- कुर्जी पल्ली में साढ़े तीन बजे से मिस्सा शुरू हुआ.
पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा के नेतृत्व में पार्थिव शरीर के साथ दर्जनों पुरोहितों ने मिलकर मिस्सा अर्पित किया.बिशप सेबास्टियन कल्लूपुरा भी थे.पटना महाधर्मप्रांत के विकर जेनरल फादर प्रेम भी थे...पटना,16 अगस्त. पटना महाधर्मप्रांत के पूर्व विकर जेनरल वयोवृद्ध फादर अंथौनी पन्नघट नहीं रहे. इनके निधन के साथ ही पटना धर्मप्रांत के धाकड़ पुरोहिताें का अंत हो गया.केरल से आकर बिहार में आकर सेवा कार्य करने वाले स्व.फादर जोसेफ, स्व. फादर ग्रेगरी, फादर अंथौनी आदि का ग्रुफ था,जो धर्मप्रांत को शिखर तक पहुंचाने का कार्य करते रहे.अब हमलोगों के बीच में नहीं हैं.बस हमलोग त्रिमुर्ति पुरोहितों के बताएं मार्ग पर चल ही सकते हैं.वर्तमान और भविष्य के 'पुरोहितों' का आदर्श हो सकते हैं. यह उक्ति फादर जेम्स आमाकट की है.जो विशेष भेट में बातचीत के दौरान कहा कि पटना धर्मप्रांत के पूर्व धर्माध्यक्ष अगस्टीन विल्डरमूथ ने केरल के अलेप्पी से फादर अंथौनी को लाये थे.जो हीरा साबित हुए।फादर अंथौनी ने कई पल्ली को बनाया और मजबूती प्रदान किया.बांकीपुर,कुर्जी,राजाबाजार, बिहारशरीफ,नवादा आदि जगहों में शानदार कार्य किया.एक सवाल के जवाब में बक्सर धर्मप्रांत के विकर जेनरल ने कहा कि बेशक एक फेफड़ा वाला पुरोहित थे.पर मैं कहता हूं कि चार फेफड़े की शक्ति वाले शख्शियत थे.जो कार्य को करना है,उसे निष्ठापूर्वक समाप्त करते थे.
आज सुबह करीब साढ़े चार अंतिम सांस लिये.सेवा केंद्र में प्रेरणा भवन है वहीं पर प्रभु के घर जाने के लिये इंतजार कर रहे थे.केरल में 02 मार्च 1934 में जन्म लिये.उनका पुरोहिताभिषेक 04 अक्टूबर 1960 में हुआ. कुर्जी पल्ली के पल्ली पुरोहित भी थे.
कुर्जी पल्ली में साढ़े तीन बजे से मिस्सा शुरू हुआ.
पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा के नेतृत्व में पार्थिव शरीर के साथ दर्जनों पुरोहितों ने मिलकर मिस्सा अर्पित किया.बिशप सेबास्टियन कल्लूपुरा भी थे.पटना महाधर्मप्रांत के विकर जेनरल फादर प्रेम भी थे.
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