नयी दिल्ली, 26 अगस्त, भारत के प्रतिष्ठित रक्षा अनुसंधान संस्थान डीआरडीओ ने काफी अरसे से लंबित बड़े सुधारों की प्रक्रिया शुरू की है ताकि यह भविष्य के लिए सेना के हथियार विकसित कर सके और घरेलू रक्षा उत्पादन को मजबूत करने की सरकार की पहल का समर्थन कर सके। सरकार के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर वी. रामगोपाल राव की अध्यक्षता में एक समिति को देश भर में डीआरडीओ प्रयोगशालाओं की क्षमता में सुधार के उपाय सुझाने के लिए नियुक्त किया गया है ताकि घरेलू रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया जा सके। देश भर में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की 50 से अधिक प्रयोगशालाएं हैं जो रक्षा प्रौद्योगिकियों का विकास करने में संलग्न हैं। ये प्रयोगशालाएं एयरोनॉटिक्स, हथियार, लड़ाकू वाहन, इंजीनियरिंग प्रणाली, मिसाइल, उन्नत कंप्यूटिंग और नौसेना की प्रणालियां विकसित करती हैं। एक सूत्र ने बताया, ‘‘घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों के तहत डीआरडीओ की क्षमता बढ़ाने की पहल की जा रही है।’’
बुधवार, 26 अगस्त 2020
डीआरडीओ ने लंबित सुधारों की प्रक्रिया शुरू की
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