सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 अगस्त - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 27 अगस्त 2020

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 27 अगस्त

कभी सूखे ने तो कभी तेज बारिश ने बर्बाद कर दी फसल

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सीहोर। इस समय किसान समय की मार से बूरी तरह तड़प रहा है। पहले सूखा पड़ने के से फिर अधिक पानी गिरने से क्षेत्र की अधिकतर सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। अब तक न सर्वे हुआ है न ही किसी ने किसानों की सुध ली है। यही हालात रहे तो किसानों के सामने बडा संकट खडा हो जाएगा। यह बात किसानों ने अपनी पीडा सुनाते हुए कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के सामने कही। खराब फसलो को लेकर सीहोर जिले के ग्राम डोबरा के किसानों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर अपनी बात रखी। किसानों ने कहा कि पहले सूखा पड़ने से फसल पर संकट खडा हो गया था। फिर भी थोडी बहुत आशा लगी थी, लेकिन बारिश अधिक होने से भी फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। खेतो में खडी सोयाबीन पूरी तरह से बांझ हो गई। पानी अधिक गिरने से पूरी तरह नष्ट होने की कगार पर आ गई है। किसानों ने शीघ्र से शीघ्र सर्वे कराकर मुआवजा व बीमा राशि दिलाने की मांग अधिकारियों से की है। मांग करने वालो में सुरेश, कुलदीप, राजेंद्र, किशोर सिंह, प्रदीप त्यागी, दीपक, रमेश, पवन ठाकुर, हृदेश दांगी, विनय, रामकिशन, कुलदीप, मुकेश ठाकुर आदि शामिल है।


बैंक वाले बीमा करने से कर रहे है इंकार पीएम वेवसाईड भी है बंद किसान परेशान सेमरादांगी के किसानों ने दिया शिकायती पत्र

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सीहोर। किसान हैरान परेशान है प्रधानमंत्री बीमा नहीं हो रहा है सरकार ने अंतिम तारिख ३१ अगस्त तय  की है बैंक वाले बीमा करने से इंकार कर रहे है ऑन लाईन सेंटर पर नहीं खुल रहीं है वेव साईड। किसान नहीं करपा पा रहे है फसलों का बीमा। सकड़ोंं किसान फसल बीमा कराने से वंचित  रह जाएंगे। ग्राम सेमरादांगी के किसानों ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर किसान नेता विनय सिंह दांगी के नेतृत्व में डिप्टी कलेक्टर को शिकायत पत्र दिया। किसानों  ने कहा की मुख्यमंत्री ने फसल बीमा  की घोषणा तो कर दी है लेकिन बैंकों को आदेशित नहीं किया है केसीसी धारक किसान भी परेशान हां रहे है किसानों ने कहा ने की किसान हर तरफ से हताश है।  युवा नेता दांगी ने बताया की पहले सूखे कारण कारण खेतों में खड़ी फंसल खराब हुई जिस के बाद तेज बारिश ने शेष बची फसल को भी तबाह कर दिया। किसानों ने शीघ्र सर्वे कराने मुआवजा   देने और फसल बीमा की तय तिथि को एक माह बड़ाने की मांग की है। मांग करने वालों  में  बाला प्रसाद, मुकेश  दांगी,  ओमप्रकाश दांगी, गिरवर सिंह दांगी, देवेंद्र सिंह, हरि प्रसाद  महेंद्र सिंह संजय सिंह, विनोद सिंह दांगी आदि किसान शामिल रहे।

सब्जी और दूध उत्पादक किसानों को दिया जाए मुनाफा मूल्य, किसान मोर्चा ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

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सीहोर। किसान मोर्चा ने सात सूत्रीय किसान हितैशी मांंगों को लेकर गुरूवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम का ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर विजय मंडलोई को दिया। किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष चांद सिंह मेवाड़ा के नेतृत्व मेंंं किसानों के द्वारा दिए गए ज्ञापन के माध्यम से बड़ती हुई महंगाई को दृष्टिगत रखते हुए किसानों की फसल का मूल्य बढ़ाकर तीन गुना कि जाने। श्री मेवाड़ा शासन द्वारा किये गये दूध के भाव को लागत एवं महंगाई को देखते हुए कम से कम 8 रुपये फेट के हिसाब से देने,सब्जी मण्डी में कृषकों की सब्जिया लागत एवं भाड़े के हिसाब से बहुत कम दर पर ली जा रही है कीतम बढ़ाए जाने। कीटनाश उर्वरक कृषि उपकरणों के भाव कम किए जाने बीमा कम्पनी के द्वारा शासन से 98 प्रतिशत एवं किसानों से 2 प्रतिशत बीमा राशि काटी जा रही है किसानों को मदद दी जाए जैसे अनेक मांगे  किसान मोर्चा के द्वारा की गई।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने सीहोर एवं आष्टा विधानसभा क्षेत्र में किसानों की सोयाबीन फसलों का निरीक्षण किया  

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गुरुवार को किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री कमल पटेल ने संत सिंगाजी मंदिर जिला खंडवा जाते समय सीहोर एवं आष्टा विधानसभा क्षेत्र में किसानों की सोयाबीन फसलों का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री शशीन्द्र चौहान, उपसंचालक कृषि श्री एसएस राजपूत सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कृषि मंत्री श्री पटेल द्वारा क्रिसेन्ट बायपास के समीपस्थ खेतों में पहुंच अतिवर्षा से प्रभावित एवं अफलन फसलों को देखा एवं किसानों से चर्चा की। उन्होंने किसानों से कहा कि किसान घबराएं नहीं सभी की फसलों का सर्वे किया जाएगा एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। मंत्री श्री पटेल ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि फसल बीमा करवाने की तिथि आगे बढ़ा दी गई है किसान 31 अगस्त तक अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं। उन्होंने कलेक्टर श्री अजय गुप्ता को निर्देशित किया कि राजस्व अमले द्वारा जल्दी ही किसानों की सोयाबीन फसलों का सर्वे कार्य पूर्ण किया जाए जिसके कि किसानों का समय पर उचित मुआवजा मिल सके। इसी प्रकार कृषि मंत्री श्री कमल पटेल द्वारा आष्टा विधानसभा अन्तर्गत कोठरी, किलेराम, खाचरौद में किसानों की सोयाबीन फसलों का निरीक्षण कर उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विधायक श्री रघुनाथ सिंह मालवीय सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।


कृषि वैज्ञानिकों ने किया सोयाबीन फसल का निरीक्षण एवं किसानों को दिए वैज्ञानिक सुझाव

गत दिवस आर.ए.के. कृषि महाविद्यालय सीहोर के अधिष्ठाता डॉ. एच.डी. वर्मा द्वारा गठित वैज्ञानिको के दल ने किसानो के खेतों का भ्रमण कर सोयाबीन फसल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उपरान्त कृषकों को निम्न सुझाव दिये गये। जहां फसल पर कीटों का प्रकोप है वहां पूर्व मिश्रित सम्पर्क रसायन बीटासायफ्लुथ्रिन+इमीडाक्लोप्रीड (350 मि.ली./है.) या थायमिथाक्सम+लेम्ब्डा सायहेलोथ्रिन (125 मि.ली./है.) का छिड़काव करें। खेतों में जहां फसल मे पीलापन एवं सूखने की समस्या के निराकरण हेतु जिस फसल में संक्रमण नहीं या आंषिक हुआ है उसमें फफूंद जनित रोगों के नियंत्रण के लिये टेबूकोनाझोल$सल्फर (1 कि. ग्रा./है) या टेबूकोनाझोल (625 मि.ली./है) की दर से छिड़काव करें। इसके साथ एनः पीः के (19:19:19) 2.5 कि.ग्रा./हेक्टर की दर से मिलावे। प्रमुख वैज्ञानिकों के दल में डॉ एस.आर. रामगिरी पौध प्रजनक वैज्ञानिक, डॉ (श्रीमती) मोली सक्सेना पौध रोग वैज्ञानिक, डॉ (श्रीमती) नन्दा खाण्डवें कीट वैज्ञानिक एवं श्री जे. के. कन्नौजिया कृषि विज्ञान केन्द्र ने पिपलियामीरा, उलझावन, हिरापुर, ढावला केलवाड़ी, मण्डेली एवं बड़ियाखेड़ी, कालापीपल, बन्धनधाड़ी गांव का भ्रमण किया।    

केवल अंतिम वर्ष /सेमेस्टर की परीक्षाएं भविष्य में आयोजित की जाएंगी

मध्यप्रदेश शासन (उच्च शिक्षा विभाग )के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए सत्र 2019- 20 की  परीक्षा व्यवस्थाओं में संशोधन किया गया है। तदनुसार, समस्त स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तरीय पाठ्यक्रमों की कक्षाओं के केवल अंतिम वर्ष /सेमेस्टर की परीक्षाएं *ओपन बुक सिस्टम* से  निकट भविष्य में आयोजित की जाएंगी। अन्य कक्षाओं के परिणाम भी विशेष व्यवस्था अनुसार जारी किये जायेंगे। इसके संबंध में समस्त आवश्यक अधिसूचनाएं एवं निर्देश बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट www.bubhopal.ac.in पर समय-समय पर जारी किए जाएंगे। यह तथ्य संज्ञान में आया है कि विद्यार्थी अनधिकृत सूचनाओं के कारण परीक्षा की आयोजन सम्बंधी व्यवस्थाओं को लेकर भ्रमित हो रहे हैं। अतः ,समस्त परीक्षार्थी विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट  www.bubhopal.ac.in का अवलोकन करते रहें तथा केवल विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिकृत सूचनाओं एवं निर्देशों पर ही ध्यान दें।    

सीहोर के शरबती गेंहू ने देश में बनाई अलग पहचान (सफलता की कहानी)

स्वादिष्ट और सोने जैसी सुनहरी शरबती गेहूं को लेकर पूरे देश में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में इस साल गेहूं की बंपर पैदावार हुई। अपनी मेहनत के सार्थक होने से किसान खुश हैं। “शरबती” गेहू देश में उपलब्ध गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म है। शरबती गेहू की सीहोर क्षेत्र में बहुतायत में पैदावार की जाती है। सीहोर क्षेत्र में एक काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है जो शरबती गेहू के उत्पादन के लिए उपयुक्त है। शरबती गेहू को द गोल्डन ग्रेन भी कहा जाता है, क्योकि इसका रंग सुनहरा होता है यह हथेली पर भारी लगता है और इसका स्वाद मीठा होता है इसलिए इसका नाम शरबती है। जैसा कि नाम से पता चलता है, शरबती किस्म का गेहूँ टेस्ट में थोड़ा मीठा होता है, शायद अन्य गेहूँ की किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज़ जैसे सरल शर्करा की मात्रा अधिक होती है। शरबती गेहूं की खेती मध्य प्रदेश में ही होती है, इसका 50% उत्पादन सीहोर में होता है।

सबसे महंगा बिकता है शरबती
शरबती गेहूं की खासियत यह है कि इसकी चमक के साथ ही इसके दाने एक जैसे होते हैं। गेहूं की सभी किस्मों में यह सबसे महंगा बिकता है। लोकमन, मालवा शक्ति और अन्य किस्म के गेहूं जहां 2000 से 2500 रुपए प्रति क्विंटल बिकते हैं, वहीं शरबती का न्यूनतम भाव ही 2800 रुपए होता है। यह आमतौर पर 3500 से 4500 रुपए तक बिकता है। 2018 में सीहोर जिले की आष्टा कृषि उपज मंडी में शरबती गेहूं 4701 रुपए क्विंटल बिका था।

क्यों खास है शरबती गेहूं
देश में गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म शरबती ही है। इसे 'द गोल्डन ग्रेन' भी कहा जाता है, क्योकि इसका रंग सुनहरा होता है, हथेली पर भारी लगता है और इसका स्वाद मीठा होता है। इसलिए इसका नाम शरबती है। गेहूं की अन्य किस्मों की तुलना में इसमें ग्लूकोज और सुक्रोज जैसे सरल शर्करा की मात्रा अधिक होती है। सीहोर में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार होती है। सीहोर क्षेत्र में काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी है, जो शरबती गेहूं के लिए सबसे बेहतर होती है। प्रदेश में शरबती गेहूं सीहोर के साथ ही नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, अशोकनगर, भोपाल और मालवा क्षेत्र के जिलों में बोया जाता है। प्रदेश सरकार शरबती गेहूं को ब्रांडनेम यानी भौगोलिक संकेतक (जीआई) दिलाने का प्रयास कर रही है। ब्रांडनेम मिलते ही प्रदेश के शरबती गेहूं के नाम से कोई कंपनी या संस्था अपना नाम नहीं दे पाएगी।

सीहोर का शरबती गेहूं सात राज्यों में जाता है
तमिलनाडु, गुजरात, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से कई कंपनियां सीजन के समय सीहोर में आकर खुद शरबती गेहूं की खरीदी करती हैं, इस साल लॉकडाउन के कारण यह व्यापारियों के जरिए शरबती की खरीदी कर रही हैं। आईटीसी ने सोया चौपाल सेंटर पर शरबती गेहूं खरीदने के लिए काउंटर बनाया है। कई किसान मंडी से अधिक कीमत पर यहां अपना गेहूं बेच रहे हैं।

शरबती की बेस्ट किस्म है सी- 306
शरबती गेहूं में सी-306 किस्म बेस्ट मानी जाती है। इसकी क्रॉस वैरायटी भी बाजार में उपलब्ध है। इसका एक-एक दाना एक समान और सोने जैसा चमकता है। इस बार कठिया गेहूं की एकदम नई वैरायटी 'दूरम' को लेकर भी यहां किसान काफी उत्साहित हैं। इस गेहूं का उत्पादन 60 से 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर दर्ज किया गया है।

अनुसूचित जाति के कृषक विद्युत लाईन विस्तार योजना अन्तर्गत कर सकते हैं आवेदन   

आदिम जाति कल्याण विभाग जिला संयोजक ने जानकारी देते हुए बताया कि अनुसूचित जाति के कृषक कुओं तक विद्युत लाईन का विस्तार योजना (पंपो का  उर्जीकरण) में आवेदन जमा कर सकते हैं। नवीन नियम 2019 के अनुसार कम से कम 03 व 03 से अधिक किसान, जिनकी भूमि निकट हो वह एक साथ समूह में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति कल्याण विभाग कार्यालय में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। आवेदन के आधार पर प्राक्कलन तैयार किया जाकर विद्युत लाईन का विस्ता कार्य की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि आवेदन जमा करने के लिए आवेदन फार्म नस्ती (पूर्ण रूप से भरा गया हो अपूर्ण आवेदन स्वीकर नहीं किए जाएगें), बही की फोटोकॉपी, जाति प्रमाण पत्र की फोटेकापी (अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय का) आधार कार्ड या वोटर आईडी, बीपीएल कार्ड की फोटोकापी, नक्शा (क्षेत्र के लाईनमेन द्वारा तीनों कृषकों का एक ही नक्शा बनवाया जाए), खसरा खतौनी की नकल कापी, आय प्रमाण पत्र एवं आवेदन के नाम से सभी दस्तावेज होना अनिवाय है।  

खजांची लाईन के युवक की रिपोर्ट नेशनल पोर्टल पर पाजीटिव प्राप्त हुई थी

सीहोर शहरी क्षेत्र के खजांची लाईन निवासी एक युवक की रिपोर्ट दिनांक 25 अगस्त को पाजीटिव प्राप्त हुई थी। उक्त रिपोर्ट नेशनल पोर्टल पर पाजीटिव प्राप्त हुई थी। स्थानीय स्वास्थ्य दल को उक्त युवक के पाजीटिव आने की रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई जिसके आधार पर उसे स्वास्थ्य दल द्वारा न्यू कोविड केयर सेंटर सीहोर में भर्ती कराया गया। उक्त युवक का नाम नेशनल पोर्टल पर 25 अगस्त को सीहोर जिले के पाजीटिव व्यक्तियों की सूची में दर्ज है। विभाग के संज्ञान में लाया गया कि 26 अगस्त को उक्त युवक को एक मोबाईल मेसेज भोपाल से प्राप्त हुआ है जिसमें उसका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव होने का जिक्र है। संभावना है कि तकनीकी त्रुटिवश उक्त व्यक्ति के निगेटिव होने का मेसेज उसके मोबाईल पर पहुंचा होगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेषनल पोर्टल पर प्रदर्शित रिपोर्ट को ही अधिकृत रूप से कोविड-19 रिपोर्ट के रूप में स्वीकृति प्रदान की जाती है।  

सीहोर ज़िले ने दस्तक अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्राप्त किया प्रदेश में द्वितीय स्थान  

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मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कलेक्टर श्री अजय गुप्ता, तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा तथा दस्तक अभियान से जुड़ी सम्पूर्ण टीम को प्रदेश में द्वितीय स्थान प्रप्त करने पर बधाई दी। सीहोर जिले को दस्तक अभियान में यह सफलता स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास एवं ग्रामीण पंचायत विकास विभाग के आपसी समन्यवय से प्राप्त हुई है। अभियान के अन्तर्गत जिले में रक्ताधान के लिए 3016 बच्चों का लक्ष्य प्रदान किया गया था जिसके विरुद्ध 1596 बच्चों का रक्ताधान किया गया। अभियान के अन्तर्गत कुपोषित बच्चों को एनआरसी में रेफर करने का राज्य स्तर से 420 बच्चों का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके विरुद्ध 504 बच्चों को एनआरसी में भर्ती किया गया जो लक्ष्य का 120 प्रतिशत रहा। जन्मजात विकृतियुक्त 117 बच्चों का चिन्हांकन किया गया। कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लक्ष्य में 92.94 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त की गई है।  

आज 7 की रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई वर्तमान में कुल पॉजीटिव एक्टिव व्यक्तियों की संख्या 145

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉक्टर सुधीर कुमार डेहरिया ने बताया कि  आज 7 व्यक्तियों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव प्राप्त हुई है। जिसमें सीहोर के आष्टा के जावर, उमरपुरा, सांई कॉलोनी निवासी 1-1, वहीं स्थानीय 2 व्यक्ति, नसरुल्लागंज से 1, सीहोर के खजांची लाई निवासी 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। जिले में कोरोना पॉजीटिव/एक्टिव व्यक्तियों की संख्या 145 है। जिले में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की मृत्यु संख्या 18 है। आज 15 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। जिसमें सीहोर से 7, आष्टा के 6 बुदनी के 2, व्यक्ति शामिल है।  जिले में अब तक स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किए गए व्यक्तियों की संख्या 446 है। आज 550 व्‍यक्तियों के  सैम्पल कोरोना जांच हेतु लिए गए है। सीहोर शहरी क्षेत्र से आज  46 श्यामपुर के 167 आष्टा से 116 इछावर के 62  नसरूल्लागंज के 99 एवं बुदनी के 60 व्यक्तियों के कोरोना जांच हेतु सैम्पल लिए है। आज पॉजीटिव मिले नए कंटेनमेंट जोन सहित समस्त कंटेनमेंट एवं बफर जोन में स्वास्थ्य दलों द्वारा सघन स्वास्थ्य सर्वे किया जा रहा है। वहीं पॉजीटिव मिले व्यक्तियों के करीबी संपर्क वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनकी सूची तैयार की जा रही है। प्रत्येक कंटेनमेंट जोन में सर्वे के लिए एक से दो दल लगाए गए है। सर्वे दल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को बनाया गया है तथा स्वास्थ्य सर्वे दल में ए.एन.एम., आशा कार्यकर्ता, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। जिले में कुल कोरोना पॉजीटिव व्यक्तियों की संख्या 609 है जिसमें से 18 की मृत्यु हो चुकी है 446 स्वस्थ्‍ होकर डिस्चार्ज हो गए है तथा वर्तमान में 145 पॉजीटिव व्यक्तियों का उपचार चल रहा है।  आज कुल 550 सैंपल जांच हेतु लिए गए। जिले से अब तक कुल 11008 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 7689 सेंपलों की रिपोर्ट अब तक निगेटिव प्राप्त हुई है। आज 488 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। कुल 2665 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। पैथालॉजी द्वारा कोरोना वायरस सेंपल की रिजेक्ट संख्या कुल 45 है। जिले में कुल कंटेंमेंट एरिया 198 है जिनमें से 61 एक्टिव एवं 137 इनेक्टिव एरिया हैं। जिले में जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन में है उनके निवास स्थान से सीधे संवाद हेतु जिला स्तरीय कोविड-19 काल सेंटर स्थापित किया गया है जिसका संपर्क नंबर.7247704181 है कोविड-19 से संबंधित जानकारी इस संपर्क नंबर पर ली व दी जा सकती है। वहीं जिला चिकित्सालय सीहोर में टेलीमेडिसीन के लिए संपर्क नंबर 07562-401259 जारी किया गया है तथा राज्य स्तर पर 104/181 नंबर पर काल करके भी टेलीमेडिसीन सेवा का लाभ लिया जा सकता है। 104  नंबर पर ई.परामर्श सेवा का भी लाभ लिया जा सकता है। ई.संजीवनी ओपीडी सेवा हेतु www.esanjeevaniopd.in पंजीयन कराया जा सकता है। कलेक्ट्रेट कार्यालय सीहोर में भी जिला स्तरीय काल सेंटर बनाया गया है जिसका संपर्क नंबर 07562.226470 है तथा होम क्वारंटाइन व्यक्तियों तथा उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18002330175 जारी किया गया है। जिस पर संस्थागत क्वारंटाइन अथवा होम क्वारंटाइन व्यक्ति अथवा उनके परिजन इमोशनल वेलनेस अथवा साईकोलाजिकल सपोर्ट एवं अन्य जरूरी परामर्श मानसिक सेवा प्रदाताओं से निःशुल्क प्राप्त कर सकते है।

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