नयी दिल्ली, 22 अगस्त, रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और खेल के सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित हो चुकीं भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिख कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को अर्जुन पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की थी जिसमें महिला पहलवान साक्षी और भारोत्तोलन विश्व चैंपियन मीराबाई चानू का नाम हटा दिया गया था। इस पर साक्षी ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है। खेल मंत्रालय ने हालांकि इन दोनों के नाम शामिल नहीं करने पर कहा था कि इन लोगों को क्रमशः 2016 तथा 2018 में खेल रत्न मिल चुका है इसलिए इन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया जा रहा है। 27 वर्षीय़ साक्षी ने पत्र में लिखा है कि हर एथलीट का सपना होता है कि वह अपने नाम के आगे ज्यादा से ज्यादा पदक हासिल करे। साक्षी ने प्रधानमंत्री और खेल मंत्री से पूछा कि वह अब कौन सा पदक जीतें जिससे उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया जाए और क्या उनके कुश्ती करियर में उन्हें कभी इस सम्मान से नवाजा भी जाएगा। साक्षी ने पत्र को ट्वीट कर कहा, “माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय खेल मंत्री रिजिजू जी, मुझे खेल रत्न से सम्मानित किया गया है और मुझे इस बात का गर्व है। हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वो सारे पुरस्कार अपने नाम करे। उन्होंने कहा, “खिलाड़ी इसके लिए अपनी जान की बाजी लगाता है। मेरा भी सपना है कि मेरे नाम के आगे अर्जुन पुरस्कार विजेता लगे। मैं ऐसा और कौन सा पदक देश के लिए लेकर आऊं कि मुझे अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। या इस कुश्ती जीवन में मुझे कभी यह पुरस्कार जीतने का सौभाग्य मिलेगा या नहीं।” हरियाणा की साक्षी ने 2016 रियो ओलंपिक में कांस्य पदक के अलावा 2017 राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण, नयी दिल्ली में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में रजत और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था। उन्हें खेल रत्न के अलावा देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है।
शनिवार, 22 अगस्त 2020
अर्जुन अवॉर्ड नहीं मिलने पर नाराज साक्षी ने मोदी और रिजिजू को लिखा पत्र
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