पटना 26 अगस्त, भाकपा-माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने एसटेट परीक्षा कैंसिल करने की बजाए उसका परिणाम जारी करने की मांग पर आंदोलन कर रहे छात्रों पर मुकदमा थोपने की घटना की कड़ी निंदा की है. कहा कि भाजपा की तर्ज पर नीतीश जी भी बात-बात पर छात्रों पर मुकदमा थोप रहे हैं, यह तानाशाही है. उन्होंने आगे कहा कि जनवरी 2020 में ली गई परीक्षा का जब रिजल्ट आने वाला था तब अचानक परीक्षा को ही कैंसिल कर दिया गया और अब लाॅकडाउन के पीरियड में सितंबर में परीक्षा लेने की बात हो रही है. इसी से छात्रों में आक्रोश है. हमारी मांग है कि सरकार गंभीरता से छात्रों की आवाज सुने और जनवरी में ली गई परीक्षा का रिजल्ट जारी करे. छात्रों पर मुकदमा लाॅकडाउन तोड़ने के आरोप में लगाया गया है, लेकिन सरकार यह बताए कि वह लाॅकडाउन के समय परीक्षा लेने पर क्यों अड़ी हुई है और छात्रों की जिंदगी के साथ क्यों खेल रही है. पटना के आरकेडी काॅलेज में सैंकड़ों छात्रों को रजिस्ट्रेशन से वंचित कर देने के सवाल को भी उन्होंने प्रमुखता से उठाया और कहा कि नीतीश राज में शिक्षा व्यवस्था का पूरी तरह बंटाधार हो गया है. गलती सरकार और प्रशासन द्वारा किया जाता है लेकिन उसका दंड हमेशा छात्रों को भुगतना पड़ता है.
बुधवार, 26 अगस्त 2020
बिहार : एसटेट परीक्षार्थियों की आवाज सुनने की बजाए मुकदमा थोपना गलत: महबूब आलम
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