डॉक्टर आलोक मिश्रा जी एक मनोवैज्ञानिक डॉक्टर हैं और एम्स दिल्ली से पोस्ट डॉक्टोरल फेलो रहे हैं और वर्तमान में ज्वाइंट सेक्रेट्री, foreign degree equivalence, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (भारतीय विश्वविद्यालय संघ) हैं। आपको 11 नवंबर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। हफ्ते भर घर पर रहकर ही उसको मैनेज करने का प्रयास किया। 17 नवंबर के सुबह कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण क्रिटिकल कंडीशन में इनको एम्स इमरजेंसी लाया गया उसके बाद उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में शिफ्ट करके 10 दिन आईसीयू में रखा गया और 27 नवंबर को वार्ड में शिफ्ट किया गया और इनके पैरामीटर अगले दिन से ही नॉर्मल होने लगेऔर उसके बाद इनको ऑब्जर्वेशन में रखा गया। कोरोना वायरस के संक्रमण से निकलने के बाद इनके अंदर एक नई सकारात्मक ऊर्जा आयी और यह देखा कि हॉस्पिटल में जितने भी मेडिकल स्टाफ मेंबर, जितने भी डॉक्टर हैं वार्ड के अंदर उनके अंदर डॉ मिश्रा के संपर्क से एक अलग तरह का सकारात्मक बदलाव आने लगा। सभी स्टाफ के अंदर उत्साह आने लगा, उमंग आने लगी और सभी डॉक्टर भी अंदर से बहुत खुश होने लगे, नर्सिंग स्टाफ अपने आप में बहुत सराहनीय महसूस करने लगा। यह सब अपने संपर्क से इन्होंने 3 दिनों में कैसे डेवलप कर दिया? और इस दौरान इन्होने लगातार लिखते हुए एक पूरा स्टडी मैटेरियल बना दिया "पोस्ट कोविड माइंड बॉडी केयर डेवलपमेंट प्रोग्राम" और यह भी लिखा कि यहां पोस्ट कोविड माइंड बॉडी केयर डेवलपमेंट प्रोग्राम कैसे हो सकता है। साथ ही इस प्रोग्राम के लिए ट्रामा सेंटर को प्रपोजल भी दिया है। अब पूरा वार्ड एक सकारात्मकता में बदल गया है ऐसे मनोवैज्ञानिक डॉक्टर के आने से। इन्होंने पूरे माहौल को ही पॉजिटिव कर दिया है, जीवन के प्रति पॉजिटिविटी फैला दिया है, कार्य के प्रति पॉजिटिविटी फैला दिया है, पूरा वार्ड एक सकारात्मकता में बदल गया है। डॉ राजेश मल्होत्रा (चीफ, एम्स ट्रॉमा सेंटर) ने कहा कि मैं बहुत ही अच्छा महसूस कर रहा हूं इस सकारात्मक काम डॉक्टर आलोक मिश्रा के द्वारा किए गए पर और जो इनके योजना और परिजनों हैं उन पर चर्चा करने के लिए इनको जरूर जोड़े रखेंगे। आज हम इनकी विदाई बहुत ही ऑफिशियल तौर पर करना चाहते हैं जिन्होंने हमें सकारात्मकता दी है अब पता नहीं इनके अंदर ऐसी कौन सी एनर्जी है कि संपर्क में आते ही एक सकारात्मकता फैल जाती हैं। डॉक्टर आलोक मिश्रा एक मनोवैज्ञानिक है जिन्होंने नेशनल ज्योग्राफिक चैनल के प्रोग्राम "मेगा आइकन्स" में अपना योगदान दिया है, जिसमें दलाई लामा, किरण बेदी, विराट कोहली, कमल हसन आदि लोगों का ब्रेन एनालाइज करके बताया है। यहां कई लोग आते हैं जो कुछ एक अपना छाप छोड़ जाते हैं और बदलाव करके जाते हैं जिनमें से डॉ आलोक मिश्रा एक हैं। हमें खुशी है कि हम इनकी खुशहाल विदाई कर रहे हैं और हमने जब पता किया तो स्टाफ ने बताया कि डॉ आलोक पूरी रात लिखते रहते हैं और सुबह उठते ही ध्यान करते हैं और पता करने पर यह पाया कि यहां पर सबके साथ इनका बहुत ही अच्छा संबंध बन गया है सबको अपना बना लिया और पूरी बिल्डिंग में पॉजिटिविटी फैल गई।
शनिवार, 5 दिसंबर 2020
डॉक्टर जिसने पूरे माहौल को ही पॉजिटिव कर दिया
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