सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी को भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल नहीं किया है.वे जब राजनीति में आए थे तो सबसे तेजतर्रार और युवा चेहरों में शुमार थे.25 साल की उम्र में विधायक बनने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. सारण में लालू यादव के खिलाफ लगातार चुनाव लड़ते रहे और हराया भी.अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री भी रहे.लेकिन, इन दिनों पूरी तरह से साइडलाइन हो चुके हैं. इस मामले में बात करते हुए उनका दर्द छलक गया.उन्होंने कहा, 'यह बहुत दुख का विषय है कि मेरा नाम इस लिस्ट में नहीं है. विधायक के स्तर का भी नहीं समझा.' फ़िलहाल उनके पास पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के अलावा कोई जिम्मेदारी नहीं है. सैयद शाहनवाज हुसैन भाजपा में सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. उन्होंने कहा, 'यह पार्टी का फैसला है, मैं इसमें क्या कर सकता हूं.पार्टी मुझे जो भी काम देती है, वो मैं करता हूं. मुझे स्टार प्रचारक न बनाया जाना पार्टी का निर्णय हो सकता है.मैं इसपर कोई भी जवाब नहीं दे सकता हूं.' 'मैं तो अटल बिहारी वाजपेयी के नवरत्नों में से एक हूं...' शाहनवाज हुसैन अक्सर यह बात कहते हैं। लेकिन, इस नवरत्न का उपयोग भाजपा नहीं करना चाहती है.पार्टी में सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे के तौर पर सैयद शाहनवाज हुसैन जरूर हैं, लेकिन भाजपा ने इस लायक नहीं समझा कि उन्हें स्टार प्रचारक बनाए. लिस्ट में एक भी मुसलमान नहीं है, जबकि हुसैन बिहार से ताल्लुक भी रखते हैं और मुसलमान भी हैं.
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है.इस लिस्ट में एक भी अल्पसंख्यक प्रचारकों को शामिल नहीं किया गया.राष्ट्रीय प्रवक्ता व वाजपेयी के नवरत्नों में शामिल शाहनवाज हुसैन को नजरांदाज कर दिया गया. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है. जबकि दूसरे और तीसरे नंबर पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम है. बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में चौथा नाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का है. जबकि पांचवे और छठे स्थान पर डॉ संजय जयसवाल और सुशील मोदी का नाम है. इस लिस्ट में भूपेंद्र यादव ने सातवे नंबर पर जगह बनाई है. जबकि देवेंद्र फडणवीस का नाम आठवें नंबर पर है. स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में राधा मोहन स्वामी और रवि शंकर प्रसाद का नाम नौंवे और दसवे नंबर पर है. इसी क्रम में गिरिराज सिंह, स्मृति इरानी, अश्विनी कुमार चौबे, नित्यानंद राय, आरके सिंह, धमेंद्र प्रधान, योगी आदित्यनाथ, रघुवर दास, मनोज तिवारी, बाबू लाल मरांडी, नंद किशोर यादव, मंगल पांडे, राम कृपाल यादव, सुशील सिंह, छेदी पासवान, संजय पासवान, जनक छामर, सम्राट चौधरी, विवेक ठाकुर और आखिर में निवेदिता सिंह भी शामिल हैं. टॉप 10 प्रचारकों में बिहारी मूल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे नंबर पर हैं जबकि डिप्टी सीएम सुशील मोदी छठे नंबर पर डॉ. संजय जायसवाल के बाद हैं। इस सूची में नौवें नंबर पर बिहार के बड़े नेता और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह और दसवें पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद रखे गए हैं। इस सूची में सिर्फ दो महिलाओं को जगह दी गई है.इनमें बारहवें नंबर पर स्मृति ईरानी और सबसे अंतिम तीसवें नंबर पर बिहार की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष निवेदिता सिंह को रखा गया है.
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