पटना 04 सितंबर, बिहार के उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में पांच महीने बाद पहली बार पिछले वर्ष की तुलना में अगस्त में राज्य के अपने राजस्व संग्रह में 11.70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। श्री मोदी ने शुक्रवार को यहां बताया कि वित वर्ष 2020-21 में पांच महीने बाद पहली बार पिछले वर्ष की तुलना में अगस्त में राज्य के अपने राजस्व संग्रह में 11.70 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, फिर भी राजस्व संग्रह इस साल के लक्ष्य 39989 करोड़ रुपये से कोसो दूर है। सरकार की कोशिश है कि कोरोना संक्रमण और महीनों के लाॅकडाउन के बावजूद कम से कम पिछले साल जितना कर संग्रह किया जा सके।
वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में वित्त वर्ष 2020-21 में अगस्त तक के पांच माह में सभी महत्वपूर्ण विभागों के कर संग्रह में 23.69 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। वाणिज्य कर में 31.99 प्रतिशत, निबंधन में 50.18 और परिवहन में 35.75 प्रतिशत कम संग्रह हुआ है। विपरित परिस्थितियों के बावजूद केवल खनन में 77.93 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। श्री मोदी ने कहा कि अप्रैल 2020 में जब पूरी तरह लाॅकडाउन लागू था तो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में राजस्व संग्रह में 81.61 प्रतिशत तथा मई में 42.14 प्रतिशत की कमी रही। जून में जब अनलाॅक शुरू हुआ और अधिकांश सेवाओं को जारी किया गया तो यह घाटा 15.12 फीसदी और जुलाई में 8.34 प्रतिशत रहा। वित्त मंत्री ने कहा कि इस वर्ष अगस्त में राजस्व संग्रह की स्थिति में पिछले चार महीने की तुलना में सुधार हुआ है। लेकिन, सभी स्रोतों के औसत कर संग्रह में अब भी विगत वर्ष की इसी अवधि की अपेक्षा 23.69 प्रतिशत की कमी बरकरार है।
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