नयी दिल्ली 18 सितम्बर, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों से कहा है कि वे कार्यवाही चलने के दौरान न तो टेबल अधिकारियों के पास जायें और न ही उनके चैंबर में आयें। श्री नायडू ने आज सदन में शून्यकाल शुरू होने पर कहा कि वे सदस्यों को पहले भी सलाह दे चुके हैं कि वे कार्यवाही के दौरान टेबल अधिकारियों के पास न जायें। उन्होंने कहा कि कार्यवाही शुरू होने से पहले सदस्य अपने सभी संदेह दूर कर सकते हैं और जानकारी ले सकते हैं। कार्यवाही के दौरान सदस्यों को कोई भी जानकारी लेने के लिए पर्ची का इस्तेमाल करना चाहिए। श्री नायडू ने बाद में कहा कि सदस्यों को सभापति के चैम्बर में भी नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि सदस्य अपने शून्यकाल नोटिस के बारे में जानकारी लेने के लिए उनके पास आ जाते हैं। उन्हें इससे परेशानी नहीं है बल्कि उन्हें सदस्यों से मिलना अच्छा लगता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग और हमारे ही लोग कह रहे हैं कि कृपया इसकी अनुमति न दें। उन्होंने कहा कि ये सभी बंद कमरे हैं और हवा का बाहर अंदर आवागमन नहीं हो पाता। कृपया इसे ध्यान में रखें और इससे बचें। उन्होंने कहा कि यदि आपको कोई समस्या है तो चेयर को पर्ची भेजें। आप मुझे भी लिख सकते हैं और मैं विषय का समाधान करने की हर संभव कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि सदस्यों को आपस में भी पर्ची से ही बातचीत करनी चाहिए। हल्के अंदाज में उन्होंने कहा , “ परीक्षा कक्ष में पर्ची का आदान प्रदान नहीं हो सकता लेकिन यहां इसकी अनुमति है। ”
शनिवार, 19 सितंबर 2020
नायडू ने सदस्यों को उनके चैम्बर में न आने की सलाह दी
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