मुंबई 13 दिसंबर, दलाल स्ट्रीट में बीते सप्ताह रही तेजी के बाद आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर घरेलू स्तर पर महँगाई के आँकड़ों और वैश्विक स्तर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान तथा कोविड-19 के टीकों को लेकर जारी प्रगति पर रहेगी। इस सप्ताह नवंबर महीने के खुदरा और थोक मुद्रास्फीति के आँकड़े जारी होने वाले हैं। कोविड-19 महामारी की मार से जूझ रही अर्थव्यवस्था के बीच खुदरा महँगाई ने पिछले कुछ महीनों से आम लोगों को परेशान कर रखा है। यदि महँगाई दर अब भी ऊँचे स्तर पर बनी रहती है तो निश्चित रूप से सरकार की चिंता बढ़ेगी। खासकर खाद्य पदार्थों की महँगाई दर के 10 फीसदी के आसपास बने रहने से समाज के निचले तबके के लोगों की जेब पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व मौद्रिक समिति की बैठक 15 और 16 दिसंबर को होनी है। बैठक के बाद 16 दिसंबर को आर्थिक स्थिति पर बयान भी जारी किया जायेगा। फेड के बयान का असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी पड़ेगा। गत सप्ताह बीएसई का सेंसेक्स 46 हजार अंक के पार पहुँचकर नये कीर्तिमान बनाने में कामयाब रहा। पूरे सप्ताह के दौरान 1,019.46 अंक यानी 2.26 प्रतिशत की मजबूती के साथ शुक्रवार को यह 46,099.01 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को छोड़कर शेष चार दिन सेंसेक्स में तेजी रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 255.30 अंक यानी 1293 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त में 13,513.85 अंक पर बंद हुआ। छोटी और मझौली कंपनियों में अपेक्षाकृत कम तेजी रही। बीएसई का मिडकैप 0.76 फीसदी की मजबूती के साथ सप्ताहांत में 17,521.32 अंक पर स्मॉलकैप 1.36 प्रतिशत की बढ़त में 17,552.58 अंक पर रहा।
रविवार, 13 दिसंबर 2020
महँगाई के आँकड़ों, फेड के बयान पर रहेगी बाजार की नजर
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