पश्चिम चम्पारण जिले के नरकटियागंज प्रखण्ड के पुरैनिया-हरसरी पंचायत के बिजवनिया ग्राम में बिजवनिया प्राथमिक विद्यालय में 8 किलोग्राम अनाज के बदले सिर्फ़ 5 किलोग्राम ही अनाज वितरण किया जा रहा है...
नरकटियागंज,20 अगस्त। आजकल कोरोना काल में राज्य के सभी स्कूल बंद है। राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया था। मध्याह्न भोजन योजना का लाभ प्राथमिक और मध्य विद्यालय के बच्चों को दिया जा रहा है।मध्याह्न भोजन (एमडीएम) के बदले राशि और अनाज दोनों का लाभ हर नामांकित बच्चों को मिल रहा है। बता दें कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत मई, जून एवं जुलाई के पहली से पांचवीं तक के हर छात्र को 8 किलो ग्राम खाद्यान्न तथा 358 रुपए जबकि वर्ग छह से आठ तक के प्रति विद्यार्थी को 12 किलोग्राम खाद्यान्न और 536 रुपए तत्काल दिया जाना है। खाद्यान्न विद्यालयों में छात्रों के अभिभावकों को दिया जा रहा है जबकि राशि विद्यालय शिक्षा समिति द्वारा बच्चों अथवा उनके अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जा रही है।
बता दें कि आज नरकटियागंज प्रखण्ड के पुरैनिया-हरसरी पंचायत के बिजवनिया ग्राम में बिजवनिया प्राथमिक विद्यालय में सरकारी आदेश का अवहेलना प्रधानाचार्या तथा शिक्षक के साथ छात्रों के अभिभावकों के द्वारा किया गया।यह नियम है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोई भी विद्यार्थी नहीं आएंगे बल्कि उनके अभिभावक खाद्यान्न लेने आते समय मास्क पहनकर आएंगे। इसका पालन आज खाद्यान्न वितरण समय नहीं किया गया।वहीं प्रधानाचार्या तथा शिक्षक की मिलीभगत से मिलने वाले खाद्यान्न में डंडी भी मारा जा रहा है। जब इसकी सूचना सामाजिक कार्यकर्ता आशीष चौबे को मिली कि बिजवनिया ग्राम में बिजवनिया प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्या तथा शिक्षक के द्वारा छात्रों के अभिभावकों को खाद्यान्न 8 किलोग्राम देने के बदले 5 किलोग्राम दिया जा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष चौबे के साथ जागरूक अभिभावकों ने प्रधानाचार्या के बीच नोंकझोंक हुई। वीडियों नहीं बनाने की बात करने लगी जिससे पोल न खुल सकें। तबतक कोरोना काल में प्रधानाचार्या तथा शिक्षक के काले कारनामे मोबाइल में बंद हो गया। इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए एमडीएम के जिला पदाधिकारी श्री जनमयजय शुक्ला जी को पूरी घटना से अवगत कराया गया है जिसकी जांच कल होगी। अगर जिला प्रशासन के आदेश पर इस तरह से वितरण हुआ है, तब भी जांच की मांग हमारा अधिकार है, इस विषय पर शासन-प्रशासन को भी कोई दिक्कत होनी चाहिए। एमडीएम निदेशक ने कहा है कि कोरोना संकट के कारण विद्यालयबंदी को लेकर 14 मार्च 2020 से 3 मई 2020 तक खाद्यान्न मद की समतुल्य राशि तथा परिवर्तन मूल्य की राशि को मिलाकर कुल 3 अरब 78 करोड़ 70 लाख 20 हजार 392 रुपए बिहार के सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के सभी नामांकित छात्रों या उनके अभिभावकों के खाते में निदेशालय द्वारा ही डीबीटी से भेजी जा चुकी है।
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