मेदिनीनगर (झारखंड), 24 सितम्बर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की विशेष टीम ने सहायक पुलिस उपनिरीक्षक को छह हजार रुपये का कथित रिश्वत लेते हुए बृहस्पतिवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एक आपराधिक मामले में दर्ज नाम को हटाने की एवज में हुसैनाबाद थाना में पदस्थापित सहायक उप निरीक्षक संतोष कुमार को छह हजार रुपये का रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि 11 जुलाई को उक्त थाना क्षेत्र में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके अनुसंधान की जिम्मेदारी सहायक उपनिरीक्षक संतोष कुमार को मिली थी।
सूत्रों के बताया कि उक्त मारपीट लाल मोहन यादव और ननकू यादव के बीच हुई थी। सूत्रों के अनुसार, इस मामले के ही अद्यतन जानकारी लेने बाईस वर्षीय आशीष कुमार यादव थाने में जाकर अनुसंधानकर्ता पुलिस अफसर से मिला था। एएसआई ने कुमार को धमकी देते हुए कहा था कि मुकदमे में तुम्हारा भी नाम है और अगर नाम हटाना चाहते हो तो छह हजार रुपये का रिश्वत दो। उक्त मामले की जानकारी आशीष ने मेदिनीनगर स्थित ब्यूरो के दफ्तर में दी और आज योजनाबद्ध तरीके से पुलिस अधिकारी को कथित रूप से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया।
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