पटना : सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद कानूनी बाध्यता के कारण चुनाव नहीं लड़ सकते। अब वे राजद -प्रमुख और पिता, दोनों भूमिकाओं में शक्तिहीन हो चुके हैं। एक बेटे ने उनके करीबी रघुवंश प्रसाद सिंह को आहत करते हुए दूसरे दल के बाहुबली नेता को पार्टी में लाने की डील फाइनल कर ली, लेकिन मुहँ पोछने के लिए “अभिभावक” कहते रहे। दूसरे बेटे ने उस “अभिभावक” को ” एक लोटा पानी” बता दिया। राजद में अगर कोई अनुशासन समिति है, तो क्या उसे केवल लालू परिवार के बाहर के लोगों पर कार्रवाई का अधिकार दिया गया है ? सुमो ने कहा कि बांसुरी बजाने से लेकर जलेबी छानने तक का हुनर रखने वाले तेज प्रताप यादव को पहली बार विधायक बनते ही लालू प्रसाद ने स्वास्थ्य मंत्री बनवा दिया था। उन्होंने आज तक नहीं पूछा कि उनके लाल ने 19 महीनों में गरीबों के अच्छे इलाज के लिए कितनी रुई-सुई, दवाई -आक्सीजन सिलेंडर, डायलिसिस का इंतजाम किया? जिस बड़बोले बेटे को लालू प्रसाद न ग्रेजुएट बना पाए और न “प्रधानमंत्री मोदी की चमड़ी उधेड़ देंगे”, ” चंद्रिका राय कौन है” जैसे लम्पट बयान देने से ही रोक पाए, उसे रांची बुलाकर कौन-सा मंतर कान में फूँक देंगे। वे कुछ भी कर लें, राजद के युवराज पार्टी को डुबो कर ही मानेंगे। नाव सवारों में भगदड़ इसीलिए है।
गुरुवार, 27 अगस्त 2020
बिहार : लालू के युवराज पार्टी को डुबो कर ही मानेंगे : सुशील मोदी
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