बिहार : अनेकता में एकता हमारे संविधान का भी मूलमंत्र : डेरिक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 6 नवंबर 2020

बिहार : अनेकता में एकता हमारे संविधान का भी मूलमंत्र : डेरिक

"सर्व धर्म सम्मान से ही होगा मेरा देश महान", जय माँ भारती...

unite-india-by-costitution
पटना. अनेकता में एकता हमारे संविधान का भी मूलमंत्र है.रोमन कैथोलिक डेरिक लौरेंस कहते हैं कि मैं पूजन पद्धति तो अपने धर्म ईसाई के अनुसार करते ही हैं, जो उचित और आवश्यक है.उन्होंने स्पष्ट किया कि दूसरे धर्म का भी सम्मान करने से हम भारतवासी प्रेम के एकसूत्र में बंधते एवम बांधते हैं। "सर्व धर्म सम्मान से ही होगा मेरा देश महान", जय माँ भारती। रोमन कैथोलिक डेरिक लौरेंस कहते हैं कि कलाकार की कला और पत्रकार की पत्रकारिता को धर्म विशेष,पार्टी से प्रभावित और न ही दोस्त से दोस्ती,दुश्मन से दुश्मनी होती है। वह अपने आप में एक सबसे बड़ा धर्म है। जो सभी जातीय भेद भाव मिटा देती है। मैंने lent के समय भी एक गीत बनाया था जिसको आपने भी सराहा था और मेरा उत्साहवर्धन किया था। अभी मेरा मकसद "सर्व धर्म सम्मान है"। रोमन कैथोलिक डेरिक लौरेंस कहते हैं कि गत वर्ष पवित्र महाछठ पर्व के अवसर पर छठी मइया पर video जारी किये थे।उस पर आपने काफी कुछ लिख ही दिया था। हजारों लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की थी।इससे प्रोत्साहित होकर द्वितीय बार वीडियों जारी किये हैं।Once again SV Films comes with a presentation for you"A legend of the Great Chhat Festival" based upon the believe "स्वधर्म पूजन, सर्व धर्म सम्मान"।https://youtu.be/Et-CwH9d1Wk जो इन दिनों धमाल मचा रहा है।इस साल महाछठ का कार्यक्रम है।

कोई टिप्पणी नहीं: