मौसम की पहली तेज बरसात में समय रहते नालों के चैडीकरण कार्य एवं अतिक्रमण के नही हटाये जाने से आधा शहर जल भराव की स्थिति में आया- विधायक भार्गव
विदिशाः- विदिशा विधायक शशांक भार्गव ने कहा कि दिनंाक 21 एवं 22 अगस्त 2020 को हुई तेज वर्षा से नालों पर हुये अतिक्रमण एवं समय रहते नगरपालिका द्वारा नालो ंके अतिक्रमण नहीं हटाये जाने से एवं वैशाली नगर के नाले का चैडीकरण कार्य रोके जाने के साथ ही शहर के अन्य नालों पर किये गये अतिक्रमण को अनदेखा किये जाने से कुछ ही घंटो की वर्षा से आधे शहर में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई। नालो पर अतिक्रमण होने से आम नागरिको के घरों में गंभीर बीमारी के इस दौर में गंदा पानी, कीचड़ एवं कचरा भर रहा है और नगरपालिका विदिशा 85 वें पायेदान पर आने की झूठी खुशी में फूली नहीं समा रही हैं। शहर पूरा खुदा पडा है विगत 5 वर्षाें से खुदाई कार्य चल रहा है, ऐसी शहर में कोई भी सडक नहीं है जिसमें गडडे न हो। वार्डों में गंदगी का ये आलम है, कि 1 से 2 माहों तक मोहल्ले में जमा कचडा नहीं उठ रहा है, जो तेज पानी में बहकर नाली एवं नालों में समा जाता है जिससे लोगों के घरों में गंदगी जमा हो रही है, गंदगी के कारण बदवू तो फैल ही रही है साथ ही मलेरिया एवं डेंगू बीमारियों के मच्छरों को पालने का काम नगरपालिका विदिशा की दूषित कार्यशैली के चलते हो रहा है। शहर का ऐसा कोई भी नाला नहीं है जहाॅ पानी की निकासी ठीक ढंग से हो रही हो। पूर्व में कांग्रेस सरकार के समय नालों पर काबिज अतिक्रमण हटाने की एवं नालों के चैडीकरण की कार्यवाही जनहित में हमारे द्वारा की जा रही थी, जिसको सरकार परिवर्तन के बाद अकारण ही रोक दिया गया, जबकि पिछले वर्ष बारिश में नालों में पानी की निकासी सही नहीं होने से अतिक्रमण के कारण सारे शहर में जल भराव की स्थिति निर्मित हुई थी, नतीजा यह रहा कि प्रशासन को करोडों रूपये मुआवजा राशि के रूप में बाॅटने पडे, लोंगों के सामने विस्थापन की स्थिति पैदा हुई।
जल भराव क्षेत्रों का कलेक्टर द्वारा जायजा
जिले में हुई अतिवर्षा के कारण निकाय क्षेत्रों में हुए जलभराव का कलेक्टर डॉ पंकज जैन, पुलिस अधीक्षक श्री विनायक वर्मा तथा जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल ने भ्रमण कर जायजा लिया। कलेक्टर डॉ जैन ने वार्डो में जलभराव के कारण प्रभावित लोगो के लिए सुरक्षित स्थल पर ठहराने हेतु चिन्हांकित किए गए शिविर स्थलों का भी जायजा लिया है। कलेक्टर डॉ जैन ने मध्यरात्रि में सागर पुलिया व बंटीनगर क्षेत्र में पहुंचकर प्रभावितों से चर्चा की और उन्हें अवगत कराया कि सेन्टमेरी स्कूल में ठहरने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए है अतः यदि जलभराव ज्यादा होता है तो प्रशासन के आग्रह पर अविलम्ब सुरक्षित शिविर स्थल में पहुंचे। शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण, बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के प्रबंध किए गए है वही भोजन वितरण भी किया जाएगा। कलेक्टर डॉ जैन ने प्रातःकाल पुनः सागर पुलिया, बंटीनगर, नवीन अरिहंत बिहार कालोनी, आरएमपी नगर, द्वारकापुरी, गनपत कालोनी, पूरनपुरा क्षेत्र का भ्रमण कर वर्षारूपी जल निकासी के कार्य सम्पादन करने हेतु नगरपालिका अधिकारी को निर्देश दिए है। कलेक्टर डॉ जैन ने पूरनपुरा नाले के वहाब रूट का भी जायजा लिया। नाला बीच में सकरा होने पर उसे चौड़ा करने के निर्देश दिए है। इसी प्रकार न्यू अरिहन्त बिहार कालोनी की पुलिया को चौड़ा कराने के निर्देश दिए है।
आपदा प्रबंधन, तैयारियों का जायजा
वर्षाकाल के दौरान जिले में किसी भी प्रकार की क्षति ना हो इसके लिए किए जाने वाले प्रबंधनों पर आज विचार विमर्श किया गया। कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा आयोजित इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री वृदावंन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री केएल बंजारे, के अलावा वभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि जिले में वर्षाकाल के दौरान किसी भी प्रकार से जनहानि ना हो के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। उन्होने पुल-पुलियों पर जलबहाव होने के दौरान आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहें। ततसंबंध में संबंधित विभागो को आवश्यक निर्देश दिए गए है साथ ही चिन्हित पुलों पर बेरिकेटस लगाकर चौकीदार तैनात करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि अतिवर्षा या ओलावृष्टि से जलभराव के कारण क्षेत्र प्रभातिव होते है तो स्थानीय रहवासियों को सुरक्षित राहत शिविरों में पहुंचाने के लिए पूर्व में ही तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए है अतः क्षेत्रवार नियुक्त अधिकारियों का नैतिक दायित्व है कि वे वर्षारूपी जलभराव में वृद्वि होती है तो स्थानीय लोगो को सूचित कर सुरक्षित स्थल पर पहुंचाएं। कलेक्टर डॉ जैन ने राहत शिविरों में किए जाने वाले प्रबंधो के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए है जिसमें स्वास्थ्य सुविधा, शुद्व पेयजल की आपूर्ति, शिविर में रहने वालो के लिए आवश्यक सामग्री के अलावा भोजन की आपूर्ति हेतु संबंधित विभागो के अधिकारियों की टीम गठित कर क्रियान्वयन कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि भोपाल के जलाश्य, तालाबों से छोडा जाने वाला पानी जिले की नदियों के माध्यम से प्रवाहित होता है। इसलिए भोपाल के कंट्रोल रूम के नम्बरों से सतत सम्पर्क बनाए रखें। कि कब-कब पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान ना दें।
टीम गठन
आपदा प्रबंधन के तहत जिला मुख्यालय, तहसील, ग्राम पंचायत और ग्राम स्तर पर टीम गठित करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए। प्रत्येक टीम में सदस्यों के अलावा स्थानीय गणमान्य नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा।
राहत शिविर
कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि बाढ़ आपदा के दौरान प्रभावितों को जिन स्थलों, स्कूलों में रूकवाने की व्यवस्था की जाती है वहां पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं पूर्व में ही ईजाद की जाए।
उपकरणों का परीक्षण
कलेक्टर डॉ जैन ने डिस्ट्रिक्ट होमगार्ड कमाण्डेट को निर्देश दिए कि बाढ़ से बचाव के उपयोग में लाई जाने वाली सामग्री की जांच पड़ताल पूर्व में कर ली जाए और आवश्यकतानुसार नई सामग्री क्रय करने की कार्यवाही की जाए।
नोड्ल अधिकारी
कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि प्रत्येक विभाग के नोड्ल अधिकारी वर्षाकाल अवधि में सतत सम्पर्क में बने रहेंगे। आवश्यकता पड़ने पर अमले सहित बचाव राहत स्थल पर अविलम्ब पहुंचेगे। उन्होंने ऊर्जा विभाग और नगरपालिका की एक-एक टीम पुलिस थानों में समुचित उपकरणों सहित मौजूद रहेगी।
जिले में अब तक 730.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज
जिले में अब तक 730.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है कि जानकारी देते हुए अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि 22 अगस्त को जिले में 66.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई है। तहसीलों में स्थापित वर्षामापी यंत्रो पर 22 अगस्त शनिवार को दर्ज वर्षा की जानकारी तदानुसार विदिशा में 188 मिमी, बासौदा में 37.2 मिमी, कुरवाई में 21.2 मिमी, सिरोंज में 40 मिमी, लटेरी में 23 मिमी, ग्यारसपुर में 98 मिमी, गुलाबगंज में 60 मिमी तथा नटेरन में 65 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
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