मधुबनी (रजनीश के झा) बिहार में कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. लोगों का एनडीए से मोह भंग चुका है. यूपीए की सरकार बिहार में सत्ता में आएगी. यह बातें चुनाव कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के पर्यवेक्षक ऋषि मिश्रा ने कहीं. गुरुवार को वे जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान माया की कांग्रेस का जनाधार काफी बढ़ा है. कार्यकर्ता पूरे जोश खरोश के साथ क्षेत्र में काम कर रहे हैं. नए-नए लोग पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं. पूरा माहौल एनडीए के विरोध में है. सुशासन की सरकार सूबे में खून खराबा और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है. जदयू ने हमेशा से अपने एलाइंस व लोगों को धोखा देने का काम किया है. 2010 में जदयू ने भाजपा से नाता तोड़ लिया वहीं 2015 में आरजेडी से नाता तोड़कर सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी करने को तैयार है. जदयू का असली चेहरा सामने आ चुका है. अब जनता पूरी तरह से नकार चुकी है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है. नीचे से लेकर ऊपर तक बिना पैसा दिए काम नहीं होता है. हर एक स्कीम में परसेंटेज बंधा हुआ है. आम जनता का कार्य नहीं हो रहा है. अब जदयू परसेंटेज की सरकार बनकर रह गई है. थाना पर एफआइआर नहीं लिया जा रहा है. पुलिस को शराब के धंधे में लगा दिया गया है. अब शराब दुकान की बजाए होम डिलीवरी से मिल रहा है.
पर्यवेक्षक ने कहा कि सूबे की सरकार ने किसानों को ठगने का काम किया है. बाढ़ जैसी विभीषिका में किसान को देखने वाला कोई नहीं है. सरकार 6 हजार रुपए देकर नींद से सो गई है. डॉ शकील अहमद के कांग्रेस पार्टी में वापसी पर उन्होंने कहा कि इससे बिहार में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. जिला अध्यक्ष प्रोफेसर शीतलाम्बर झा ने कहा कि मधुबनी जिला में कांग्रेस काफी मजबूत हुई है. जिला में अधिक से अधिक सीटें कांग्रेस को मिले. जिला कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव के दौरान गठबंधन के उम्मीदवार को पूरा सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि डॉ शकील अहमद के पार्टी में वापसी होने से जिला में कांग्रेस और मजबूत होगी. इससे पहले जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई. जिसमें आगामी चुनाव को लेकर व्यापक रूप से चर्चा हुई. बैठक में संजय कुमार मिश्र, ज्योति रमन झा, मनोज मिश्र, कृष्णकांत झा गुड्डू, हिमांशु कुमार, फुरकान अहमद समसी, अकील अंजूम, नवेंदु झा, विजय कुमार झा भोला, विजय कुमार रावत, पवन कुमार यादव, आलोक झा, डॉक्टर मुनेश्वर यादव, कौशल किशोर चौधरी, मीना देवी कुशवाहा, सुरेश चंद्र झा रमन, मोहम्मद साबिर, अनिल चंद्र झा, दशरथ झा, ऋषि देव सिंह, कृष्ण कुमार झा, अनुरंजन सिंह, अशोक कुमार, सुनील कुमार झा, ललन कुमार झा, चंदर साह, वीरेंद्र झा, सुरेंद्र कुमार महतो, सुधीर झा, कौशल राजपूत, मुकेश कुमार झा पप्पू, चरितर सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
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