दरभंगा (आर्यावर्त संवाददाता) । यही तो जंगल राज है। भारतीय कानून के तहत दरभंगा ज़िला के बिरौल प्रखंड के आधारपुर गांव में ब्राह्मण जाति के ही लड़का व लड़की ने स्वेच्छा से शादी की थीं। दोनों नवदम्पति डर के मारे गांव से भाग गये। दोनों के गांव से भाग जाने के बाद जंगलराज के सरदारों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया।लड़की के परिजनों ने दर्ज़नों की संख्या में लड़का के घर पर जाकर तोड़ फोड़ और लूटपाट की घटना को दिन के उजाले में अंजाम दे दिया। उत्पात मचाने वालों ने कहर बनकर लड़का की माँ पर टूट पड़े । मां की तरह लगने वाली महिला को निर्वस्त्र कर पिटाई कर दी, इतने संतुष्ट नहीं हुए और महिला का बाल काट दिया। उसके बाद गांव के ही 70 साल के एक दलित बूढ़े के साथ महिला की शादी करवा दी गयी। उक्त वृद्ध ने जब इसका विरोध किया तो उससे कहा गया कि गांव में रहना है तो शादी करनी होगी।घनश्यामपुर थाना में मुकदमा दर्ज हुआ है लेकिन जंगलराज के सूबेदारों में से किसी की गिरफ्तारी नही हुई है।लोकतंत्र क्या मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।लेकिन भाजपा-जदयू नेताओं के जुबान बन्द हैं!क्या यह यूपी वायरस नही है? जिले के घनश्यामपुर थानाक्षेत्र में प्रेम विवाह करनेवाले युवक की मां के साथ मारपीट करने और महादलित परिवार के वृद्ध से जबरन शादी रचा देने के मामले में 15 लोगों को आरोपित किया गया है। पीडि़ता के पति के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी में गांव के दिलीप कुमार झा, ललन झा, अनिल झा सहित दस पुरुष और पांच महिलाओं पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है। फिलहाल गांव में पुलिस कैंप कर रही है। आरोपितों को पकडऩे के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। हालांकि, पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।
थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार झा ने बताया कि बहुत जल्द सभी ओरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताया जाता है कि प्रेम-प्रसंग में पीडि़ता के पुत्र अपने पड़ोस की एक लड़की को लेकर फरार हो गया। इसके बाद शादी की तस्वीर सोशल साइट पर पोस्ट कर दिया। इससे नाराज लड़की पक्ष के लोग प्रेमी युवक के घर पहुंच गए और हमला कर दिया। पहले घर में लूटपाट की और तोड़-फोड़ की। इसके बाद घर की महिलाओं के साथ जबरदस्ती का प्रयास किया। इसी बीच प्रेमी युवक की मां को जबरन घर से उठाकर महादलित टोला ले गया। जहां पीडि़ता का बाल काटकर महादलित परिवार के एक वृद्ध से जबरन मांग में सिंदूर डलवा दिया और गले में माला पहनवा दिया। गांव के लोगों के जुटने पर सभी आरोपित मौके से फरार हो गए। तबतक पूरी घटना कई लोगों के मोबाइल में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल साइट पर वायरल हो गया। हालांकि, स्थानीय स्तर पर लोगों ने इस मामले को दबाने की कोशिश की। लेकिन, तब तक यह बात आग की तरह फैल गई। पुलिस महकमे की बेचैनी बढ़ गई। वरीय अधिकारी भी गांव पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए। पीडि़ता की मांग में सिंदूर डालने और माला पहनाने वाले महादलित परिवार के वृद्ध से भी पूछताछ की गई। लेकिन, उसने भी आरोपितों के खिलाफ बयान दिया। कहा- उसे डरा-धमका कर यह कुकृत्य कराया गया, इसमें उसका कोई दोष नहीं है। इधर, डीएमसीएच के डॉ. बीके मिश्रा के यूनिट में भर्ती पीडि़ता का बयान महिला थाने की पुलिस ने लिया है।
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