पटना : बीते दिन कांग्रेस के दो विधायक कांग्रेस छोड़कर जदयू में शामिल हो गए थे। इनमें से सुदर्शन कुमार तथा गोविंदपुर विधायक पूर्णिमा देवी हैं। पूर्णिमा यादव नवादा से जदयू विधायक कौशल यादव की पत्नी हैं। इससे पहले 2010 में जदयू से ही पूर्णिमा देवी विधायक थी और इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गई थी। विधायको के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस में चिंता का माहौल है। इसको लेकर कांग्रेस में कई तरह की आवाज उठने लगी है। इस राजनीतिक घटना के बाद कांग्रेस में समर्पित कार्यकर्ताओ को टिकट देने की मांग उठी है। इस मसले पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि दोनों एमएलए (MLA) जदयू के थे, हमारे कोई MLA पार्टी छोड़कर नहीं जा रहे हैं। सभी एकजुट हैं। इस चुनाव में हम टिकट देने से पहले छानबीन करेंगे। नीतीश पर निशाना साधते हुए झा ने कहा कि नीतीश जी को अपने 15 सालों के कामकाज पर भरोसा नहीं है। अगर उन्हें लगता है कि कांग्रेस को तोड़कर वो मजबूत हो जाएंगे तो मुझे इसपे कुछ नहीं कहना। वहीँ इस मसले पर बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस से जाने वाले विधायकों की पार्टी में कोई भूमिका नहीं थी। समीर सिंह ने कहा कि जिसके पास मजबूत कार्यकर्ता नहीं होता है वही दल दुसरे दल से आये लोगों को टिकट मिलता है। हम मजबूत समर्पित कार्यकर्ताओं की कीमत पर दूसरों को टिकट नहीं दे सकते। एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जो MLA गए हैं वो JDU बैकग्राउंड के ही थे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट दे, ताकि आगे ऐसी नौबत नहीं आये।
शनिवार, 12 सितंबर 2020
बिहार : विधायक गंवाने के बाद बैकफुट पर कांग्रेस
Tags
# बिहार
# बिहार चुनाव
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार चुनाव
Labels:
बिहार,
बिहार चुनाव
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें