोहर कालोनी बासौदा की सूचना देने अथवा गिरफ्तारी कराने पर पूर्व उल्लेखितों अनुसार दस-दस हजार रूपए की राशि देने की उदघोषणा पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई है।
पांच अशासकीय संस्थाओं को विभागीय मान्यताएं
जिले में दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत पांच अशासकीय संस्थाओं को विभागीय मान्यताएं प्राप्त है कि जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि दिव्यांगता के क्षेत्र में कुल आठ अशासकीय संस्थाएं क्रियाशील है। विदिशा जिले में कार्यरत अशासकीय संस्थाएं जिन्हें विभागीय मान्यताएं प्राप्त है तदानुसार उम्मीद शिक्षण समिति दुर्गानगर में 38 दिव्यांग पंजीकृत है उक्त संस्था को निराश्रित निधि के माध्यम से मदद जारी की जाती है। इसके अलावा उम्मीद शिक्षण समिति इन्दिरा काम्लेक्स में संचालित होने वाली इस संस्था में 28 दिव्यांग पंजीकृत हैं इस संस्था को नेशनल ट्रस्ट द्वारा मदद जारी की जाती है जबकि सूरज निकेतन विशेष स्कूल माधवगंज परिसर में 29 दिव्यांग पंजीकृत है इस संस्था को राज्य अनुदान के माध्यम से मदद की जाती है इसके अलावा दीक्षा निकेतन विशेष स्कूल (राजुल विकलांग पालक अभिभावक उत्थान समिति) में 27 दिव्यांग पंजीकृत है इस संस्था को केन्द्रीय अनुदान प्राप्त होता है। सीडब्लयूएसएन छात्रावास भी (राजुल विकलांग पालक अभिभावक उत्थान समिति) के द्वारा संचालन किया जा रहा है उक्त छात्रावास में 50 दिव्यांगजन पंजीकृत है। उक्त संस्था को सर्व शिक्षा अभियान के द्वारा अनुदान प्रदाय किया जा रहा है। उपरोक्त संस्थाओं के अलावा जिले में तीन संस्थाएं जो स्वंय के व्यय पर संचालित हो रही है उनमें वायु एजुकेशन सोसायटी 22 नंदवाना में आठ, आकांक्षा पर्यावरण एवं शिक्षा समिति लोहा बाजार हनुमान मंदिर के पास में 25 तथा सेवाश्रम सामाजिक कल्याण समिति सार्वजनिक भोजनालय का पुराना भवन नीमताल में संचालित होने वाली संस्था में दस दिव्यांग पंजीकृत है।
जिले के 11 हजार से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न पेंशन का लाभ
सामाजिक न्याय विभाग के माध्यम से प्रदाय की जाने वाली विभिन्न पेंशन योजनाओ से जिले में कुल 11272 हितग्राही लाभांवित हो रहे है जिसमें निकाय क्षेत्र के 2450 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 8822 हितग्राही शामिल है। सामाजिक न्याय विभाग के उप संचालक डॉ पीके मिश्रा के द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत पंचायत क्षेत्रांतर्गत 8822 हितग्राहियों को विभिन्न प्रकार की पेंंशन प्रदाय की जा रही है। तदानुसार सामाजिक सुरक्षा पेंशन निःशक्तजन के 7078 हितग्राहियों को जिसमें जनपदवार प्रदाय की जाने वाली पेंशन तदानुसार बासौदा में 1138, कुरवाई में 939, सिरोंज में 1097, विदिशा में 1079, नटेरन मेंं 1013, ग्यारसपुर में 979 तथा लटेरी में 833 को वही इन्दिरा गांधी निःशक्तता पेंशन जिले मेंं 829 हितग्राहियों को प्रदाय की जा रही है जिसमें बासौदा में 151, कुरवाई में 47, सिरोंज में 258, विदिशा में 96, नटेरन में 111, ग्यारसपुर में 69 तथा लटेरी मेंं 97 को इसके अलावा मानसिक बहुविकलांग सहायता अनुदान राशि 915 हितग्राहियों को प्रदाय की जा रही है जिसमें बासौदा के 193, कुरवाई के 103, सिरोंज के 108, विदिशा के 229, नटेरन के 145, ग्यारसपुर के 98 एवं लटेरी जनपद पंचायत के 39 शामिल है। इस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रो में पूर्व उल्लेखित पेंशन से कुल 8822 हितग्राही लाभांवित हो रहे है। निकाय क्षेत्रों में कुल 2450 दिव्यांग हितग्राही पेंंशन से लाभांवित हो रहे है। उनमें सामाजिक सुरक्षा पेंशन निःशक्तजन से 1591, राष्ट्रीय इन्दिरा गांधी निःशक्त पेंशन योजना से 277, मानसिक बहुविकलांग सहायता अनुदान योजना तहत 582 दिव्यांग लाभांवित हो रहे है जनपद एवं पेशनवार लाभावित होने वाले हितग्राहियों में सामाजिक सुरक्षा पेंशन निःशक्तजन के तहत नगरपालिका विदिशा में 754, बासौदा में 344, सिरोंज में 183 के अलावा कुरवाई में 141, शमशबाद मेें 50 तथा लटेंरी में 119 इस प्रकार निकाय क्षेत्र में कुल 1591 हितग्राही लाभांवित हो रहे है। राष्ट्रीय इन्दिरा गांधी निःशक्त पेंशन योजना अंतर्गत निकाय क्षेत्रों में कुल 277 हितग्राही लाभांवित हो रहे है उनमें बासौदा के 68, कुरवाई के 12, सिरोंज के 27, विदिशा के 154, शमशाबाद के नौ तथा लटेरी के सात शामिल है। इसी प्रकार निकाय क्षेत्रों में मानसिक बहुविकलांग सहायता अनुदान के कुल 582 हितग्राही लाभांवित हो रहे है उनमें बासौदा के 112, कुरवाई के 42, सिरोंज के 91 विदिशा के 302, शमशाबाद के नौ तथा लटेरी के 26 हितग्राही शामिल है। ज्ञातव्य हो कि मानसिक बहुविकलांग के प्रत्येक हितग्राही को पेंशन योजना के अंतर्गत हरेक हितग्राही को छह सौ रूपए की पेंशन राशि प्रत्येक माह प्रदाय की जाती है ऐसे हितग्राही जो मानसिक बहुविकलांक श्रेणी में शिमल है उन्हें पेंशन छह सौ रूपए एवं अनुदान राशि छह सौ रूपए इस प्रकार उन्हें कुल एक हजार दो सौ रूपए प्रतिमाह प्रदाय किए जा रहे है।
10 हार्सपावर तक के पंप पर 700 रूपये प्रति हार्सपावर प्रतिवर्ष बिजली बिल
प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं को फ्लेट रेट के 10 हार्सपावर तक के पंप पर 700 रूपये प्रति हार्सपावर प्रतिवर्ष की दर से तथा 10 हार्सपावर से अधिक के फ्लेट रेट उपभोक्ताओं को 1400 रूपये प्रति हार्सपावर प्रतिवर्ष की दर से बिजली दी जा रही है। इसके साथ ही एक हेक्टेयर तक कृषि भूमि वाले अनुसूचित जाति, जनजाति उपभोक्ताओं के 5 हार्सपावर तक के कनेक्शन में निशुल्क विद्युत प्रदाय किया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा कोरोना महामारी में प्रभावी लॉकडाउन के दृष्टिगत विद्युत उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं। प्रदेश के निम्नदाब गैर घरेलू एवं निम्नदाब औद्योगिक उपभोक्ताओं तथा उच्चदाब टैरिफ देयकों में स्थायी प्रभार की वसूली को आस्थगित किया गया है। आस्थगित राशि की वसूली माह अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 के विद्युत देयकों के नियमित भुगतान के साथ 6 समान किश्तों में बिना ब्याज के की जायेगी। प्रदेश के जिन उपभोक्ताओं (उच्चदाब सहित) द्वारा लॉकडाउन के चलते अप्रैल एवं मई माह में देय विद्युत बिलों का भुगतान सामान्य नियत तिथि तक किया गया है, उन्हें एक प्रतिशत की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि (निम्नदाब उपभेक्ताओं को अधिकतम दस हजार तथा उच्चदाब उपभोक्ताओं को अधिकतम एक लाख रूपये) आगामी बिल में दी जा रही है। यह राशि विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा वहन की जायेगी। वर्तमान में प्रदेश के कृषि उपभोक्ताओं को इंदिरा गृह ज्योति योजना के प्रावधानों के अंतर्गत लाभ दिया जा रहा है। प्रदेश के ऐसे सभी घरेलू उपभोक्ता जो संबल योजना के हितग्राही हैं एवं जिनके माह अप्रैल, 2020 में देयक की राशि 100 रूपये तक थी, उनके आगामी तीन माह अर्थात् मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 100 रूपये तक आने पर उनसे इन तीन माहों में मात्र 50 रूपये प्रतिमाह लिया जा रहा है। प्रदेश के ऐसे सभी घरेलू उपभोक्ता जिनके माह अप्रैल, 2020 में देयक की राशि 100 रूपये तक थी, उनके आगामी तीन माह अर्थात् मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 100 रूपये से 400 रूपये तक आने पर उनसे इन तीन माहों में मात्र 100 रूपये प्रतिमाह की राशि ली जा रही है। प्रदेश के ऐसे घरेलू उपभोक्ता जिनकी माह अप्रैल, 2020 में देयक राशि 100 रूपये से अधिक परन्तु 400 रूपये या उससे कम थी, उनके मई, जून एवं जुलाई, 2020 में देयक राशि 400 रूपये से अधिक आने पर उनसे इन माहों में देयक की राशि का मात्र 50 प्रतिशत लिया जा रहा है।। ऐसे उपभोक्ताओं के देयकों की शेष 50 प्रतिशत राशि के भुगतान के संबंध में देयकों की जांच के बाद निर्णय लिया जायेगा।
खेल पुरस्कार- 2020 के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून
मध्यप्रदेश के बहुप्रतिष्ठित खेल पुरस्कार- 2020 के लिए खेल एवं युवा कल्याण द्वारा ऑनलाइन आवेदन आंमत्रित किए गए हैं। कोविड- 19 संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए एकलव्य, विक्रम, विश्वामित्र, लाइफ टाईम एचीव्हमेंट तथा स्व. श्री प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2020 निर्धारित की गई है। निर्धारित तिथि के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर विचार नहीं किया जायेगा। वर्ष 2020 के खेल पुरस्कारों के लिए आवेदकों द्वारा ऑनलाइन आवेदन mis.dsywmp.gov.in/anudan/dfeaul2-sap अथवा dsywmp.gov.in की विभागीय वेबसाइट पर किए जा सकते है। इसमें आवेदक की व्यक्तिगत एवं खेल उपलब्धियों की जानकारी की प्रविष्टि की जाएगी। इसके बाद ऑनलाइन आवेदन की रसीद जनरेट होगी, जिसके प्रिंटआउट के साथ आवेदक को आवेदन में उल्लेखित खेल गतिविधियों के प्रमाण-पत्रों की छायाप्रति संलग्न कर संबंधित संभागीयध्जिला खेल और युवा कल्याण कार्यालय अथवा संचालनालय में 30 जून 2020 तक जमा कराना होगा।
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