नयी दिल्ली, 23 जुलाई, भारत की चार गुना 400 मीटर की मिक्स्ड रिले टीम को बहरीन टीम को अयोग्य घोषित किये जाने के बाद 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक दिया गया है जिसके बाद भारत का जकार्ता में एशियाड इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो गया है। मोहम्मद अनस, एमआर पूवम्मा, हिमा दास और अरोकिया राजीव की चौकड़ी के नाम अब स्वर्ण पदक आ गया है जबकि अनु राघवन का महिला 400 मीटर बाधा दौड़ में चौथा स्थान कांस्य पदक में बदल गया है। इसके साथ भारत के जकार्ता एशियाई खेलों में 16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य सहित कुल 70 पदक हो गए हैं और उसका एशियाई खेलों के इतिहास में यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो गया है। भारत ने 1951 में अपनी मेजबानी में आयोजित हुए पहले एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य सहित 51 पदकजीते थे। भारत ने जकार्ता में 15 स्वर्ण जीतकर 1951 के प्रदर्शन की बराबरी की थी लेकिन इस स्वर्ण पदक के आ जाने से भारत ने उस तालिका को पीछे छोड़कर 16 स्वर्ण के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर लिया है। बहरीन की चार गुना 400 मीटर की मिक्स्ड रिले टीम ने स्वर्ण पदक जीता था लेकिन उसके एथलीट केमी एडेकोया को डोपिंग में दोषी पाया गया है और एथलेटिक्स इंटेग्रिटी यूनिट ने उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है। बहरीन के हाथों से उसका स्वर्ण पदक छिन गया है और भारत को यह स्वर्ण पदक दिया गया है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने इस खबर पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा ,“इन अतिरिक्त पदकों से जकार्ता एशियाई खेलों में हमारी पदक संख्या 20 पहुंच गई है जिसमें आठ स्वर्ण और नौ रजत पदक शामिल हैं। ” मोहम्मद अनस, एमआर पूवम्मा, हिमा दास और अरोकिया राजीव की चौकड़ी ने 3:15.71 का समय लिया था। मिक्स्ड रिले की शुरुआत एशियाई खेलों में पहली बार की गई थी और एशियाई खेलों में भारत इस स्पर्धा का पहला चैंपियन बन गया है। अनु राघवन 56.77 सेकंड का समय निकाल कर चौथे स्थान पर रही थीं जबकि उनकी टीम साथ जौना मुर्मू (57.48) पांचवें स्थान पर रही थीं। एडेकोया को अयोग्य घोषित किये जाने से अनु को कांस्य और जौना को चौथा स्थान मिल गया है।
शुक्रवार, 24 जुलाई 2020
मिक्स्ड रिले टीम को गोल्ड, एशियाड में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
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