संविधान दिवस पर आयोजित नागरिक मार्च में भारी संख्या में महिलाएं शामिल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 27 नवंबर 2020

संविधान दिवस पर आयोजित नागरिक मार्च में भारी संख्या में महिलाएं शामिल

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पटना. राजधानी पटना में नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले संविधान दिवस मना.आयोजित नागरिक मार्च में भारी संख्या में विभिन्न जिलों से महिलाएं, पुरूष और नौजवान शामिल हुए.मार्च में शामिल लोग अपने हाथों में  संविधान और न्याय संबंधित नारा लिखित तख्तियां लेकर चल रहे थे.इस मार्च में आजादी की मांग वाला नारा लगा.भीमराव अम्बेडकर अमर रहे,अमर रहे गूंजा.  नागरिक अधिकार मंच बिहार की ओर से  संविधान दिवस समारोह मनाया गया.इस अवसर पर एक नागरिक मार्च रेडियो स्टेशन से गांधी मैदान तक गया.इस मार्च में करीब चार हजार लोग भाग लिये.पटना के अलग अलग इलाके से आए और संविधान की तरफ अपनी प्रतिबद्धता दिखाई.इसका नेतृत्व पद्मश्री सुधा वर्गीस,दोरोर्थी फर्नाडीस,प्रदीप प्रियदर्शी, अमल राज,मंजू डुंगडुंग आदि थे. संविधान हमारी आन है,यह लोगों की शान है,संविधान हमारी जान है,इस पर हम कुर्बान है,फादर स्टेन स्वामी,सुधा भारद्वाज एवं अन्य को रिहा करो, झूठी सरकार से आजादी, फासिस्टवाद से आजादी, मंहगाई से आजादी ,अभिव्यक्ति की आजादी की रक्षा करो आदि नारा बुलंद कर रहे थे. गांधी मैदान स्थित संत जेवियर्स स्कूल में सभा हुई.सभा को संबोधित किया प्रोफेसर डेजी नारायण, फादर फिलिप मंथरा, अधिवक्ता योगेश चन्द्र वर्मा और अर्थशास्त्री विघार्थी विकास.सभी वक्ताओं ने संवेद स्वर में इस बात को रेखांकित किया कि संविधान पर खतरा बढ़ रहा है. वक्ताओं ने इस बात का उल्लेख भी किया कि फादर स्टेन स्वामी,सुधा भारद्वाज,वरवरा राव जैसे लोगों ने दलितों,आदिवासियों और हाशिए पर खड़े लोगों के अधिकारों की रक्षा में अपना जीवन लगाया जो कि संवैधानिक मूल्यों को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान रहा किन्तु उन पर ही मुकदमे चलाए जा रहे हैं और जेल में बंद किया जा रहा है.ये हमारे लोकतंत्र के लिए एक विकट समस्या है जिसके लिए एक जुट हो कर संघर्ष करने की जरूरत है. नागरिक अधिकार मंच का मानता है कि संविधान भारत के लोकतंत्र की रीढ़ है.इसे सुरक्षित रखना सभी भारतीय नागरिकों की ज़िम्मेदारी है.आज के परिदृश्य में जब कि भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों पर खतरा मंडरा रहा है हम सभी भारतीयों का उत्तरदायित्व बनता है कि लोकतांत्रिक मूल्यों को बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता सुनिश्चित करें.

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