जयपुर, 30 नवंबर, राजस्थान की पूर्व मंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)की वरिष्ठ विधायक किरण महेश्वरी का रविवार देर रात निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित थीं और गुरुग्राम के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उदयपुर सीट से लोकसभा सांसद रहीं महेश्वरी (59) राजसमंद से तीसरी बार विधायक थीं। पार्टी सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद वह कई दिन से गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्तीं थीं जहां रविवार देर रात उनका निधन हो गया और मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से दो विधायकों का निधन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल कलराज मिश्र, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित देश प्रदेश के तमाम नेताओं ने महेश्वरी के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने महेश्वरी के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘किरण महेश्वरी जी के असामयिक निधन से गहरा दुख हुआ। एक सांसद, विधायक और राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्होंने राज्य के विकास तथा वंचित तबकों के सशक्तिकरण के लिए अथक प्रयास किए।’’
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने ट्वीट किया,‘‘ उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और हितों को संरक्षित करने के लिए समर्पित किया। मेरे लिए उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है।’’ मुख्यमंत्री गहलोत ने महेश्वरी के आसमयिक निधन पर शोक जताते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया,‘‘किरण महेश्वरी ने सदैव भाजपा को मजबूती प्रदान की और आजीवन भाजपा की सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में भूमिका निभाई। उनके निधन से संगठन में हुए खालीपन को भरना आसान नहीं होगा।’’ एक वीडियो संदेश में राजे ने महेश्वरी को एक सफल व ईमानदार नेता के रूप में याद किया। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिह डोटासरा सहित विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं ने महेश्वरी के निधन पर गहरा दुख जताया है। किरण महेश्वरी ने अपने राजनीति जीवन की शुरुआत 1985 में की जबकि 1990 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए सक्रिय भूमिका साौंपी। वर्ष 1994 में वह उदयपुर नगर परिषद की अध्यक्ष बनीं। वर्ष 2000 में वह भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष और 2003 में राजस्थान भाजपा की पहली महिला महासचिव बनीं। वह वर्ष 2006 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष, 2011 में पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व 2013 में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहीं। महेश्वरी 2004 के लोकसभा चुनाव में उदयपुर-राजसमंद सीट से विजयी रहीं। वर्ष 2008 में वह राजसमंद से विधायक चुनी गयीं और तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहीं। वहीं,महेश्वरी के निधन के साथ ही 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में विधायकों की संख्या 197 रह गयी है। हाल ही में तीन विधायकों का निधन हुआ है। इनमें से महेश्वरी व कांग्रेस के कैलाश त्रिवेदी का निधन कोविड-19 की वजह से हुआ जबकि सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक व सामाजिक आधिकारिता मंत्री भंवरलाल मेघवाल का भी लंबी बीमारी के बाद 16 नवंबर को निधन हो गया।
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