नामांकन के बाद पहले दिन मंत्री महेश्वर हजारी चुनाव प्रचार के लिए निकले थे.इस दौरान पूसा प्रखंड के महमदपुर देवपार पंचायत स्थित भराव गांव में लोगों ने उनका पुरजोर विरोध किया और उनसे उनके 10 साल के कार्यकाल का हिसाब मांगा....
समस्तीपुर । नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में मंत्री महेश्वर हजारी को रविवार के दिन अपने ही विधानसभा क्षेत्र में जमकर विरोध झेलना पड़ा. समस्तीपुर के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरे महेश्वर हजारी जब अपने क्षेत्र में प्रचार करने पहुंचे तो वहां उनका सामना आक्रोशित जनता से हो गया. बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशी जमकर प्रचार कर रहे हैं.खुद का 15 साल के दरम्यान विकास न किया हो तो 15 साल के पहले वाले राजनीतिज्ञ पर ठीकरा फोड़ दीजिए. कहने लगे कि बिहार में जंगलराज को खत्म किया और कानून का राज स्थापित किया.विकास का काम जिस तरह से शुरू हुआ उसका परिणाम सामने है.आज बिहार प्रगति की राह पर है.लालू-राबड़ी सरकार के 15 वर्षों का जिक्र कीजिए. स्थिति हुई कि जब पति अंदर जाने लगे तो पत्नी को बिठा दिया.पति-पत्नी की सरकार ने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया.पुल, पुलिया, सड़क, स्कूल, अस्पताल इन सब पर ध्यान ही नहीं रहा. महिलाओं के कल्याण के लिए भी कुछ नहीं किया. इस तरह का पाठ पढ़कर सिटिंग एमएलए महेश्वर हजारी नामांकन दाखिल कर क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने आए. पहले ही जनसम्पर्क अभियान में मंत्री जी जनता को अपने पाले में विफल हो गये.दूसरे क्षेत्र में जनप्रतिनिधि लगातार जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं, हालांकि इस दौरान उन्हें कमोवेश जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.ताजा मामला समस्तीपुर के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र का है जहां जनता ने जनसंपर्क के लिए आए जदयू के निवर्तमान विधायक सह बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी को खदेड़ दिया. पहले दिन ही सिटिंग एमएलए सह मंत्री महेश्वर हजारी जी का का जनसर्म्पक का बोहनी शुभ नहीं रहा.घर के देवी और देवताओं का नमन करके मंत्री जी प्रजातंत्र के वोटरों का आर्शीवाद लेने वैक्किल से निकले. जब सिटिंग विधायक पूसा प्रखंड के महमदपुर देवपार पंचायत स्थित भराव गांव में पहुंचे तो लोगों ने पुरज़ोर विरोध करने लगे. लोगों ने विधायक सह मंत्री जी से अपने कार्यकाल में किये गये कार्यों का हिसाब मांगा दें और जमकर जमकर विरोध किया.अपने समर्थकों के साथ आगे नहीं बढ़ सके.10 साल का हिसाब सिटिंग एमएलए सह मंत्री के पास नहीं रहने से अकबका गये.जागरूक जनता 10 साल का हिसाब मांगने पर अडिग ही रहे. मिली जानकारी अनुसार कल्याणपुर विधानसभा के पूसा प्रखंड में जनसंपर्क के दौरान मंत्री जी का जनता ने जमकर विरोध किया.इधर, विरोध देखकर मंत्री जी को अपने समर्थकों के साथ बैरंग वापस लौटना पड़ा. वहीं, किसी ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो अब खूब वायरल हो रहा है.विरोध कर रहे लोगों कहना था कि आपने क्षेत्र की जनता के साथ सौतेला व्यवहार किया है.मंत्री और विधायक रहने के बावजूद क्षेत्र कुछ नहीं किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.लेकिन अब क्षेत्र की जनता अब जागरूक हो चुकी है, रोड नहीं तो वोट नहीं.युवा को रोजगार चाहिए. बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में समस्तीपुर के कल्याणपुर में मुकाबला चाचा-भतीजा के बीच है.एक तरफ जहां राम विलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं, तो दूसरी ओर रिश्ते में उनके चाचा जनता दल (युनाइटेड) के उम्मीदवार व पूर्व सांसद महेश्वर हजारी चुनौती दे रहे हैं.
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