पटना। राजधानी में अपराधियों ने कानून व्यवस्था को धत्ता बताते हुए एक युवक की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी है। यह वारदात पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में शुक्रवार की शाम घटी। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। घटना की सूचना मिलने पर पाटलिपुत्र थाना की पुलिस मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। सतीश की मां बड़े बेटे दिलीप और उसके चार अन्य साथियों पर गोली मारने का आरोप लगा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, छोटे भाई सतीश और उसके बड़े भाइयों के बीच जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था। शुक्रवार की शाम वे घर के बाहर कूड़ा फेंकने निकला था। इसी समय बाइक सवार दो अपराधी आये और सतीश को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। इस दौरान सतीश को चार गोली गई। अचानक गोली चलने से इलाके में अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गई। वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक सवार अपराधी फरार होने में कामयाब रहे। बाद में घायल सतीश को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे कचरा फेंकने निकले 40 वर्षीय सतीश कुमार पर बाइक सवार तीन अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और फरार हो गए। सूचना मिलते ही पाटलिपुत्र और बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायल युवक को पास के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक के शरीर में तीन गोलियां लगी थीं। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा भी बरामद किया।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अपराधियों ने छह राउंड फायरिंग की थी। इलाके की सबसे व्यस्त सड़क पर सरेशाम हुई फायरिंग से अफरातफरी मच गई। उधर निजी अस्पताल पहुंची मृतक की मां इंदू देवी का आरोप है कि वारदात में उनके बड़े बेटे दिलीप और उसके बेटे शिवांत की भी संलिप्तता है। उन लोगों ने मकान को लेकर पूर्व में भी सतीश से झड़प की थी। वहीं पाटलिपुत्र थानेदार एसके शाही ने बताया, दोनों भाई के बीच मकान का विवाद था। भतीजे पर हत्या का आरोप है। उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। मैनपुरा निवासी शत्रुघ्न के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा दिलीप है और छोटा सतीश है। शत्रुघ्न का नेहरू नगर में विशाल हनुमान मंदिर के पास सड़क किनारे दो मकान चार मंजिला हैं। दोनों आसपास ही हैं। एक में सतीश का परिवार रहता है, जबकि बगल वाले मकान के दो फ्लैट में खुद शत्रुघ्न व उनकी पत्नी इंदू देवी रहती है। बचा हुआ दो फ्लैट दिलीप को मिला है। सतीश व दिलीप के बीच इन्हीं दोनों फ्लैट को लेकर विवाद चल रहा था। शुक्रवार को शाम करीब साढ़े पांच बजे थे। सतीश ने पत्नी रिचा को बोला कि तुम चाय बनाओ, हम कूड़ा बाहर फेंककर आ रहे हैं। जैसे ही वह कूड़ा फेंकने निकले, पहले से घात लगाए बाइक सवार तीन अपराधियों ने छह राउंड फायरिंग कर दिए। सतीश को तीन गोली लगी और वह वहीं सड़क किनारे गिर गया। फायरिंग की आवाज सुनकर स्वजन बाहर निकले और थाने में फोनकर सूचना दी। थोड़ी देर में पुलिस भी पहुंच गई, लेकिन इससे पहले अपराधी गली से फरार हो गए। मृतका की मां का आरोप है कि कुछ महीने से दोनों भाइयों में विवाद चल रहा था। वह कई बार थाने गई। वरीय पुलिस अधिकारी से मिली, लेकिन पुलिस गंभीर नहीं हुई। आरोप है कि जून में भी दिलीप व सतीश के बीच मारपीट हुई थी, जिसमें दिलीप पकड़ा भी गया था। कुछ माह पूर्व ही वह जेल से बाहर आया। पुलिस अगर गंभीर हो जाती तो गोली नहीं चलती। मृतक हॉस्टल चलाता है और दूध का कारोबारी भी था। रिचा उर्फ पूजा को पांच साल का एक बेटा और एक साल की बेटी है। सड़क पर खून से लथपथ पति को देख वह वहीं बेहोश हो गई। होश में आने के बाद बेटी को गोद में लेकर दौड़ते हुए नर्सिंग होम पहुंची। कुछ देर बाद पता चला कि पति की मौत हो चुकी है। यह सुनकर वह वहीं फर्श पर गिर पड़ी। पिता शत्रुघ्न वहीं एक कोने पर कुर्सी पर बैठे रहे। उनके आंसू नहीं थम रहे थे। मां इंदू बार-बार यही कह रही थी मार दिया मेरे बेटे को। कभी दौड़कर सड़क पर तो कभी पुलिस से, बस एक ही सवाल पूछ रही थी, क्यों खड़े हो यहां, अब तो आरोपित को पकड़ो।
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