बीजिंग,18 नवंबर, चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए ‘‘कोरोना वैक’’ टीके के प्रारंभिक चरण के क्लिनिकल ट्रायल के परिणामों में यह दावा किया गया है कि यह दवा अब तक सुरक्षित सबित हुई है और इसने 18 से 59 वर्ष के स्वस्थ लोगों में एंटीबॉडीज विकसित की है। ‘‘लैन्सेट इंफेक्शियस डिसीज’’ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार संक्रमण का टीका बनाने की दौड़ में शामिल ‘‘कोरोना वैक’’ के पहले टीकाकारण के 28दिन के भीतर यह लोगों में एंटीबॉडीज प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। चीन के जियांग्सू प्रॉवेंशियल सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल के शोधकर्ताओं ने सर्वाधिक एंटीबॉडीज प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए सबसे ज्यादा डोज का पता लगाने का दावा किया है। अध्ययन के सह लेखक फेंगकई झू के मुताबिक,‘‘ हमारा अध्ययन बताता है कि कोरोना वैक के दो डोज 14 दिन के अंतराल में दिए जाने पर यह टीकाकारण के चार सप्ताह के भीतर सर्वाधिक एंटीबॉडीज प्रतिक्रिया पैदा करने में सक्षम है।’’ उन्होंने कहा,‘‘लंबे अंतराल में जब कोविड-19का खतरा कम हो जाएगा, तब एक माह के अंतर में दो डोज देना दीर्घकालिक प्रतिरोधी तंत्र विकसित करने के लिए पर्याप्त रहेगा।’’
बुधवार, 18 नवंबर 2020
चीन का ‘‘कोरोना वैक’’ टीका सुरक्षित : अध्ययन
Tags
# विदेश
# स्वास्थ्य
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
स्वास्थ्य
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें