मधवापुर/ मधुबनी। मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के हरलाखी बिधान सभा अंतर्गत सीपीआई आंदोलन के गढ़ रहे बिशनपुर में सैकड़ों लोगों ने भाकपा (माले)का झंडा थामा। बिशनपुर मध्य बिद्धालय के प्रांगण में ग्रामीण व प्रवासी मजदूरों और माले कार्यकर्ताओं का बिशनपुर पंचायत स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि नीतीश मोदी सरकार की गरीब मजदूर व किसान बिरोधी नीतियों के कारण ही बिहार के लाखों श्रमिक, प्रवासी मजदूर बनने को बाध्य हुए।कोरोना व लाकडाउन में प्रवासी श्रमिकों के साथ मोदी और नीतीश सरकार ने अमानविय ब्यबहार किया।आज जहां प्रत्येक मजदूरों को बर्ष में दो सौ दिन का रोजगार और पांच सौ रुपए दैनिक मजदूरी देने की जरूरत है। इससे भी ये सरकारें भाग रही है। इस महामारी और लाकडाऊन के समय में जहां जनता के जीवन और जिबिका पर ध्यान देना चाहिए, वहीं इसकी उपेक्षा कर चुनाव जनता पर लादा जा रहा है। उन्होंने ने आगे कहा कि बिशनपुर की धरती लाल झंडा आंदोलन व गरीब मजदूर किसान आंदोलन की ऐतिहासिक धरती है। जगदेव मंडल के खून से भिंगी धरती को मै लाल सलाम पेश करता हूं। यहां अभी भी सैकड़ों एकड़ ऐसा जमीन है, जो सामंतों और दबंगों के अबैध कब्जा में है।उसे अबैध कब्जा से मुक्त कराकर उस पर गरीब भूमिहीनों का अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करना होगा।सीपीआई नेताओं की सामंत परस्ती के कारण संपूर्ण मधुबनी जिला में गरीबों के आंदोलन के साथ धोखा हुआ है। नीतीश मोदी सरकार ने सामंती ताकतों को शक्ति प्रदान कर गरीब उजाड़ो अभियान चलाया है।
भाकपा-माले, "गरीब बसाओ आंदोलन"के जरिए सामंत और सरकार को करारा जवाब दे रहा है। गरीबों से गद्धारी करने बाले नीतीश मोदी सरकार से आने बाला बिधान सभा चुनाव में बदला चुकाना है। मधवापुर प्रखंड सचिव कामेश्वर राम की अध्यक्षता और बेनीपट्टी प्रखंड माले सचिव श्याम पंडित द्धारा संचालित कंन्वेंशन को संबोधित करते हुए किसान महासभा के जिला सचिव प्रेम कुमार झा ने कहा कि आज खेत, खेती संकट में है। बाढ़ और सुखाड़ की मार किसान, बटाईदार व मजदूर झेल रहे है। बाढ़ पीड़ितों को राहत नहीं मिली। परंतु सरकार अखवार और टीवी में बड़े बड़े दावे कर रही है। सरकार के ढ़ोग का पोल खुल रहा है।बिधान सभा चुनाव में इसे सबक सिखाना है। कंवेंशन को खेग्रामस के जिला सचिव बेचन राम, हरलाखी प्रखंड माले सचिव मदन चंद्र झा, बीरबल दास,अशेशर पासवान,तेतर पासवान,होरिल सदाय, महावीर पासवान,बिपती देवी,बीणा देवी,राम अशिष मंडल वगैरह ने संबोधित किया। जबकि सैकड़ों लोगों ने भागिदारी किया। कंवेंशन में मृत पड़े बिशनपुर अस्पताल को चालू कराने के लिए धारावाहिक आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया।
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