- टीकाकरण के बाद 17 बच्चे बीमार हो गए। जिसमें एक की मौत हो गई। सभी बच्चों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कर लिया है।इस घटना की सूचना के बाद हड़कंप मच गया है...
बगहा,29 अगस्त। पश्चिमी चम्पारण जिले के बगहा दो प्रखंड की जिमरी नोउतनवा पंचायत के मैनहा गांव में नियमित टीकाकरण के दौरान शुक्रवार को 20 बच्चों को डीपीटी का टीका और पोलियो की खुराक दी गयी। टीकाकरण के बाद 17 बच्चे बीमार हो गए। जिसमें एक की मौत हो गई। सभी बच्चों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कर लिया है।इस घटना की सूचना के बाद हड़कंप मच गया है। अपने शिशु को कविता देवी भी शुक्रवार को टीका दिलवाने आयी थीं। करीब 20 बच्चों को डीपीटी का टीका और पोलियो की खुराक दी गयी। एक बच्चे की गांव में ही मौत भी हो गई है जबकि 17 बच्चों को बगहा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीमार सभी बच्चों को बगहा अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अनुमंडल अस्पताल के डाक्टर सुनील सिंह ने कहा कि शुक्रवार को नियमित टीकाकरण के दौरान बगहा दो प्रखंड के मैनाहा गांव में एएनएम ने बच्चों का टीकाकरण किया था। इसके थोड़ी देर बाद से ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबर आने लगी।इस बीच बच्चों के बीमार होने की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गई है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।फिलहाल अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराए गए बच्चों का इलाज चल रहा है।उन्होंने कहा कि डीपीटी टीका देने की जगह में सात बच्चों को सूजन हो गया है। डीपीटी टीका के बाद मामूली बुखार आता है।एएनएम ने बुखार कम करने के लिए बुखार की दवा पेरासिटामोल नहीं दी होगी और माता को ठीक से बतायी नहीं होगीं।बच्चे कैसे बीमार हुए और टीकाकरण में कोई चूक तो नहीं हुई, अब भी बड़ा सवाल है जिसकी जांच की जा रही है।बीमार बच्चे की मां कविता देवी ने बताया कि शुक्रवार को गांव में एएनएम ने बच्चों को टीका लगाया उसके बाद से ही अचानक उन बच्चों की तबीयत खराब हो गई जिनका टीकाकरण किया गया था।इस दौरान थोड़ी देर में ही एक बच्चे की मौत हो गई. उसके बाद हम लोगों ने आनन-फानन में अपने बच्चों को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया है। बगहा दो स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर राजेश सिंह ने बताया कि नियमित टीकाकरण के दौरान उन लोगों को एएनएम की ओर से टीकाकरण किया गया । किस परिस्थिति में तबीयत खराब हुई है इसकी जांच की जा रही है।साथ ही टीकाकरण के दौरान कोई लापरवाही तो नहीं बरती गई है, इसकी भी जांच कराई जा रही है।उन्होंने बताया कि अस्पताल में भर्ती बच्चों की स्थिति फिलहाल ठीक है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जो टीका बच्चों को लगा वह एक्सपायर था। बच्चों को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद देर रात प्रशासन की मदद से अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज जारी है। सभी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
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