वैष्णो देवी तीर्थयात्रा के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 24 अगस्त 2020

वैष्णो देवी तीर्थयात्रा के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी

covid-report-needed-for-vaishnodevi-yatra
जम्मू, 24 अगस्त, वैष्णो देवी तीर्थयात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले यात्रियों को तीर्थयात्रा से पहले कोरोना वायरस (कोविड-19) की निगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होगी जो कि 48 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रमेश कुमार ने सोमवार को माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा, “श्री माता वैष्णो देवी यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर के बाहर से आ रहे सभी श्रद्धालुओं से कोविड निगेटिव जांच रिपोर्ट लाने का अनुरोध किया जाता। यह रिपोर्ट तीर्थयात्रा के लिए आगमन के समय 48 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने कहा, “कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट के बिना यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। कृपया सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सहयोग करें।” वैष्णो देवी तीर्थयात्रा 16 अगस्त से फिर से शुरू हो रही है। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये इस वर्ष 18 मार्च को यह तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा के दौरान पालन किये जाने वाले दिशानिर्देश भी जारी किये हैं। श्री कुमार ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण करने वाले लोगों को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, एक साथ कई बीमारियों से पीड़ित लोग, गर्भवती महिलाएं एवं 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यात्रा की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, “तीर्थयात्रियों के लिए मोबाइल में ‘आरोग्य सेतु’ एप्लिकेशन का इस्तेमाल अनिवार्य है और केवल उन्हीं लोगाें को यात्रा की अनुमति दी जाएगी जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं रहेंगे। यात्रा के दौरान फेस मास्क पहनना अनिर्वाय है। ’ श्री कुमार ने कहा, “तीर्थयात्रियों को दर्शन के बाद भवन में नहीं ठहरने की सलाह दी जाती है।”

कोई टिप्पणी नहीं: