मातृत्व स्वास्थ्य व बाल अधिकार मंच की संयुक्त समीक्षा बैठक सम्पन्न
दतिया। मध्यप्रदेश मातृत्व स्वास्थ्य हकदारी अभियान (एमएचआरसी) व जिला बाल अधिकार मंच (डीसीआरएफ़) दतिया के संयुक्त तत्वावधान में ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय दिनेश खटीक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उपस्थित रहे। बैठक में अध्यक्षता डॉ. के.के. अमरया नोडल अधिकारी जिला तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम दतिया रहे। ऑनलाइन समीक्षा बैठक में अभियान सदस्य वीरेंद्र शर्मा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता, डॉ. बबीता विजपुरिया, श्रीमती दया मोर, श्रीमती पुष्पा गुगौरिया, एड. कल्पनाराजे बैस, श्रीमती पिस्ता राय, उमा नौगरैया, सरदारसिंह गुर्जर, अशोककुमार शाक्य, बलवीर पांचाल, जितेंद्र सविता, अखिलेश गुप्ता के साथ ही राज्य समन्वय समिति सदस्य रामजीशरण राय उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक में मुख्य अतिथि श्री खटीक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं व प्राधिकरण द्वारा प्रदान किए जाने वाली विधिक निशुल्क सेवाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक निर्योग्यता के कारण न्याय से वंचित न रहे। अधिकारों के हनन अथवा उपेक्षा होने पर आवश्यक कार्यवाही करें। डॉ. के.के. अमरया ने विभागीय कार्यक्रमों की व्यापक जानकारी दी। साथ ही सभी से कोरोना जांच में सहयोग करने की अपील की। उपस्थित सदस्यों ने बैठक में कोविड-19 के दौरान की परिस्थिति पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए और कोरोना काल के अनुभव जो उनके द्वारा देखे गए उनको प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही जिले में होने वाली मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु के प्रकरणों के बारे में गहन चर्चा करते हुए उन पर आवश्यक कार्यवाही करते हेतु माननीय मुख्यमंत्री मप्र शासन के नाम मांग पत्र देने का कलेक्टर दतिया को तय किया गया ताकि ऐसी परिस्थिति और घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
श्रीमती गुगौरिया ने बताया कि कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उनको ले जाते समय धरपकड़ और उनके वीडियो बनाना उचित नहीं है। डॉ. विजपुरिया ने संक्रमित व्यक्ति को देर रात घर से पुलिस बल के साथ ले जाना विचारणीय है। वीरेंद्र शर्मा ने कोविड 19 संक्रमण के दौरान अन्य सामान्य रोगियों का सरकारी अस्पताल में अनदेखा करना उचित नहीं है इस पर विभागीय अधिकारियों से बात करना चाहिए। बलवीर पाँचाल व सरदार सिंह गुर्जर द्वारा प्रसव के दौरान सेवाप्रदाताओं द्वारा समुचित सेवाएं उपलब्ध न कराना मातृत्व स्वास्थ्य अधिकारों का हनन है। रामजीशरण राय द्वारा अभियान की विगत दिवस की गतिविधियों की समीक्षा की गई और आगामी गतिविधियों की रूपरेखा तय की गई। साथ ही अशोक शाक्य व जीतू सविता ने अभियान से जुड़े निष्क्रिय सदस्यों पर विचार करने हेतु सभी सदस्यों से निवेदन किया गया ताकि निष्क्रिय सदस्यों के स्थान पर सक्रिय सदस्यों को अभियान से जोड़ा जा सके। बैठक में अखिलेश गुप्ता ने संचालन किया व माननीय न्यायधीश खटीक, डॉ. अमरया का व अभियान साथियों आभार व्यक्त अभियान सदस्य पीयूष राय ने किया। उक्त जानकारी उमा नौगरैया अभियान सदस्य ने दी।
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