बिहार : सत्ताधारी विधायकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने की याद आने लगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 22 अगस्त 2020

बिहार : सत्ताधारी विधायकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने की याद आने लगी

  • विस चुनाव नजदीक देख भले ही अब जेडीयू-भाजपा के सांसद क्षेत्र में दौरा शुरू कर दिया हो, लेकिन इस दौरान सत्ताधारी दल के माननीयों को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है....
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पटना, 22 अगस्त। बिहार में विधान सभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने गाइडलाइन जारी भी कर दिया गया है।इसके आलोक में  सत्ताधारी विधायकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने की याद आने लगी। विस चुनाव नजदीक देख भले ही अब जेडीयू-भाजपा के सांसद क्षेत्र में दौरा शुरू कर दिया हो, लेकिन इस दौरान सत्ताधारी दल के माननीयों को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है। कोरोना और बाढ़ जैसी आपदा में आम जनता सत्ताधारी दल के विधायकों-सांसदों की खूब फजीहत कर रही है।अब तक बीजेपी-जेडीयू के कई विधायक सांसद ग्रामीणों के गुस्से का शिकार हो चुके हैं।फजीहत झेलने के बाद भी सत्ताधारी विधायक क्षेत्र में जाने से नहीं चूक रहे क्यों कि, अब चुनाव सामने है। लिहाजा विरोध के बाद भी माननीयों का दौरा लगातार जारी है।


दरभंगा के कुशेश्वरस्थान से जेडीयू विधायक शशिभूषण हजारी को एक बार फिर से ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है।शशिभूषण हजारी को उनके विस क्षेत्र के लोगों ने दूसरी दफे बंधक बना लिया। जेडीयू विधायक शशिभूषण हजारी को इसके पहले 30 जून को उनके ही विधानसभा क्षेत्र की जनता ने बंधक बना लिया था।उस समय भी विधायक जी का बंधक वाला वीडियो वायरल हुआ था। कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र की जनता इस बात से नाराज है कि विधायक ने क्षेत्र का विकास नहीं किया। अब विधानसभा का चुनाव सर पर है तो विधायक जी क्षेत्र में घूमने आये हैं। महराजगंज से भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को भी 4 दिन पहले भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। सांसद सिग्रीवाल जब क्षेत्र के दौरे पर थे इस दौरान सांसद समर्थकों और मुखिया समर्थकों के बीच लात-घूसे चलने लगे। मारपीट के दौरान दर्जनों कुर्सियां तोड़ दी गईं।सांसद अपने समर्थकों के साथ सीवान जिले के लकड़ी नवीगंज के पड़ौली पंचायत भवन गए थे। वहां पंचायत के मुखिया के समर्थकों के साथ उन लोगों की तू-तू मैं-मैं हो गई, फिर हंगामा खड़ा हो गया। दोनों तरफ से लात-घूसे और कुर्सियों के चलने के कारण अफरा-तफरी मच गई। घटना के दौरान सांसद सिग्रीवाल मौजूद थे। बाद में पुलिस ने मामले को शांत कराया। जनार्दन सिंह ने कहा कि मैं बाढ़ राहत शिविर में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जांच के लिए गया था। मुझे शिकायत मिली थी कि बाढ़ राहत शिविर में बड़े पैमाने पर अनियमितता की जा रही है। मैं जायजा ले रहा था तभी मुखिया और असामाजिक तत्वों ने मारपीट की। जुलाई महीने में दीघा विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजीव चौरसिया को स्थानीय लोगों ने भारी विरोध किया था।लोगों ने विधायक की बोलती बंद कर दी थी।स्थिति ऐसी हो गई थी कि विधायक जी को उल्टे पांव लौटना पड़ा था।इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।वीडियो में स्थानीय लोग विधायक से बस्ती की बदहाली पर सवाल पूछते दिखाई दे रहे थे, लोग पूछ रहे थे कि क्या ये बस्ती पाकिस्तान में है जो इसका विकास नहीं किया गया?

विधायक संजीव चौरसिया विस क्षेत्र के एक्सटीटीआई मरियम टोला में पहुंचे थे।एक्सटीटीआई मरियम टोला में टूटी-फूटी सड़कें और जलजमाव पर स्थानीय लोगों ने विधायक से तीखे सवाल पूछे।पूछा कि क्या यह बस्ती पाकिस्तान में है जो यहां विकास कार्य नहीं किया गया है? जब विधायक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये तो लोगों ने विधायक को खूब खरी-खोटी सुनाई जिसके बाद विधायक जी चलते बने। इस बीच बिहार में बाढ़ से अब तक 16 जिलों में 81 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले भी बाढ़ से प्रभावित हैं।  बिहार में बाढ़ से अब तक 16 जिलों में 81.79 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बृहस्पतिवार को मरने वालों का संख्या 27 तक पहुंच गई। यह जानकारी आपदा प्रबंधन विभाग ने एक बुलेटिन जारी करते हुए दी।विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि खगड़िया जिले के दो लोगों की मौत हुई है। लगभग 11.59 हजार से अधिक की आबादी बृहस्पतिवार को बाढ़ की चपेट में आ गई। विभाग के अनुसार इन जिलों के 130 प्रखंडों की 1,317 पंचायतों में बुधवार शाम तक 81,67,671 आबादी और बृहस्पतिवार तक 81,79,257 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। इन 27 मौतों में से, दरभंगा जिले में 11, मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार और सारण, सीवान और खगड़िया में दो-दो लोग मारे गए। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव एम रामचंद्रुडू ने बताया कि कुल छह राहत केंद्रों में से पांच केंद्र समस्तीपुर में और एक खगड़िया में चल रहा है। कुल 5,186 लोग राहत केंद्रों में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 26 टीमों ने अब तक लगभग 5.50 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। रामचंद्रुडू ने बताया कि राज्य सरकार ने अब तक राज्य के 9,26,077 बाढ़ प्रभावित परिवारों के बैंक खातों में 555.60 करोड़ रुपये भेज दिए हैं। अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक प्रभावित परिवार के बैंक खाते में 6,000 रुपये डाले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राहत देने का काम चल रहा है और शेष परिवारों को बहुत जल्द राशि दी जाएगी। सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू राय ने कहा कि सत्ताधारी एनडीए के क्रियाकलापों से जनता आक्रोशित है।सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र में सबक सीखाने लगे हैं।

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