दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) देश भर में दरभंगा की पहली हवाई सेवा का परिचालन सुनिश्चित करने वाले महाराज को सम्मान अवश्य मिलना चाहिए... केन्द्रीय उड्डयन मंत्री से दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह के नाम पर करने की मांग करते हुए मिथिला लोकतांत्रिक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज झा ने कहा है कि महाराजाधिराज ने आजादी के पूर्व से संचालित अपने इस एयरपोर्ट को भारत चीन युद्ध के समय में भारत सरकार को समर्पित कर दिया था... दरभंगा महाराज देश के संविधान सभा के सदस्य भी थे और उन्होंने अपनी अकूत संपत्ति देशहित और जन कल्याणकारी कार्यों के लिए समर्पित भी कर रखा है जिसका लाभ आम जनों को हमेशा से मिलता आ रहा है...सरकार केवल महाराज की संपत्ति को अधिग्रहण मात्र करने लिए नहीं है और सरकार को दरभंगा महाराज और मिथिला के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के लिए आगे आना चाहिए...
अपनी इस मांग पर जोर देते हुए अध्यक्ष मनोज झा ने कहा है कि दरभंगा महाराजक की जमीन पर बहुत सारी जनोपयोगी संस्थान आदि संचालित हैं और अगर ये नहीं होता तो आमजनों को विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता...इतना ही नहीं अगर महाराज की संपत्ति उपलब्ध नहीं होती तो इन सब संस्थानों का संचालन हम मिथिलावासियों के लिए दिवास्वप्न ही रहता... मिथिला के विमानन इतिहास पर बात करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष मनोज झा ने कहा कि हमें इस बात पर गर्व करना चाहिए कि दरभंगा महाराज के बल पर ही हमारा विमानन इतिहास गौरवशाली और उन्नत रहा है...दरभंगा एविएशन के नाम से महाराज दरभंगा द्वारा संचालित भारत की पहली हवाई कार्गो सेवा का इतिहास देश जानता है और ऐसी परिस्थिति में हम दरभंगा एयरपोर्ट का नामकरण महाराज कामेश्वर सिंह मिथिला एयरपोर्ट करने की मांग करते हैं और यह कहीं से भी महाकवि विद्यापति का अपमान या विरोध नहीं है... महाकवि विद्यापति हमारे अराध्य थे और रहेंगे जिनको निखारने और साहित्यिक रुप से भी स्थापित करने में दरभंगा महाराज के योगदान को कथमपि भूलाया नहीं जा सकता है... उक्त वर्तमान विन्दु पर सरकार के साथ ही समस्त मिथिलावासियों को दरभंगा महाराज के प्रति कृतज्ञता जताने के लिए आगे आने और इस मांग को बल देने का आग्रह भी किया है...
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