अपने अधिकार पर अड़ी अनन्या को
अरुण कुमार ( बेगूसराय ) राजधानी एक्सप्रेस सिर्फ एक यात्री को लेकर 535 कि०मी० का सफर तय करते हुए पहुंची रांची।युवती के जिद्द के आगे रेलवे बोर्ड को भी पड़ा झुकना।युवती का कहना था कि जब मैंने टिकट राजधानी ट्रेन का लिया है तो बस और कार से क्यों जाऊं?रेलवे के अधिकरियों के मनाने के बाद भी युवती नहीं मानी।और अंत मे हारकर काफी मनाने के बाद भी जब युवती नहीं मानी तो सिर्फ एक सवारी युवती को अकेले लेकर राजधानी एक्सप्रेस को रांची तक पहुंचाना पड़ा उस युवती को।
रेलवे ट्रेक को किया था जाम
राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के बी-3 बोगी में रांची एचईसी कॉलोनी की अनन्या सफर कर रही थी।लेकिन डालटेनगंज में टाना भगत के प्रदर्शन के कारण ट्रेन का चक्का जाम था।इस रुट से दरें आगे जा ही नहीं सकती थी।बाकी यात्रियों को बस-कर,प्राइवेट वाहनों से रांची भेजा गया।लेकिन यह युवती जाने को तैयार नहीं थी। वह बार-बार बोल रही थी कि वह राजधानी एक्सप्रेस से ही जाऊंगी बस से जाना होता तो ट्रेन का टिकट ही क्यों लेती।टिकट राजधानी एक्सप्रेस का है तो इसी से जाऊंगी।
ट्रेन को रांची जाने के लिए बदलना पड़ा अपना रुट।
अनन्या की जिद के आगे रेलवे बोर्ड को झुकना पड़ा।और फिर राजधानी एक्सप्रेस को डाल्टेनगंज से वाया गया, गोमो और बोकारो होते हुए रांची भेजा गया।डाल्टेनगंज से रांची ट्रेन की दूरी 308 कि०मी० है, लेकिन रूट चेंज कर युवती को पहुंचाने के लिए राजधानी एक्सप्रेस को 535 कि०मी० का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ा।लगभग सभी यात्रियों को बस-कार से भेज दिया गया था बस एकमात्र सवारी बची थी अनन्या। 200 से अधिक की संख्या में टाना भगत लातेहार के चंदवा में रेलवे ट्रैक को जाम कर रखा था। रेलवे ट्रैक जाम होने के कारण नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस रांची नहीं जा सकती थी।जिसके बाद प्रशासन ने बस से डाल्टेनगंज स्टेशन से यात्रियों को रांची बस से भेज दिया गया।टाना भगत बुधवार शाम करीब पांच बजे से ही रेलवे ट्रैक पर बैठ कर जाम के हुए है।टाना भगत झारखंड में कोल परियोजना को बंद करने की मांग कर रहा है। टाना भगत का कहना है कि झारखंड का खजाना बाहर भेजा रहा है और यहां के लोग कंगाल हो रहे है और बाहरी लोग मालामाल हो रहे हैं।टाना भगत भूमि पट्टा और टाना पेंशन की मांग भी कर रहा है।आरपीएफ और जीआरपी के जवान और अधिकारी समझाने की कोशिश कर रहे हैं पर वह हटने को तैयार नहीं है।लेकिन ट्रेन में सवार युवती बस से नहीं ही गई तो अंत मे रेलवे बोर्ड को झुकना ही पड़ा और फिर दूसरे रूट से राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को रांची भेजा गया।
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