विपक्ष का दायित्व निभाने में राजद विफल : सुशील मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 16 दिसंबर 2020

विपक्ष का दायित्व निभाने में राजद विफल : सुशील मोदी

rjd-fail-to-be-opposition-sushil-modi
पटना : राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव फिर लगातार राज्य से बाहर समय बिता रहे हैं, जिससे राजद जिम्मेदार प्रतिपक्ष के संवैधानिक दायित्व का निर्वाह ठीक से नहीं कर पा रहा है। उन्होनें कहा कि पिछले सदन के अंतिम वर्ष में तो वे स्पीकर को बताये बिना 33 दिन तक गैरहाजिर थे। तीन नये कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों को गुमराह करने के लिए आहूत भारत बंद के समय तेजस्वी यादव के गायब रहने के कारण महागठबंधन नेतृत्वहीन रहा। सुशील मोदी ने तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि कोई भी पद दायित्व निभाने के लिए होता है, केवल जनता के पैसे से सुरक्षा-सुविधा पाने के लिए नहीं। इसके साथ ही सुमो ने इसी कानून को लेकर हो रहे विरोध पर कहा कि पंजाब-हरियाणा के कुछ अमीर किसानों ने सामान्य किसानों के लिए लाभकारी नये कृषि कानूनों को रद्द करने की जिद पर रह कर दिल्ली में रहने वाले 2 करोड लोगों को 20 दिनों से परेशानी में डाल रखा है। लंबे समय तक किसी शहर की घेराबंदी करना लोकतंत्र का ऐसा अतिरेक है, जिससे एक बड़ी आबादी के नागरिक अधिकारों का हनन हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को एक कमेटी बनाकर चर्चा करने और समस्या का समाधान जल्द करने को कहा है। न्यायालय के रुख से गतिरोध दूर होने की उम्मीद बढी। किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों को 3500 करोड की निर्यात सब्सिडी देने का फैसला किया। इस स्वत:स्फूर्त निर्णय से फिर साबित हुआ कि सरकार किसानों के साथ है। 60 लाख टन चीनी निर्यात और सब्सिडी की घोषणा से 5 करोड किसानों और 5 लाख मजदूरों को लाभ होगा।

कोई टिप्पणी नहीं: