उनके कार्यकाल में नगर परिषद, मधुबनी का राजस्व संग्रहण लगभग चार गुना बढ़ा।
मधुबनी 24, सितम्बर, प्रशिक्षु सहायक समाहर्ता, सुश्री प्रीति (भा.प्र.से.) द्वारा अपने निर्धारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत दिनांक 01.09.2020 से 22.09.2020 तक कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, मधुबनी का स्वतंत्र कार्यभार ग्रहण कर कार्य किया गया। उनके द्वारा अपने कार्यकाल के कार्यों का प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी दिया गया। प्रशिक्षु सहायक समाहर्ता ने बताया कि उनके प्रभार लेते ही, सभी सफाई कर्मी एवं कुछ अन्य कर्मचारी लगभग 9 महीने से वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर चले गये और साथ ही आवास योजना पर लगी रोक के चलते उन्हें प्रदर्शन एवं धरने पर बैठे लोगों के रोष का सामना भी करना पड़ा।
उन्होनें बताया कि यह उनका पहला स्वतंत्र प्रभार है और पहले कार्यपालक पदाधिकारी श्री आशुतोष चौधरी (जो इस दौरान छुट्टी पर थे), से कार्यालय की स्थिति के बारे में कोई जानकारी न मिलने के कारण उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ी। अपने कार्यकाल के दौरान नगर परिषद, मधुबनी के कुल 10 कर संग्रहकर्ता के कार्यबल के विरुद्ध उन्हें मात्र 8 कर संग्रहकर्ता के साथ कार्य करना पड़ा। इस दौरान पिछले वर्ष (2019) के राजस्व संग्रहण ₹4,28,758 के विरुद्ध इस वर्ष (2020-जो की कोरोना महामारी वर्ष है), राजस्व संग्रहण ₹16,93,937 हुआ जो विगत वर्ष से लगभग 4 गुना अधिक है। यद्धपि उन्होंने अपने प्रतिवेदन में इस बात का उल्लेख किया है कि कोविद-19 के कारण उनके द्वारा कर संग्रह में काफी नरमी बरती गई। उन्होंने बताया कि 2 कर संग्रहकर्ता द्वारा कर संग्रहण ना करने व कर हस्त पुस्तिका कार्यालय को ना सौंपने (इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर दी गई है), के कारण कुल 30 वार्डों में से 06 वार्डों में कर संग्रहण न के बराबर हुआ। कोरोना महामारी के समय संक्रमण से डर रहे कर संग्रहकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने में भी उन्हें खासा मेहनत करनी पड़ी।
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