आगरा 07 दिसम्बर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सैकड़ों वर्षों का इतिहास संजोये आगरा अब 21वीं सदी के साथ कदम ताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है और 8000 करोड़ रुपये से अधिक का मेट्रो प्रोजेक्ट ताज नगरी में स्मार्ट सुविधाओं से जुड़े मिशन को और मजबूत करेगा। श्री मोदी ने सोमवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का शुभारम्भ करने के बाद कहा कि आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा से ही रही है, अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है। आगरा में स्मार्ट सुविधायें विकसित करने के लिए पहले ही लगभग 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। पिछले साल जिस कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का शिलान्यास उनके द्वारा किया गया था, वह भी बनकर तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि 8000 करोड़ रुपये से अधिक का मेट्रो प्रोजेक्ट आगरा में स्मार्ट सुविधाओं से जुड़े मिशन को और मजबूत करेगा।
उन्होने कहा कि बीते छह वर्षाें में उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में जिस तेजी से मेट्रो रेल नेटवर्क पर कार्य हुआ है, वह सरकार की पहचान और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वर्ष 2014 तक देश में लगभग 225 किलोमीटर मेट्रो रेल लाइन ऑपरेशनल थी। वर्ष 2014 के बाद के छह वर्षों में देश में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो रेल लाइन, देश भर में आपरेशनल है तथा लगभग 1000 किमी मेट्रो लाइन पर तेज गति से काम भी चल रहा है। देश के 27 शहरों में मेट्रो का कार्य या तो पूर्ण हो चुका है या अलग-अलग चरणों में चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आगरा मेट्रो रेल सुविधा से जुड़ने वाला राज्य का सांतवां शहर है। देश में सिर्फ मेट्रो रेल नेटवर्क ही नहीं बन रहा है, बल्कि मेक इन इण्डिया मेट्रो कोच भी बन रहे हैं। सिग्नल सिस्टम का भी पूरी तरह से भारत में ही निर्माण हो, इस पर काम चल रहा है। इस तरह अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में भी भारत आत्मनिर्भर हो रहा है। आज के नये भारत के पास बड़े सपने देखने के साथ ही उन्हें पूर्ण करने का साहस भी है। साहस और समर्पण के साथ आगे बढ़ने पर कोई भी बाधा आड़े नहीं आ सकती है। 20वीं सदी में जो भूमिका जो देश के मेट्रो शहरों ने निभाई है, उसी भूमिका को विस्तार देने का काम अब हमारे आगरा जैसे छोटे शहरों तक हुआ है। आत्मनिर्भर भारत की भूमिका निभाने के लिये अनेक विकास कार्य पर बहुत ज्यादा जोर दिया गया है। उन्होने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों में आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक हर चीज है। यहां की भूमि एवं किसानों में अपार सामर्थ्य है। पशुधन के मामले में भी यह क्षेत्र देश में अग्रणी हैं। यहां डेरी और फूड प्रोसेसिंग से जुड़े लोगों के लिए बहुत संभावनाएं हैं। इसके अलावा यह क्षेत्र सर्विस सेक्टर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी आगे बढ़ रहा है। आधुनिक सुविधाएं मिलने व आधुनिक कनेक्टिविटी मिलने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का यह सामथ्र्य और बढ़ रहा है। देश का पहला रेल मेट्रो ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेरठ से दिल्ली के बीच बन रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों को सेवा देने लगेगा।
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