सीएम हेल्पलाइन का निराकरण नही करने वालो के खिलाफ , निलंबन की कार्यवाही होगी लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आज लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक में समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि जिले मेंं सीएम हेल्पलाइन के लंबित आवेदनों का निराकरण जिन विभागो के द्वारा नही किया जाएगा। उनके खिलाफ आगामी टीएल बैठक से निलंबन की कार्यवाही सम्पादित की जाएगी। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज ऐसे आवेदन जिनका निराकरण जिला स्तर पर संभव है और संबंधित विभागो के अधिकारियों द्वारा निराकृत नही किया गया है। ऐसे अधिकारियों का चिन्हांकन करने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए गए है ताकि आगामी टीएल बैठक तक आशातीत उपलब्धियां परलिक्षित नही होती है तो नियमानुसार निलंबन की कार्यवाही सम्पादित हो सकें। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के लंबित आवेदनों के निराकरण के मामलो में कई विभागो के अधिकारियों को बार-बार बोलने के बावजूद उनके द्वारा समाधान हेतु रूचि प्रदर्शित नही हो रही है और ऐेसे विभागो के अधिकारी जिनके द्वारा एल-वन स्तर पर आवेदक से सम्पर्क कर प्रतिदिन दाखिल नही किया गया है इस कारण से प्रदेश में विदिशा जिला सी ग्रेड में शामिल है। कलेक्टर डॉ जैन ने जिन विभागो का परफार्मेश सी व डी ग्रेड में शामिल है उन विभागो के अधिकारियों को सचेत करते हुए त्वरित रिस्पांस देने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर डॉ जैन ने जिले की गौ-शालाओं में प्रकाश की व्यवस्था हेतु ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। जिन गौ-शालाओ में चौबीस घंटे बिजली की व्यवस्था संभव नही है उन गौ-शालाओं में प्रकाश की व्यवस्था हेतु सोलर ऊर्जा का सेटअप लगाने के निर्देश दिए है।
एकल खाता प्रणाली
मुख्यमंत्री जी द्वारा पूर्व समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशो का हवाला देते हुए कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने जिले की नगरपालिका परिषदों में एकल खाता प्रणाली संचालित करने के निर्देश दिए है। ततसंबंध में विदिशा नगरपालिका के मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने अवगत कराया कि निकाय के विभिन्न बैंको में कुल 53 खाते संचालित हो रहे है। इन सभी को एकल खाते में परिवर्तित करने के निर्देश दिए है।
पोर्टल पर डाटा दर्ज कराएं
कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि नीति आयोग के द्वारा जारी आकांक्षी जिलो में निर्धारित मापदण्डो के अनुसार जिन विभागो को कार्यो के सम्पादन हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है उन विभागो के जिलाधिकारी नीति आयोग के पैरामीटर अनुसार उपलब्धियों का डाटा 15 तक अनिवार्य रूप से दर्ज कराना सुनिश्चित करें। ततसंबंध में हार्ड कॉपी एनआईसी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। कलेक्टर डॉ जैन ने जिले में मिलावटखोरो के खिलाफ कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिए है उनके द्वारा स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, खाद्य विभाग की संयुक्त टीम क्षेत्रों का भ्रमण कर कार्यवाही करें इसी प्रकार जिले में चिटफंड, खनिज माफिया के खिलाफ भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में पशु चिकित्सा, स्वास्थ्य, खाद्य, परिवहन, आदिम जाति कल्याण, ऊर्जा, कॉ-आपरेटिव, लोक निर्माण विभाग, पंजीयन विभाग, श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगरीय निकाय, कृषि, सामाजिक न्याय, जल संसाधन, लीड बैंक, जिला योजना, खनिज, उद्योग, खेल विभाग इत्यादि विभागो में लंबित आवेदनों पर की गई कार्यवाही से संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया है। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नीतू माथुर, अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह के अलावा विभिन्न विभागो के जिलाधिकारी मौजूद थे।
जिला स्तरीय निर्यात संवंर्धन समिति की बैठक सम्पन्न हुई सदस्यों द्वारा एकल उत्पाद चिन्हांकन के संबंध में सुझाव दिया
पीएम विजन अंतर्गत विदिशा जिले में निर्यात हब विकसित करने के संबंध में जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति की बैठक आज कलेक्टर डॉ पंकज जैन की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में विदिशा विधायक श्री शशांक भार्गव सहित अन्य उद्योगपति तथा विभिन्न विभागो के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ जैन ने निर्यात के मामले में हब विकसित करने के लिए विदिशा जिले में प्रमुखता से किन वस्तुओं का निर्यात अन्य देशो के अलावा देश के अन्य प्रदेशो को किया जाता है कि जानकारी उद्योगपतियो से चर्चा कर जानी। मुख्य रूप से जिले से दो उत्पाद केप्सूल की खोल एवं पेस्टीसाइडस का निर्यात विभिन्न देशो में किया जा रहा है इसके लिए मार्केटिंग के संबंध में आने वाली दिक्कतो से अवगत कराया गया हैं बैठक में सदस्यों द्वारा विदिशा जिले में अनाज निर्यात के मामले में शरबती गेंहू व बासमती चावल के अलावा खनिज उत्खनन के अलावा एग्रोबेस आधार उपज को बढावा देने हेतु नवीन संसाधनो का उपयोग करने पर बल दिया गया है। बैठक के प्रांरभ में समिति के सदस्य सचिव एवं जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री पीडी वंशकार ने बैठक ऐजेण्डा से अवगत कराते हुए निर्यात संवंर्धन के लिए एक जिला एक उत्पाद की मंशा से अवगत कराया।
राजस्व अमले द्वारा मौके पर पहुंचकर रास्ता विवाद का निराकरण किया,अचेत अवस्था में मिले आवेदक को एसडीएम ने अपने वाहन से अस्पताल भिजवाया
सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का निराकरण जिले में अभियान के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है। सिरोंज अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम कजरी बरखेडा के कृषक आवेदक भज्जू पिता रामचंद्र अहिरवार के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के निराकरण हेतु 27 नवम्बर को राजस्व अमला ने मौके पर भ्रमण कर निराकरण की पहल की गई है। सिरोज एसडीएम श्रीमती अंजलि शाह ने बताया कि आज उन्हें तहसील परिसर में आवेदक अचेत अवस्था में होने के कारण तत्काल उसे इलाज हेतु शासकीय चिकित्सालय स्वंय के वाहन से पहुंचाया गया है जहां उसे चिकित्सको ने उसे पूर्ण स्वस्थ बताया है। आवेदक से हुई चर्चानुसार ग्राम कजरी बरखेडा में सर्वे क्रमांक 46 रकवा 1.404 हेक्टेयर का सीमांकन दो दिवस में पूरा किया जाएगा। गौरतलब हो कि आवेदक द्वारा सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत के मामले में क्षेत्र के अतिरिक्त तहसीलदार द्वारा संज्ञान में लेते हुए सुनवाई हेतु आवेदक को बुलाया गया। इसके उपरांत पुलिस एवं राजस्व टीम गठित कर 27 नवम्बर को मौके पर निरीक्षण किया गया। आवेदक की मांग निजी भूमि पर से रास्ता को लेकर होने के कारण आवेदक को नियमो की प्रक्रिया के तहत समझाईंश दी गई जिसमें मुख्य रूप से शासकीय रास्ता होने के उपरांत भी आवेदक द्वारा निजी भूमि से निकलने हेतु मांग की जा रही है। जो नियमानुसार संभव नही है कि रिपोर्ट क्षेत्र के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को अतिरिक्त तहसीलदार के द्वारा प्रेषित की गई थी।
कांजी हाउस में बंद पशुओं को मुक्त कराने की जुर्माना राशि में वृद्वि
कलेक्टर एवं विदिशा नगरपालिका के प्रशासक डॉ पंकज जैन के द्वारा निकाय क्षेत्र की कांजी हाउस में बंद पशुओं को मुक्त कराने हेतु पूर्व में जारी दरो में वृद्वि करने का आदेश जारी कर दिया है। नगरपालिका प्रशासक के द्वारा जारी आदेश का हवाला देते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने बताया कि नवीन प्रस्तावित दरे अनुसार गाय, बैल पर जुर्माना 460, खुराक 35 रूपए आव पोशी पांच रूपए इस प्रकार कुल पांच सौ रूपए जमा करने पर बंद पशु को मुक्त किया जाएगा। इसी प्रकार भैंस, पडा, घोडा-घोडी जानवर को मुक्त कराने हेतु कुल छह सौ रूपए जबकि बछिया, बछडा, गधा-गधी एवं बकरा-बकरी जानवर के मामले में क्रमशः 250-250 नवीन दरें प्रस्तावित की गई है।
एड्स से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई
विश्व एड्स दिवस सप्ताह का आयेजन जिले में सात दिसम्बर तक किया जाएगा। सप्ताह आयोजन की शुरूआत संबंधी कार्यक्रम जिला चिकित्सालय परिसर में आयोजित किया गया था जिसमें एडस से बचाव की विस्तृत जानकारी दी गई है। ज्ञातव्य हो कि विदिशा जिले में भी एक से लेकर सात दिसम्बर तक एड्स सप्ताह का आयोजन किया गया है। सप्ताह भर आयोजित होने वाली गतिविधियों के संबंध में इस दौरान विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
एचआईवी एडस क्या है
एड्स जिस वायरस के कारण होता है, उसका नाम एचआईवी है। यह शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को धीरे-धीरे कम करता है और जब यह क्षमता क्षीण हो जाती है तो शरीर मेंं विभिन्न रोगों के लक्षण प्राप्त होने लगते है। इसी अवस्था को एड्स कहते है।
रोग फैलने के कारण
असुरक्षित यौन सम्पर्क करने से किसी एचआईवी ग्रसित व्यक्ति से सम्पर्क में आने वाले दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को एचआईवी वायरस फैलने का खतरा होता है। अधिक जानकारी के अनुसार एचआईवी एड्स फैलने का प्रमुख कारण असुरक्षित यौन सम्पर्क है। संक्रमित रक्त से या कोई व्यक्ति बीमार या दुर्घटनाग्रस्त है और इलाज के दौरान उसे रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो रक्त चढ़ाने से पहले उसकी जांच करना चाहिए। यदि एचआईवी संक्रमित रक्त उस व्यक्ति को चढ़ाया जाता है तो उसे एचआईवी एड्स का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित सुई व सीरिंज से यदि एचआईवी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई तो अन्य व्यक्ति इसका इस्तेमाल करता है तो उसे भी एचआईवी संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा व्यक्ति को डिस्पोजेबल सुई व सीरिंज का ही उपयोग किया जाना चाहिए। एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला से उसके होने वाले शिशु में भी एचआईवी संक्रमण का खतरा रहता है।
एड्स के रोकथाम व उपाय
असुरक्षित यौन सम्पर्क से बचें। यौन सम्पर्क से पूर्व निरोध का इस्तेमाल अवश्य करें। रक्त चढ़ाने की आवश्यकता पड़ने पर उसकी सम्पूर्ण जांच अवश्य कराएं। हमेशा डिस्पोजेबल सुई एवं सीरिंज का उपयोग करें। शासन द्वारा एचआईवी परामर्श एवं जांच केन्द्रों पर एचआईवी ग्रसित व्यक्ति उचित सलाह एवं जांच करवाएं। गर्भवती महिलाओं, टीबी के रोगियों, यौन रोगियों एवं जनसामान्य को निःशुल्क परामर्श एवं जांच सेवा उपलब्ध कराई जाएं। जिला अस्पतालों में चिकित्सा महाविद्यालयों तथा कुछ सामुदायिक केन्द्रो में एकीकृत जांच परामर्श केन्द्र संचालित हैं, उन केन्द्रों पर सम्पर्क कर सकते हैं। एचआईवी पॉजिटिव एवं एड्स पीड़ितों के उपचार हेतु एआरटी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जहां पर ग्रसित व्यक्ति निःशुल्क औषधी एवं उपचार करवा सकता है।
जनजागरूकता लाना आवश्यक
आमजन में एचआईवी एड्स के बारे में जागरूकता लाना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओं, टीबी के मरीजों की एचआईवी जांच अवश्य करवाना चाहिए। एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों को छूने से, उनके साथ रहने से, साथ खाना खाने से, मच्छर काटने से, छींकने या खांसने से संक्रमण नही फैलता है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, उनसे भेदभाव नहीं करना चाहिए। एड्स से ग्रसित व्यक्ति एआरटी इलाज के सहारे लम्बे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकता है।
’पंजीकृत गौ-शालाओं को दी जाने वाली दान राशि आयकर मुक्त होगी’
अब पंजीकृत गौशालाओं को दी जाने वाली दान राशि पर आयकर से छूट मिलेगी। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि गौ-रक्षा एवं गौ-संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा पंजीकृत गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड को दी जाने वाली दान राशि को आयुक्त आयकर विभाग भारत शासन द्वारा आयकर में छूट प्रदान की गई है। इसके तहत् पंजीकृत गौ-शालाओं को दी जाने वाली दान राशि भी आयकर मुक्त होगी। शासन द्वारा आमजन द्वारा दिये जाने वाले सहयोग के लिए ऑनलाईन पोर्टलू www.gopalanboard.mp.gov.in शुरू किया गया है जिसके माध्यम से गौ-शालाओं को चारे, पानी, शेड एवं अन्य कार्यों के लिए दान दिया जा सकता है।
’रूक जाना नहीं परीक्षा के प्रवेश पत्र हुए अपलोड’
रूक जाना नहीं योजना के अंतर्गत द्वितीय अवसर की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 14 दिसंबर से प्रारंभ होगी। परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र वेबसाईट पर अपलोड हो चुके है। पात्र विद्यार्थी एमपीएसओएस की वेबसाईट पर जाकर अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकता है।
आयुष्मान भारत योजना कार्ड पर 5 लाख रूपये की स्वास्थ्य सुविधाओ का मिलेगा लाभ
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष पात्र परिवार को 5 लाख रूपये तक निःशुल्क लाभ दिया जाता है। सभी संबल कार्ड धारी, खाद्यान पर्ची धारी एवं ऐसे सभी लोग जिनका नाम एस.ई.सी. सूची में हैं। वे सभी आयुष्मान कार्ड के लिए पात्र है। आप अपना आयुष्मान कार्ड अपने पास के लोक सेवा केन्द्र, कॉमन सर्विस सेंटर एवं ग्राम पंचायत भवन में जाकर बनवा सकतें है। कार्ड बनवाने के लिए अपनी परिवार समग्र आई.डी., आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड इनमे से कोई भी दस्तावेज लेकर पहुचना है। ऐसे परिवार जिनमें मुखिया का आयुष्मान कार्ड बना है। वे अपने परिवार के अन्य सभी सदस्यों का कार्ड बनवाएं। उक्त आयुष्मान कार्ड की सेवा प्राप्त करने के लिए निर्धारित शुल्क 30 रूपये नियत है।
एनएसपी पोर्टल पर आवेदन के रजिस्ट्रेशन एवं वेरीफिकेशन की तिथि बढ़ी
राष्ट्रीय मींस कम मेरिट योजना के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल पर नवीन एवं नवीनीकरण के आवेदनों के रजिस्ट्रेशन एवं वेरीफिकेशन की (एनएसपी) तिथि कोविड-19 को देखते हुए बढ़ा दी है। इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने अवगत कराया है कि आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर, स्कूल स्तर पर वेरीफिकेशन की अंतिम तिथि 15 दिसंबर तथा जिला स्तर पर वेरीफिकेशन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर रहेगी।
फिट इंडिया कैपेन का आयोजन
खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा एक से 31 दिसंबर तक फिट इंडिया कैंपेन फिटनेस का डोज आधा घंटा रोज का आयोजन किया जाएगा। पूरे प्रदेश में एक माह तक चलने वाले इस कैपेन में समस्त जन समुदाय की फिटनेस के कार्य एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्यो का क्रियान्वयन किया जाएगा। आयोजन के पहले दिन खेल और युवा कल्याण विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया था जिसमें बच्चों की प्रभात फेरी निकालकर स्वस्थ रहने के जागरूक संदेश दिए गए है। प्रभातफेरी जिला खेल परिसर स्टेडियम से प्रारंभ् हुई जो विवेकानंद चौराहे से होती हुई पुन स्टेडियम में सम्पन्न हुई। फिट इंडिया कैपेन फिटनेस आयोजन के तहत दो दिसम्बर की प्रात सात बजे से स्टेडियम में आत्मरक्षा संबंधी प्रशिक्ष्ण का आयोजन किया जाएगा जिसमें बालिकाओं को विशेष तौर पर आत्मरक्षा संबंधी प्रशिक्षण श्री भूपेन्द्र शर्मा के द्धारा दिया जाएगा।
एस.ए.टी.आई. में अहिंसक स्थानीय अर्थव्यवस्था विषय पर हुआ सेमिनार
ग्राम और शहर की बढ़ती दूरियों को कम करने गो रूर्बन यात्रा विदिषा पहुंची.
विदिशा। एसएटीआई डिग्री में अहिंसक स्थानीय अर्थव्यवस्था विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ रन सिंह परमार, राष्ट्रीय समन्वयक श्री अनीष कुमार, सदस्य दीपक जी ने व्याख्यान दिये। अतिथियों के साथ गो रूर्बन यात्रा एवम् केम्प के कई युवा साथ में थे। सेमिनार के पूर्व मुख्य अतिथि एवम् गो रूर्बन यात्रा के समस्त साथीगण, संस्था संचालक डाॅ. जर्नादन, कार्यक्रम संयोजक डाॅ. राजीव जैन, डाॅ मनोरमा सैनी, डाॅ एस.एस.गोलिया एवम् प्राध्यापकगण ने केम्पस में वृक्षारोपण किया। उसके पष्चात सभी को चरखा केन्द्र एवम् भवन प्रभाग का भ्रमण कराया गया। संस्था के स्मार्ट क्लास रूप में सेमिनार का शुभारंभ दीप प्रज्वलन द्वारा किया गया। सर्वप्रथम संस्था संचालक डाॅ. जर्नादन ने सभी का स्वागत करते हुये कहाकि अहिंसक स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिये विनोवा भावे एवम् बापू महात्मा गांधी के जीवन को आत्मसात करना होगा। ग्राम स्वराज एवम् आत्म निर्भर नारों से अंहिसक अर्थव्यवस्था का निर्माण नहीं होता इसके लिये स्वयं का आत्म निर्माण करना होगा। प्राचीन गुरूकुल एवम् षिक्षा पद्धित में विधार्थियों का आत्म निर्माण होता था जिससे षिष्य समाज एवं देष के लिये आत्म सर्मपण करते थे। आज युवा बेरोजगार केवल कड़ी मेहनत एवम् सत्यवादी न रहने के कारण हैं। बदलाव हमेषा युवा दिमाग की उपज से होता है। सुनहरे भविष्य का निर्माण युवा ही करता है। यही काम हमारी संस्था कर रही हैं। जो मन में वहीं कर्म हो, वचन में हो, तो कभी हिंसा का भाव आयेगा ही नहीं और यही पूण्य का उदय लाता हैं। अर्थव्यवस्था से इॅकालोजी को सही करना होगा तभी रोजगार बढे़गा और युवाओं की इनर्जी सही रहेगी। उन्होनें कहा कि कुछ करो ना करो खुष रहो, खुष रहने से ऊपर वाला आपके साथ होता है। अंत में उन्होंने गो रूर्बन यात्रा के सभी सहभागीयों को शुभकामना दी। एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ रन सिंह परमार ने बताया कि एकता परिषद और अंश हैप्पीनेस सोसाइटी द्वारा शुरू की गई पहल के तहत गो रूर्बन यात्रा निकाली जा रही है। इसका उद्देश्य ग्राम और शहर की बढ़ती दूरियों को कम करना और आपसी समझ बनाना है। गो रुर्बन यात्रा में देश के कई राज्यों से कुल 18 प्रतिभागी शामिल हुए हैं, जिन्हें एक प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है। अहिंसक स्थानीय अर्थव्यवस्था के निर्माण हेतु बुधवार को पथरोटा गांव से गो रूर्बन यात्रा का शुभारंभ किया गया। भारत कॉलिंग सेंटर से यात्रा की शुरूआत हुई। हर गांव-शहर में लोगों को इस यात्रा का उद्देश्य बताते हुये चल रही है। इसमे शामिल युवा अपना कीमती समय त्याग कर अपनेलिये नहीं देष एवम् समाज के लिये निकले है। प्रोत्साहन से लोग समाज सेवा से आगे बढेगे। अर्थव्यवस्था के लिये स्वावलम्बी होना आवष्यक है। हमें कृषि को हर तरह से स्वावलम्बी बनाना होगा। देष अगर स्वावलम्बी बनेगा तभी वह हर तरह से मजबूत एवम् ताकतवर बन पायेगा। यह देष जैविक खेती का परम्परागत देष है, विडम्बना है कि कृषि प्रधान देष होने के बाद भी बढ़ी मात्रा में खाद्य सामग्री आयात की जाती है, जिसके फलस्वरूप अर्थव्यवस्था एवम् प्रगति वाधित होती है जिसपर कही न कही हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। यह यात्रा अहिंसक अर्थव्यवस्था और समाज के अलग अलग विषयों पर समझ बेहतर करने में मदद करेगी। मध्य प्रदेश के अलावा, भारत के 8 से अधिक राज्यों से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र और अन्य राज्य शामिल हैं। राष्ट्रीय समन्वयक श्री अनीष कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस ने भारत की गति को भी थोड़े समय के लिए रोक दिया, इसका सबसे बड़ा प्रभाव अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। हम सभी ने देखा कि किस परिस्थती में सैकड़ों मजदूरों को शहर के गाँव की और पलायन करके आना पड़ा। मुट्ठी भर लोगों को हिंसक अर्थव्यवस्था से लाभ मिलता है, अगर हम चाहते हैं कि सारी मानवता का भला हो, तो हमें पूरी तरह से एक अहिंसक अर्थव्यवस्था को अपनाना होगा। यह समझने के लिए कि एक अहिंसक स्थानीय अर्थव्यवस्था क्या है और इसके उदाहरणों को देखने के लिए, गो रुर्बन यात्रा और कैंप का आयोजन किया गया। इसके पष्चात सभी उपस्थित लोगों को जनादेष नाम की डाक्यूमेट्र्री दिखाई गयी। इस अवसर पर संस्था के अधिकारीगण, कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक डाॅ. राजीव जैन, डाॅ मनोरमा सैनी एवम् डाॅ एस.एस.गोलिया रहे। आभार संयोजक डाॅ. राजीव जैन द्वारा दिया गया।
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