बिहार : सगुना मोड़ से बिहटा तक एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

बिहार : सगुना मोड़ से बिहटा तक एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई

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पटना. पटना में सगुना मोड़ से बिहटा तक एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है. इससे बिहटा में प्रस्तावित एयरपोर्ट से आवागमन आसान होगा.इसके अलावा गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पांच किमी लंबे नए पुल का काम भी तत्काल शुरू होगा. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को सोन पर 266 करोड़ रुपए से बने 1.5 किमी लंबे कोईलवर पुल के उद्घाटन के अवसर पर ये घोषणा की.समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की.गडकरी ने कहा कि 158 साल पुराने दो लेन के इस पुल के स्थान पर छह लेन का पुल बनाया जा रहा है, जिसमें 3 लेन लोगों के लिए खोल दिया गया.उन्होंने कहा कि बिहार में 30 हजार करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं पर काम हो रहा है. वहीं नीतीश ने कहा कि बिहार सरकार एसएच के निर्माण पर 54 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है.राज्य सरकार, केंद्र को सरकारी जमीन निशुल्क देती है.गडकरी ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से बक्सर को जोड़ने का ऐलान किया. सोननदी पर बना कोईलवर रेल सह सड़क पुल का निर्माण 1856 में शुरू हुआ था.यह एक ऐतिहासिक धरोहर है.वर्ष 2020 में इसकी उम्र 158 साल हो गई है.पुल का आइडिया तत्कालीन अंग्रेज लोटिस गेस्टर का था.इस पुल में 28 पिलर हैं. पुल के ऊपरी हिस्से में रेलमार्ग निचले हिस्से में टू लेन की सड़क है.जिसमें उत्तरी लेन 3.03 मीटर दक्षिणी लेन 4.12 मीटर चौड़ा है.पटना राजधानी को कई जिलों को जोड़ने का एकमात्र लाइफलाइन हैं. 


पुल दिन पर दिन कमजोर की स्थिति में पहुंचता जा रहा है. ब्रिटिश हुकूमत में 28 पिलरों पर अवस्थित इस पुल के पिलरों की मरम्मत कभी नहीं कराई गई. पुल के पिलरों के 100 और 200 मीटर क्षेत्र में बालू खनन पर हाईकोर्ट रोक के बावजूद अक्सर बालू खनन होता रहा है.जिससे पुल की मजबूती पर असर पड़ता रहा है.1856 में ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था. 04नवम्बर1862 को उद्‌घाटन हुआ. गुरूवार 10 दिसम्बर,2020 ऐतिहासिक दिन रहा.केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कोईलवर में सोन नदी पर कोईलवर में बने नये पुल का उद्घाटन किया. कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश समेत एनडीए के कई मंत्री और नेता वर्चुअल तौर पर मौजूद रहे.आरा जिले के कोईलवर में इस पुल उद्घाटन के साथ ही इस पर आवागमन शुरू हो गया है. सोन नदी पर 158 वर्षों बाद नये पुल की सौगात मिली है. पुल पर आवागमन शुरू होने से दक्षिण व मध्य बिहार के शहरों - पटना, आरा, बक्सर, छपरा के बीच यातायात सुगम हो गया. पुल बनने से अब निर्माण सामग्री बालू, गिट्टी आदि की ढुलाई में सुविधा होगी.  एनएच-30 पर अवस्थित पटना से बक्सर परियोजना के बीच बने इस पुल के अपस्ट्रीम का निर्माण 266 करोड़ की लागत से हुआ है.पुल की लंबाई 1.52 किलोमीटर है.अभी इसके 16 मीटर चौड़े तीन लेन का अपस्ट्रीम हिस्सा बनकर तैयार है. वहीं, डाउनस्ट्रीम के तीन लेन पुल का उद्घाटन बाद में होगा. डाउनस्ट्रीम लेन का निर्माण अक्टूबर, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है.   पुल की अभी एक लेन ही चालू हुई है. पुल की उत्तरी लेन का कार्य चल रहा है, जिसके 37 में से 11 स्पैन पर कार्य पूर्ण हो चुका है. डेढ़ मीटर की फुटपाथ की व्यवस्था भी की गई है. नया पुल 37 खंभे पर टिका है. राजधानी पटना को आरा, बक्सर, कैमूर और रोहतास समेत उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाले आरा के कोइलवर स्थित सोन नदी पर बने कोईलवर पुल का भार अब कम हो जाएगा. दरअसल कोईलवर पुल के समानांतर दूसरा पुल बनकर तैयार है. सोन नदी पर बन रहे नए सिक्स लेन के पुल का दक्षिणी लेन बनकर तैयार हो चुका है.कुछ दिन पहले इस पर ट्रायल रन भी शुरू कराया गया था जो फिलहाल 5 दिसंबर से बंद करा दिया गया.लेकिन आज यानी 10 दिसंबर को इस पुल के तीन लेन का उद्घाटन किया गया.


महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम से हो सकता है नामकरण

सिक्सलेन पुल ट्रायल सफल होने के बाद पुल का विधिवत उद्घाटन 10 दिसंबर को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हाथों उद्घाटन हो गया.केंद्रीय मंत्री और आरा सांसद आरके सिंह ने इस पुल का नामकरण महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर कराने का भरोसा दिया था.इस पुल के चालू होने से परिवहन क्षेत्र में नई क्रांति देखने को मिलेगी. इस पुल शुरू होने से दक्षिण बिहार के शाहाबाद और छपरा जिले के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के हजारों वाहनों को रोजाना आवा गमन में सुविधा मिलेगी. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नये कोईलवर पुल का नाम गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर रखे जाने का प्रस्ताव मैंने स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री आरके सिंह से मांगा है.जैसे ही मुझे यह प्रस्ताव मिलेगा, इस पुल का नाम वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर कर दिया जाएगा.


इन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को मंजूरी

  • खगड़िया-पूर्णिया सड़क के चार लेन के प्रस्ताव को मंजूरी
  • मुजफ्फपुर-बरौनी सड़क के चौड़ीकरण का काम जल्द होगा
  • 70 किलोमीटर लंबी मोकामा-मुंगेर सड़क के चौड़ीकरण को मंजूरी, डीपीआर अगले साल अप्रैल तक
  • खगड़िया-पूर्णिया सड़क के 4 लेन के प्रस्ताव को मंजूरी
  • मुजफ्फपुर - बरौनी सड़क के चौड़ीकरण का काम जल्द होगा
  • पटना में सगुना मोड़ से बिहटा तक एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की मंजूरी, इससे बिहटा एयरपोर्ट से आवागमन होगा आसान
  • 70 किलोमीटर लंबी मोकामा-मुंगेर सड़क के चौड़ीकरण को मंजूरी, डीपीआर अगले साल अप्रैल तक
  • खगड़िया-पूर्णिया सड़क के 4 लेन के प्रस्ताव को मंजूरी, डीपीआर अगले साल अप्रैल तक


ये परियोजनाएं होंगी पूरी

  • मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-सोनवर्षा (रामजानकी मार्ग) 4 लेन मार्ग का डीपीआर मई तक, बिहार में 240 किमी निर्माण, 177 किमी पर काम अगले साल जून तक, शेष मार्च 2021 में शुरू
  • 1478 करोड़ रुपये के 7 किलोमीटर 4 लेन कोसी पुल के वर्ष 2023 तक पूरा होने की संभावना
  • 4 किमी लंबे 1110 करोड़ रुपए के विक्रमशिला पुल का निर्माण 2024 में पूरा होने की संभावना
  • साहिबगंज पुल के लिए 6 किलोमीटर का 1900 करोड़ रुपए का टेंडर जारी, निर्माण सितंबर 2024 तक
  • पटना में गांधी सेतु पर शेष दो लेन के पुल पर काम अगले साल तक, 5.5 किमी के पुनर्निर्माण पर 1742 करोड़ खर्च
  • बक्सर पुल अगले साल तक बन कर पूरा हो जाएगा


पटना से दक्षिण बिहार समेत उत्तर प्रदेश के कई जिले को सीधे सड़क मार्ग से जोड़ने के कारण यह पुल लाइफ लाइन बन जाएगी.इसके अलावा नए पुल पर आवागमन शुरू हो जाने से पुराने अब्दुल बारी सिद्दीकी पुल पर वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा. जिससे पुराने पुल की जर्जर हो चुकी सड़क को भी बनाने में मदद मिलेगी.फिलहाल नए पुल से लोग आरा की ओर से पटना आ सकेंगे और पटना से आरा की तरफ जाने के लिए कोईलवर पुल का ही इस्तेमाल करना होगा. वर्चुअल उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, अश्विनी चौबे व वीके सिंह, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय, विप कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह सहित सरकार में शामिल अन्य मंत्री एवं इलाके से जुड़े सांसद-विधायक मौजूद रहे.

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