देश भर में हर्षोल्लास से मनाया गया 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 अगस्त 2020

देश भर में हर्षोल्लास से मनाया गया 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह

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नयी दिल्ली 15 अगस्त, देश में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह शनिवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर राष्ट्र की आन-बान एवं शान का प्रतीक तिरंगा देश भर में फहराया गया। राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार सातवीं बार ध्वजारोहण करने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश जोश से भरा है और एलओसी से लेकर एलएसी तक देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आंख उठायी है देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है। चीन और पाकिस्तान का नाम लिये बिना आज कहा कि भारत की ओर आंख उठाने वालों को करारा जवाब दिया जायेगा और लद्दाख में दुनिया ने इसकी झलक देखी है। श्री मोदी ने कहा कि देश ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है। इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है। वर्ष 2022, हमारी आजादी के 75 वर्ष का पर्व है और इसे हमें बड़े अवसर के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा,“अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है और बड़े संकल्प के लिए यह नयी ऊर्जा से भरा नया अवसर भी है। दो वर्षों के लिए हमें संकल्प लेना होगा एक तो जब हम 75 वें वर्ष में प्रवेश करेंगे और दूसरा जब 75 वां वर्ष पूरा होगा तो वह और भी बड़ा अवसर होगा। ”


उन्होंने 21वीं सदी के इस दशक में भारत को नयी नीति और नयी रीति के साथ ही यह कहते हुए आगे बढ़ने पर बल दिया कि अब साधारण से काम नहीं चलेगा और हमें हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ होना होगा। उन्होंने कहा,“ हमारी नीति हमारे तरीके , उत्पाद, सब कुछ बेस्ट होना चाहिए, सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। तभी हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर पाएंगे। ” उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता की चुनौती छोटी नहीं है और इसकी कसौटी पर खरा उतरने के लिए 130 करोड देशवासियों को मिलकर दिन रात कड़ी मेहनत और त्याग करना होगा। आत्मनिर्भरता की दिशा में स्वास्थ्य क्षेत्र में किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में आत्मनिर्भरता की सबसे बड़ी सीख इसी क्षेत्र ने दी जो इतने कम समय में मेडिकल आपूर्ति के लिए आयात पर निर्भरता छोड़कर अब उसका निर्यात करने लगा है। कोरोना संकट से पूर्व देश में मात्र एक कोरोना टेस्टिंग लैब थी लेकिन अब 1,400 लैब हिंदुस्तान के हर कोने में फैला है। जब कोरोना का संकट आया तब एक दिन में मात्र 300 टेस्ट हो पाते थे लेकिन अब हर दिन सात लाख से ज्यादा टेस्ट हो पा रहे हैं। कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए वैक्सीन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश में इस वक्त एक नहीं,दो नहीं, तीन-तीन कोरोना वैक्सीन परीक्षण के विभिन्न चरणों में है और जैसे ही वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी, देश में उन वैक्सीन काे बड़े पैमाने पर उत्पादन की भी तैयारी है। वैक्सीन की बड़े पैमाने पर उत्पादन की तैयारियां पूरी हैं। इसके साथ ही वैक्सीन हर राज्य तक कम से कम समय में कैसे पहुंचे, उसकी रूपरेखा भी तैयार है। प्रधानमंत्री ने देश की रक्षा में प्राण न्यौच्छावर करने वाले भारत मां के सपूतों के साथ-साथ आज देश भर के काेरोना यौद्धाओं को भी श्रद्धांजलि दी और नमन किया। कोरोना महामारी की वजह से इस बार समारोह स्थल पर सामाजिक दूरी का पूरा ख्याल रखा गया था। सुरक्षाकर्मियों समेत अन्य गणमान्य लोग भी चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। प्रधानमंत्री के भाषण के बाद आसमान में गुब्बारे उड़ाए गए।

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