- आंदोलनकारी किसानों पर दमन के खिलाफ भाकपा-माले का राज्यव्यापी विरोध दिवस 30 नवंबर को.
पटना 29 नवंबर, तीनों किसान विरोधी कानूनों की वापसी के लिए दिल्ली में प्रदर्शन करने आ रहे किसानों पर बर्बर दमन के खिलाफ अब पूरे देश में किसानों का आक्रोश फूट पड़ा है. दमन के बावजूद मोदी सरकार किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोक नहीं पाई. भाकपा-माले की केंद्रीय कमिटी ने आंदोलनकारी किसानों पर दमन के खिलाफ 30 नवंबर को देशव्यापी विरोध का आह्वान किया है. इसकी जानकारी देते हुए माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि कल पूरे बिहार में राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस मनाया जाएगा. पटना में विरोध कार्यक्रम में पार्टी के महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल होंगे. उन्होंने आगे कहा कि 3 कृषि बिल की वापसी के लिए किसान आरपार की लड़ाई के मूड में हैं. एक ओर किसानों की दुश्मन मोदी सरकार व कारपोरेट घराने हैं तो दूसरी ओर किसान व उनके समर्थन में देश की जनता है. लगता है, शाहीन बाग आंदोलन की ही तर्ज पर यह देश के किसानों का दूसरा शाहीन बाग बनने वाला है. कल के राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत सभी जिला मुख्यालयों पर जितना व्यापक संभव है, जिला कमिटियां पुतला दहन सहित विरोध के विभिन्न कार्यक्रमों में उतरेंगी. 2 दिसंबर को किसान महासभा ने मोदी के पुतला दहन का कार्यक्रम बनाया है. हमारी पार्टी 2 दिसंबर के कार्यक्रम का भी समर्थन करती है.
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