बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्र है।इसमें सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र दीघा है। इस क्षेत्र में पांच संभावित प्रत्याशियों को लेकर सोशल मीडिया फेसबुक पर रायशुमारी किया जा रहा है।
पटना। दीघा विधानसभा क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। इस विधानसभा क्षेत्र में पटना नगर निगम के 24 वार्ड आता है। बिहार में सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र दीघा ही है। इस समय सोशल मीडिया फेसबुक पर पांच संभावित प्रत्याशियों को लेकर दीघा विधानसभा क्षेत्र 181 में रायशुमारी चल रहा है। राजद के गठनकाल से ही संगठन के विभिन्र पद पर कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू राय की धर्मपत्नी व राजद की संभावित प्रत्याशी सुनीता देवी ने लगातार बढ़त कायम कर रखी है।यह बढ़त रायशुमारी के प्रथम दिन से ही जारी है।आज दूसरे दिन 317 वोटर का समर्थन प्राप्त कर ली है। जो 69.06 फीसदी है। बीजेपी के सिटिंग विधायक डॉ.संजीव चौरसिया को 29 वोटर का समर्थन प्राप्त है। जो 6.32 फीसदी है। दीघा और दानापुर विधानसभा क्षेत्र में 'कोई व्यक्ति भूखे सोए नहीं' मुहिम से जुड़े हैं सन्नी सिंह राठौर।
यह सामाजिक कार्यकर्ता स्कूटी से रात्रिपहर निकलते हैं। चारों तरफ घूम-घूम और ढूंढ-ढूंढ कर इंसान को खाना पहुंचाने का काम करते हैं। इस तरह से नि:शुल्क सेवा करते हैं। इनको 102 वोटरों का समर्थन प्राप्त है,जो 22.22 फीसदी है। दीघा विधानसभा क्षेत्र 2010 में पूनम देवी विजयी हुई थीं। पूर्व विधायक को सिर्फ 7 वोटरों का समर्थन मिला। जो 1.53 फीसदी है।सबसे बुरा है 2015 में पराजित जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन का है। उनको 4 वोट मिला।जो 0.87 फीसदी है।
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