दीघा विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 1 एवं 2 के समस्त मतदातागण निवेदनकर्ता बने हुए हैं।इन मतदाताओं ने मरियम टोला एक्सटीटीआई मुख्य मार्ग पर बैनर टांगकर ऐलान कर दिये हैं 'रोड नहीं तो वोट नहीं'। इस बैनर से बीजेपी के वर्तमान विधायक संजीव चौरसिया परेशान हो गये है। चले थे उक्त बैनर को उतरवाने विधायक परंतु फजीयत करवाकर लौटे......
पटना,23 जुलाई।बिहार विधानसभा के विधायक हैं संजीव चौरसिया। सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू राय कहते हैं कि केन्द्र और राज्य में सत्ताधारी बीजेपी दल के विधायक होने के बाद भी दीघा विधानसभा की नागरिकों की समस्याओं का समाधान पांच वर्ष के दौरान नहीं करवा सकें।इसमें अल्पसंख्यक मोहल्ला मरियम टोला,एक्स.टी.टी.आई. के भी नागरिक हैं। इनकी समस्या सड़क और जल निकासी की है। यहां के नागरिक आक्रोशित हो उठे हैं। इन नागरिकों ने मुख्य राह पर ही ‘रोड नहीं तो वोट नहीं‘ बैनर टांग दिया है। इसी को उतरवाने विधायक संजीव चौरसिया गये थे। मगर यहांके नागरिकों ने विधायक को ‘माननीय‘ की तरह व्यवहार नहीं किये। वहां से फजीयत करवाकर लौट गये।
इस बीच किसी चैनल के रिपोर्टर आ धमके। चैनल के रिपोर्टर रंजीत कुमार को धमकी दी जा रही है। उक्त चैनल के रिपोर्टर बताते हैं कि दीघा विधानसभा के विधायक संजीव चौरसिया केआगे बढ़ जाने के बाद जनता काफी आक्रोशित हो उठे और गुस्से में विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी करना शुरूकर दिये ‘रोड नहीं तो वोट नहीं‘। जब सुनील कुमार को राह में विधायक न्यूज रिपोर्टिंग करने वक्त मिले तो विधायक संजीव चौरसिया और उनके पीए रिपोर्टिंग करने से मना करने लगे। मगर कई वर्षों से समस्याओं से झेलने वाले दीघा विधानसभा के नागरिकों ने अपने साथ मेंले जाकर सभी जगहों की रिपोर्टिंग करवाने लगे। इस रिपोर्टिंग के दो-तीन दिनों के बाद कुछ लोग मुझे ( रिपोर्टर) को रूम और मार्केट में खोजने लगे। सुनील कुमार कहते हैं कि हमें सूत्रों से जानकारी मिली है कि आपका जान का खतरा है तो हमने दो-तीन दिन से पटना से अलग हटे हुए हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के दीघा विधानसभा के प्रत्याशी पप्पू राय ने कहा कि विधायक संजय चौरसिया मरियम टोला, एक्स.टी.टी. आई. के नागरिकों से फजीयत करवाने के बाद सोशल मीडिया फेसबुक पर लाइव वीडियो बना कर अपने आप को जबर्दस्ती सच्चा कार्यकर्ता साबित करने वाले ‘माननीय‘ से मैं अनुरोध करता हूं कि इस पर भी अपना व्यक्तव्य दें कि जो पत्रकार सरकार और विधायक को आयना दिखा रहा है, उसे सच दिखाने से आखिरकार क्यों रोका जा रहा है, और आज वो पत्रकार जान की रक्षा को लेकर पटना छोड़ने को मजबूर है क्यों ! पप्पू राय ने कहा कि नागरिकों की समस्या देखकर दो पम्पिंग सेट जलजमाव को निकालने के लिए लगा दिए हैं। वहीं सड़क में गड्ढों को भरने के लिए ईंट गिरा दिए हैं।एक सवाल के जवाब में पप्पू राय ने कहा कि ' मैं जीतू या हार जाऊं' फर्क नहीं पड़ता है पर फर्क वर्तमान व भविष्य के विधायक पर पड़ना चाहिए। काम बोलेगा तो नागरिक आशीर्वाद देंगे ही।
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