कोई बताएंगा बिहार में एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कितनी है? - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 अगस्त 2020

कोई बताएंगा बिहार में एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कितनी है?

  • 15 अगस्त को जारी ट्वीट में कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड एक लाख 13 हजार 498 सैंपलों की गयी. अब तक राज्य में 16  लाख 12 हजार 250 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. इसमें  एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कितनी है?...
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पटना. स्वास्थ्य विभाग के पूर्व प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत को आरटीपीसीआर टेस्ट 20 हजार बढ़ाने की चुनौती मिली थी,जिसमें नाकामयाब होने पर  प्रधान सचिव का पद गवां बैठे.अब आरटीपीसीआर टेस्ट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने है. जरा स्वास्थ्य मंत्री बता दें कि 15 अगस्त को जारी ट्वीट में कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड एक लाख 13 हजार 498 सैंपलों की गयी. अब तक राज्य में 16  लाख 12 हजार 250 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. इसमें  एंटीजन टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या कितनी है? मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत को फटकार लगाते हुए कहे थे कि, राज्य में आरटीपीसीआर (RTPCR) टेस्ट की क्षमता रोज 20 हजार होनी चाहिए.इसके दूसरे दिन ही सरकार ने वरिष्ठ आईएएस (IAS) अधिकारी प्रत्यय अमृत को स्वास्थ्य विभाग में प्रधान सचिव की जिम्मेदारी सौंपी. प्रत्यय अमृत मौजूदा प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत की जगह लिये. इस समय प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत नजर ही नहीं आते हैं उनकी जगह स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कमान संभाल लिये हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहते हैं कि बिहार    सरकार कोरोना संकट के बीच में प्रधान सचिव बदला जा रहा है.पहले संजय कुमार को और उसके बाद उदय सिंह कुमावत को प्रधान सचिव पद से हटा दिया.कोरोना काल में कप्तान बदल दिये.चेहरे पर धूल है आयना ही बदल रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने ट्वीट कर जानकारी देने लगे.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के ट्वीट में बताया गया कि पिछले 24 घंटे में 22,742 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है. राज्य में कुल 5 लाख 48 हजार 796  सैंपलों की जांच की जा चुकी है. 


अगले दिन बताया गया कि पिछले 24 घंटे में 28,624 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है. राज्य में कुल 5 लाख 76 हजार सैंपलों की जांच की जा चुकी है. अगले दिन पिछले 24 घंटे में 35,619 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है. राज्य में कुल 6 लाख 12 हजार 415 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 36,524 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है.राज्य में कुल 6 लाख 48 हजार 939 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 38,215 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है.राज्य में कुल 6 लाख 87 हजार 154 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 51,924 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है.राज्य में कुल 7 लाख 39 हजार 678 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 60,254 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है.राज्य में कुल 8 लाख 00 हजार सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड 75 हजार 628 सैंपलों की कोरोना जांच की गयी. राज्य में 10 लाख 21 हजार 986 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड 75 हजार 628 सैंपलों की कोरोना जांच की गयी.आज तो 75 हजार से अधिक जांच किए गए.पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार का दावा है कि राज्य में रोजाना 1 लाख जांच हो सकेगा. पिछले 24 घंटे में 75,426 जांच हुए जो अबतक का सर्वाधिक जांच है.वहीं 11 जुलाई को कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि अभी राज्य में प्रतिदिन 83 हजार से अधिक सैंपलों की जांच हो रही है. अब रोजाना एक लाख जांच का लक्ष्य है. इसे दो दिनों में ही पूरा कर लिया गया. यूपी के बाद बिहार दूसरा राज्य है, जहां प्रतिदिन जांच का आंकड़ा एक लाख को पार किया है.

पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड एक लाख चार हजार 452 सैंपलों की कोरोना जांच की गयी. अब तक राज्य में 13 लाख 77 हजार 432 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में बिहार में रिकॉर्ड एक लाख 21 हजार 320 सैंपलों की कोरोना जांच की गयी. अब तक राज्य में 14 लाख 98 हजार 752 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. 15 अगस्त को जारी ट्वीट में कहा गया कि पिछले 24 घंटे में बिहार में एक लाख 13 हजार 498 सैंपलों की गयी. अब तक राज्य में 16  लाख 12 हजार 250 सैंपलों की जांच की जा चुकी है. इस बीच दिनेश कुमार सिंह की लोकहित याचिका में में सरकार जवाब नहीं दे सकी.कोरोना महामारी पर राज्य सरकार को कार्रवाई रिपोर्ट पेश करनी थी, लेकिन वह कोरोना की पॉलिसी के बारे में जानकारी देने लगी बिहार में कोरोना संक्रमण के विस्‍फोट को लेकर पटना हाईकोर्ट गंभीर है. कोरोना महामारी के गंभीर हालात पर हाइकोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. कोरोना महामारी पर राज्य सरकार को कार्रवाई रिपोर्ट पेश करनी थी, लेकिन वह कोरोना की पॉलिसी के बारे में जानकारी देने लगी . इसपर  हाईकोर्ट ने कहा कि पॉलिसी के बारे में नहीं, अभी तक कि हुई कार्रवाई के बारे में बताइए. कितने लोग प्रभावित हैं, जांच, इलाज व बचाव के किए गए उपायों के बारे में बताइए. कोर्ट ने राज्य सरकार को अगली सुनवाई के दिन विस्तृत ब्यौरा पेश करने का निर्देश दिया है.

दिनेश कुमार सिंह की लोकहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की खंडपीठ ने राज्य सरकार को जवाब देने के लिए 20 अगस्त तक का मोहलत दी है.याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना से निबटने की व्‍यवस्‍था का पूरा ब्यौरा मांगा था. साथ ही कोर्ट ने जिला स्तरीय कोरोना अस्पतालों से संबंधित पूरी जानकारी भी मांगी थी. लेकिन सरकार ये जानकारी सरकार नहीं दे सकी. याचिकाकर्ता की वकील रितिका रानी ने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार ने नौ आरटीपीसीआर होने की बात बताई है, जिससे कोरोना की सही जांच होती है.पर, 12 करोड़ की आबादी वाले राज्य में महज नौ मशीनों से जांच कैसे संभव है? सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि बिहार में जांच और इलाज की बेहतर सुविधाएं नहीं हैं.इसके बाद कोर्ट ने राज्य सरकार को अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर व अन्य सुविधाओं का ब्यौरा देने का निर्देश दिया है.अब इसकी अगली सुनवाई 20 अगस्त को है. बिहार में एएनएम को एंटीजन टेस्ट करने में झोंक दिया गया है.इसका बानगी बोलती तस्वीर से झलक रही है. कुछ महीने से एएनएम को वेतन के लाले पड़ गये हैं.वहीं पीएचसी में पीपीई किट का अभाव होने से एएनएम बिना पीपीई किट के ही एंटीजन टेस्ट के लिए सैंपल ले रही हैं. 

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