पटना. बिहार में मुख्यमंत्री पद की शपथ नीतीश कुमार ने ली.कुल मिलाकर सात बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.इसमें चार बार एनडीए से जुड़े हैं.आज नीतीश-सुशील की जोड़ी टूट गयी.एक उप मुख्यमंत्री के बदले दो उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लिये. इसमें पहला नाम रेणु देवी का और दूसरा नाम तारकिशोर प्रसाद का है. BJP की विधायक रेणु देवी बिहार की पहली महिला उप मुख्यमंत्री बन गयी हैं. नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर NDA सरकार बन गयी है और उत्तर प्रदेश की तरह इस बार बिहार में भी दो डिप्टी सीएम (उप मुख्यमंत्री) बने. इसमें पहला नाम कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद का और दूसरा नाम बेतिया सीट की विधायक रेणु देवी का है. उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा, 'बहुत बड़ी जिम्मेदारी है एक कार्यकर्ता के लिए. एक कार्यकर्ता होने के नाते हम सभी लोग काम करते ही रहते हैं. जनता ने हम पर जो विश्वास दिखाया है हमारी कोशिश यही है कि उस पर खरा उतरें.' आपको बता दें, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी बनी हैं.वह बिहार की पहली महिला डिप्टी सीएम हैं. बेतिया की रहने वाली रेणु देवी ने यहीं से विधानसभा क्षेत्र में पांचवी बार जीत हासिल की है. रेणु देवी पहली बार साल 2000 में विधायक बनी थीं, इसके बाद साल 2005 से साल 2010 तक विधायक बनी रहीं. मगर साल 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
कौन हैं रेणु देवी
रेणु देवी दुर्गावाहनी से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाली बीजेपी विधायक रेणु देवी ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद तक रहीं. अतिपिछड़ा समुदाय की नोनिया जाति से आने वाली रेणु देवी का जन्म 1 नवंबर 1959 को हुआ और बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गईं. साल 1981 में रेणु देवी का सामाजिक जीवन में पदार्पण हुआ. चंपारण और उत्तर बिहार को कार्यक्षेत्र बनाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हक की लड़ाई शुरू किया और साल 1988 में बीजेपी की दुर्गावाहिनी की जिला संयोजक बनीं. साल 1989 में बीजेपी महिला मोर्चा की चंपारण क्षेत्र की अध्यक्ष चुनी गईं. रेणु देवी को 1990 में तिरहुत प्रमंडल में महिला मोर्चा का प्रभारी बनाया गया और 1991 में प्रदेश महिला मोर्चा की महामंत्री बनीं. वे 1992 में जम्मू कश्मीर तिरंगा यात्रा में शामिल हुईं और 1993 में बीजेपी बिहार प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गई.1996 में फिर महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनी और 2014 में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली. साल 1995 के चुनाव में पहली बार नौतन विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया, लेकिन जीत नहीं सकीं. साल 2000 में बेतिया विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने टिकट दिया और करीब दस हजार मतों से जीतकर पहली बार विधायक चुनी गईं. इसके बाद 2005 में फरवरी और अक्टूबर चुनाव में फिर बेतिया से जीतकर विधानसभा पहुंची. 2007 में बिहार सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री बनीं और 2010 चुनाव में बेतिया से जीत हासिल की, लेकिन 2015 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के हाथों मात खा गईं. हालांकि, 2020 में एक बार फिर बेतिया सीट से ही जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचीं तो पार्टी ने उन्हें विधायक दल का उपनेता चुना है और डिप्टी सीएम की रेस में भी वो शामिल हैं. बिहार की राजधानी पटना (Patna) में सीएम आवास पर एनडीए की बैठक के बाद यह साफ हो गया है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार होंगे.लेकिन डिप्टी सीएम कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार रहा. जब एनडीए की बैठक में तारकिशोर प्रसाद को बीजेपी (BJP) के विधानमंडल दल (विधान परिषद और विधानसभा) का नेता चुना गया.वहीं उप नेता के तौर पर रेणु देवी का नाम फाइनल हुआ.तब स्पष्ट हो गया कि राज्य में डिप्टी सीएम के लिए तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी होंगे. रेणु देवी कहती हैं कि मैंने बखूबी पार्टी और सरकार का दायित्व निभा चुकी हूं.आप मेरी तुलना राबड़ी देवी से नहीं कर सकते हैं.
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