बेगूसराय। यह विधि का विधान देखे। बेगूसराय के मशहूर सर्जन डॉ. एके पाठक ने 5 घंटे पहले वैश्विक महामारी कोरोना को हरा दिया पर डेंगू से नहीं जीत पाए। डेंगू से सर्जन डॉ. एके पाठक का निधन हो गया। डॉ. एके पाठक बेहतरीन सर्जरी के लिए जाने जाते थे।पटना में डेंगू शॉक सिंड्रोम और मल्टिपल ऑर्गन फेल्योर से मौत हो गयी।उनके निधन पर चिकित्सा जगत की हस्तियों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है बेगूसराय के मशहूर सर्जन डॉ. एके पाठक ( MS DNB) का रविवार को पटना में निधन हो गया। उन्हें डेंगू हो गया था। डेंगू शॉक सिंड्रोम और मल्टिपल ऑर्गन फेल्योर से उनकी मौत हुई। इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार हो गया था। लेकिन, शनिवार को अचानक फिर हालत बिगड़ने के बाद उन्हें पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया और रविवार को उनकी मौत हो गई। कुछ महीने पहले ही उन्होंने कोरोना को मात दी थी। कोरोना को हराने के बाद वे अनवरत मरीजों की सेवा में लगे थे। डॉ. पाठक बेहतरीन सर्जरी के लिए जाने जाते थे। उनके निधन पर चिकित्सा जगत की हस्तियों ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। पिछले एक महीने में बेगूसराय ने तीन सर्जन और एक रेडियोलॉजिस्ट खो दिया है। पहले डॉ. रतन प्रसाद, फिर डॉ. एके चौधरी, और अब डॉ. एके पाठक का निधन हो गया। इसके पहले जिले के वरिष्ठ अल्ट्रासोनोलॉजिस्ट डॉ. राम नरेश सिंह की कोरोना से मौत हो गई थी, वहीं अप्रैल महीने में फिजिशियन डॉ. कैप्टन एके सिन्हा का निधन हो गया था। बेगूसराय में डेंगू अपना पांव पसार चुका है। जिला मुख्यालय में काफी संख्या में लोग डेंगू से पीड़ित हैं। शहर में जलजमाव के कारण डेंगू के मच्छरों के पनपने का जोखिम ज्यादा है। फ्रिज, कूलर, गमले आदि में जमा हुए पानी में डेंगू के मच्छर पनपते हैं। अभी जो तापमान है, उसमें डेंगू का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।
क्या कहते हैं सदर अस्पताल के अधीक्षक
बेगूसराय सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आनंद शर्मा ने बताया कि यहां डेंगू वार्ड बनाया गया है। सदर अस्पताल में अब तक दर्जन भर डेंगू मरीज आए, जिनमें 55 वर्षीय संचिता कुमार सहित दो मरीजों को पटना रेफर किया गया। लगभग 10 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
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