अरुण शाण्डिल्य ( बेगूसराय ) सूत्रों की मानें तो मोतिहारी जिले के एक स्कूल जी की श शिक्षा का मंदिर होता है,जहाँ बच्चों के भविष्य का निर्माण होता है वहाँ एक सरकारी प्रिंसिपल ने अपने ही स्कूल को मयखाना बना दिया।वह भी तब जब बिहार में पूर्ण रुप से कानून शराबबंदी है।ऐसे में कानून की धज्जियाँ उड़ाते हुए प्रिंसिपल ने सीधे सरकार को ही चुनौती दे डाली है।यह मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय काशीपकड़ी का है।
प्रिंसिपल को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
स्कूल को शराब गोदाम बनाने की जैसे ही जानकारी अधिकारियों को मिली तो शिक्षा विभाग से लेकर उत्पाद और पुलिस के अधिकारियों के होश उड़ गए।मंगलवार की रात पुलिस ने स्कूल में छापेमारी कर 169 कार्टून में रखी 1477 लीटर विदेशी शराब पुलिस ने बरामद की।पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल और एक सहायक शिक्षिका के पति को भी गिरफ्तार कर लिया है।प्रिंसिपल शिवशंकर प्रसाद और शिक्षिका के पति राजेंद्र रजक के खिलाफ पुलिस ने मद्य निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर दोनों को जेल भेज दिया।पुलिस ने बताया कि प्रिंसिपल ने स्कूल को शराब का गोदाम बना दिया था। लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद था जिसका फायदा शातिर प्रिंसिपल बड़े मजे से उठा रहा था।बरामद शराब की कीमत लगभग 08 लाख रुपए आंकी जा रही है।
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