- जनवरी, 2021 में ‘मेगा वर्चुअल शो’ कराने की भी है योजना
- वर्चुअल कारपेट फेयर की लगातार दुसरी बार बंपर सफलता के बाद आयोजक कमेटी सीईपीसी व निर्यातकों में बेहतर कारोबार की जगी उम्मींदें
- कोरोनाकाल में छह माह से भी अधिक समय से ठप पड़े कारपेट इंडस्ट्री में वर्चुअल फेयर से मिली संजीवनी
श्री सिंह ने कहा कि यह फेयर माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की ओर परिषद का एक छोटा सा कदम है “आत्मीय निर्भर भारत“ और “ओकल फार लोकल”। आशा करते हैं कि होने वाले और वुर्चअल फेयरों में अधिक खरीदार आएंगे और एक्सपो को बहुत सफल बनाएंगे। सीईपीसी के सीनियर प्रशासनिक सदस्य उमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार ने पूरी समिति को एक महान मंच की व्यवस्था करने के लिए बधाई दी है। श्री गुप्ता ने कहा कि सीईपीसी ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार के उन देशों में उत्पाद बेचने की पहल की है जहां कोविड-19 से पहले चीन का प्रभुत्व रहा था। आयातकों द्वारा कलात्मक कालीनों को पसंद की गई पूछताछ से आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड में व्यापार के नए स्रोत खुलने की संभावना जगी है। भारत का आस्ट्रेलिया से चार व न्यूजीलैंड से महज एक फीसद कालीन व्यवसाय में भागीदारी है। ऐसे में इन देशों में व्यापार की प्रबल संभावना है। आयातकों के रुझान को देखते हुए व्यापार सृजन की अच्छी संभावना बनी है। या यू कहे जिस मकसद से फेयर का आयोजन किया गया है उसमें लगातार सफलता मिल रही है। इस पहल ने भारतीय उत्पादों के बीच की खाई को पाटने और महामारी के बाद के युग में दुनिया भर में हस्तनिर्मित कालीनों और फर्श कवरिंग की मांग बढ़ाया है। इस मौके पर कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव (कपड़ा) एवं आईएएस रवि कपूर ने वीडियो संदेश में वर्चुअल बीएसएम के आयोजन में परिषद के प्रयासों की सराहना की। साथ ही सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कोशिश व समर्थन देते रहेंगे। कपड़ा मंत्रालय, सरकार के आईएएस एवं विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) शांतमनु ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और ओशिनिया मार्केट के लिए बीएसएम ने 2 वर्चुअल प्रदर्शनी का आयोजन किया है। ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार कालीने तैयार रखने की जरुरत है। भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग में बेहतरीन कालीनें बनाने की क्षमता है। इसलिए अधिक से अधिक ग्राहक आभासी प्रदर्शनी में अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित कराएं। सीईपीसी के सीनियर सीओए उमेश कुमार गुप्ता ने परिषद की ओर से कालीन निर्यातकों एवं विदेशी ग्राहकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आप लोग अवसर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। अंत में श्री गुप्ता ने सफलता की कामना करते हुए सभी प्रतिभागियों को बेहतर व्यसाय करने की शुभकामनाएं दीं। प्रशासन समिति के सभी सदस्य खुश और आशान्वित हैं कि बीएसएम सदस्यों के लिए फायदेमंद होगा और वे अच्छा व्यवसाय प्राप्त करेंगे। सीईपीसी के कार्यकारी निदेशक संजय कुमार ने परिषद सब का साथ और सबका विकास की दृष्टि से काम कर रही हैं। श्री उमेश कुमार गुप्ता की अगुवाई में सभी सदस्यों ने अपनी उपस्थति दर्ज कराई। जिसमें संदीप कटारिया, गुलाम नबी भट, राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, हुसैन जाफर हुसैनी, फिरोज वजीरी, श्रीराम मौर्य और श्री बोधराज मल्होत्रा सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
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