दलित अधिकार के लिए गठबंधन, बिहार के प्रतिनिधियों ने प्रेसवार्ता कर लॉकडाउन के दौरान की तस्वीर आंकड़ों में पेश की.जो इस प्रकार है.15.5 प्रतिशत परिवार के सदस्यों ने कहा कि बिल्कुल अनाजनही है.46 प्रतिशत परिवारों ने कहा कि सरकार द्वारा घोषित 1000रू बैंको मे नही मिला. 60 प्रतिशत परिवारो ने कहा कि जनधन योजना की 500 रू राशि नहीं मिली. अप्रैल और मईमाह में 66 प्रतिशत लोगों ने कहा कि राशन नही मिला.84.4प्रतिशत लोगों ने कहा कि भोजन की दिक्कत है93 प्रतिशतजाॅब कार्डधारी ने कहा कि अप्रैल और मई में किसी तरह काकाम नहीं मिला.....
पटना (आर्यावर्त संवाददता) शनिवार को दलित अधिकार के लिएगठबंधन, बिहार के प्रतिनिधियों ने प्रेसवार्ता कर लाॅकडाउनकी अवधि मे दलितों एवं आदिवासी की आर्थिक स्थिति परशोध पत्र की प्रस्तुति. मात्रः 14 जिले के 28 प्रखंडों के 56 पंचायतों के 112 गांव के 1400 परिवारों का सर्वे किया गया. एक गांव में 12.5 परिवारों का सर्वे किया गया. प्रेसवार्ता में उपस्थित पद्मश्री सुश्री सुधा वर्गीज, फादर अंटो, गजेन्द्र मांझी,कपिलेश्वर राम, विधानंद राम , महेन्द्र रौशनआदि. गठबंधन के नेताओं ने कहा कि लाॅकडाउन के अंतर्गतदलितों एवं आदिवासियों की भूख एवं आर्थिक स्थिति कीजानकारी लेने के लिए बिहार के 14 जिले, 28 प्रखंड, 56 पंचायतों, 112 गांव एवं 1400 परिवारों को लाॅकडाउन मेभूख,रोजगार,सरकारी योजनाओं की लाभ लाॅकडाउन मेघोषित योजनाओं की स्थिति के आलोक में रिपोर्ट तैयार कीगयी. 2.3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हमलोगों के पास पर्याप्तभोजन के लिए अनाज है.18.6 प्रतिशत लोगों ने कहाहमलोगों के पास दो माह के लिए अनाज था. 14.6 प्रतिशतपरिवार के सदस्यों ने कहा एक माह का अनाज है. 45.5प्रतिशत परिवार के सदस्यों ने कहा कि कुछ दिन के लिएअनाज है.15.5 प्रतिशत परिवार के सदस्यों ने कहा किबिल्कुल अनाज नही है.कुछ परिवार के सदस्यों ने कहा कुछ - कुछ अनाज है.जिससे कुछ दिन किसी तरह न्यूनतम भोजनकर सकते है.
भुखमरी की स्थिति था ?
84.4 प्रतिशत लोगों ने कहा कि भोजन की दिक्कत है. 64.6प्रतिशत लोगों ने कहा कि अनाज की अभाव मे भूखा रहनापडा. 75.6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि भोजन मे कटौती करजीवन यापन किये. 82 प्रतिशत ग्रामीण लोगों ने कहा किअनाज उधार व पंइचा लेना पडा. 84 प्रतिशत लोगों ने किअनाज खरीदने के लिए नगद राशि उधार या कर्ज लिये. 46.6प्रतिशत लोगों ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान भोजन कीकाफी दिक्कत हुई.
सरकार की योजनाओं की लाभ की स्थिति
अप्रैल और मई माह में 66 प्रतिशत लोगों ने कहा कि राशननही मिला.40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अप्रैल और मई मेंमुफ्त राशन नही मिला. 46 प्रतिशत परिवारों ने कहा किसरकार द्वारा घोषित 1000रू बैंको मे नही मिला. 81 प्रतिशत छात्रों ने कहा कि अप्रैल और मई माह में छात्रवृत्तिका कोई पैसा नही मिला. 60 प्रतिशत परिवारो ने कहा किजनधन योजना की 500 रू राशि नहीं मिली. 93 प्रतिशतजाॅब कार्डधारी ने कहा कि अप्रैल और मई में किसी तरह काकाम नहीं मिला. 92 प्रतिशत लोगों ने कहा लाॅकडाउन मेंअप्रैल और मई मे किसी तरह का आंगनवाड़ी केन्द्र पर किसीतरह का योजना का लाभ नही मिला.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें