झारखंड : शिक्षा मंत्री की हालत बेहद नाजुक, कोरोना से फेफड़ा नाकाम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 18 अक्तूबर 2020

झारखंड : शिक्षा मंत्री की हालत बेहद नाजुक, कोरोना से फेफड़ा नाकाम

  • मेदांता के डॉक्टरों ने दी फेफड़ा ट्रांस्प्लांट की सलाह

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रांची/नयी दिल्ली : कोरोना पॉजिटिव झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। संक्रमण के कारण उनका एक फेफड़ा पूरी तरह डैमेज हो गया है। गुड़गांव स्थित मेदांता हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने फेफड़ा ट्रांसप्लांट करने की सलाह दी है। गुड़गांव मेदांता हॉस्पिटल के डॉ. जायसवाल और डॉ. जतिन मेहता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रांची में भर्ती शिक्षा मंत्री की हालत जानने के बाद कहा कि वहां मेडिका में अभी जो इलाज चल रहा है, वह ठीक है। लेकिन, इंफेक्शन काफी बढ़ जाने के कारण उनका फेफड़ा काफी हद तक खराब हो चुका है। इसलिए उन्हें तत्काल वेंटिलेटर पर रखा जाए। 5 से 7 दिन के बाद जब मंत्री की हालत में सुधार आता है तो उन्हें देश के किसी ऐसे अस्पताल में शिफ्ट किया जाए जहां उनका फेफड़ा बदला जा सके। गुड़गांव मेदांता की विशेषज्ञ टीम ने रिम्स के क्रिटिकल केयर के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्य, मेडिसिन डिपार्टमेंट के इंचार्ज डॉ. उमेश प्रसाद और कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ. ब्रजेश मिश्रा से शिक्षा मंत्री की सेहत पर विशद बातचीत की। गौरतलब है कि मंत्री के इलाज के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा गठित रिम्स की एक्सपर्ट टीम ने उनकी हालत गंभीर बताई थी। इसके बाद गुड़गांव मेदांता हॉस्पिटल से दो विशेषज्ञों की टीम मंत्री का हेल्थ रिव्यू करने चार्टर्ड प्लेन से मेडिका अस्पताल रांची आने वाली थी। लेकिन कुछ कारणों से वे नहीं आ सके। इसके बाद मेदांता की टीम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंत्री की हालत की जानकारी ली। टीबी व छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि इंसान का फेफड़ा दो हिस्से में काम करता है। एक तरफ गैस का आदान-प्रदान होता है तो दूसरे हिस्से में खून की नलियां बिछी रहती हैं, जहां ऑक्सीजन मिलने से खून शरीर के विभिन्न भागों में पहुंचता है। हाई फ्लो ऑक्सीजन देने से ऑक्सीजन फेफड़े में पहुंच तो रहा है, लेकिन संक्रमण अत्यधिक फैलने के कारण ऑक्सीजन खून को शरीर के विभिन्न भागों तक नहीं पहुंचा पा रहा है। इस कारण ही शिक्षा मंत्री की हालत गंभीर बनी हुई है। शिक्षा मंत्री 28 सितंबर को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें रिम्स के कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था। एक अक्टूबर को उन्हें मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से शिक्षा मंत्री मेडिका में इलाजरत हैं।

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