जनसुनवाई कार्यक्रम में 95 आवेदन प्राप्त हुए
पीडित परिवार को संकटापन के तहत मौके पर मदद की गई
पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राही आज लाभांवित होंगे, लाइव प्रसारण के देखने, सुनने के प्रबंध सुनिश्चित हुए
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान पीएम स्वनिधि योजना के शहरी पथ विक्रेताओं को लाभांवित कर उनसे चर्चा करेंगे। उपरोक्त कार्यक्रम छह जनवरी की दोपहर एक बजे से आयोजित किया गया है। प्रदेशयापी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी दोपहर एक से दो बजे तक पीएम स्वनिधि योजना के हितग्राहियों को आयोजन स्थल पर लाभांवित करेंगे। मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने सुनने के प्रबंध विदिशा जिला मुख्यालय पर भी सुनिश्चित किए गए है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम बस स्टेण्ड पुरानी नगरपालिका भवन में आयोजित किया गया है यहां मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाए जाने हेतु एलईडी स्क्रीन लगाई गई है।
केटरिंग एण्ड ब्रेकरी से प्रशिक्षित हुए समूह
बर्ड फ्लू से बचाव हेतु एडवायजरी जारी
विदिशा जिले में पशुपालन विभाग के द्वारा बर्डफ्लू से सतर्कता बरतने हेतु सुझाव संबंधी दिशा निर्देश प्रसारित किए है। पशु चिकित्सा डॉ व्हीके जैन ने बताया कि जिले के सभी मुर्गीपालको, पोल्ट्री फार्म के मालिको एवं आमजनों से अनुरोध किया गया है कि सभी पक्षी जैसे कौये, मुर्गियों आदि में आसामान्य लक्षण दिखने पर अथवा मृत पक्षी पाए जाने पर इसके सूचना तुरंत नजदीक के पशु उपचार केन्द्र को देने में सहयोगप्रद करें ताकि त्वरित जांच एवं बचाव के उपायो का क्रियान्वयन किया जा सकें। बर्डफ्लू बीमारी के प्रमुख लक्षणों में विषाणुजनित रोग है जो सर्दियों में तेजी से फैलता है एवं मनुष्यों में भी महामारी फैल सकती है यह बीमारी पक्षियों में दूषित पानी से अथवा संक्रमित पक्षी के मलमूत्र पंखो, मृत पशु आदि के जरिए पूरे समूह को तेजी से प्रभावित करती है।
सावधानियां
पशु चिकित्सा सेवाएं के प्रभारी उप संचालक डॉ व्हीके जैन ने इन्दौर, मंदसौर आदि जिलो में कौए में बर्डफ्लू से हुई मृत्यु को देखते हुए जिले के आमजनो से बर्डफ्लू बचाव के संबंध में जारी सावधानियों का पालन करने की अपील की है। बर्डफ्लू के बचाव संबंध में जो सावधानियां बतलाई गई है उनमें पक्षियों पर नजर रखें यदि अधिक संख्या में पक्षी मर रहे है, आंखो, गर्दन एवं सिर के आस-पास सूजन है, पंखो, कलगी और टांगो का रंग बदल रहा है तो यह खतरे का संकेत है। इस स्थिति में पशुपालन विभाग के चिकित्सकों को तत्काल सूचना देवे। पक्षियों के बाडो को नियमित रूप से संक्रमण मुक्त करते रहे एवं पक्षियों का भोजन और पानी रोजाना बदले इत्यादि शामिल है।
’फसलों को पाले से बचाने हेतु उपाय अपनाने की सलाह’
उप संचालक सह परियोजना संचालक ’’आत्मा’’ जिला भोपाल ने बताया है कि सर्दी के मौसम में उगाई जाने वाली अधिकांश फसलें पाले से प्रभावित हो सकती है उक्त के दृष्टिगत सब्जी और फल पाले के लिये अधिक संवेदनशील होते है और पाला पड़ने से फसलों को अधिकांश या पूर्ण रूप से हानि हो सकती है, तापमान में अत्याधिक कमी होने के कारण पाला पडने की आशंका आमतौर पर इस समय होती है। उप संचालक ने किसानों को बताया कि जब रात के समय वायुमंडल का तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे चला जाता है, और अचानक हवा बंद हो जाती है तो भूमि के धरातल के आसपास घास फूस एवं पौधो की पत्तियों पर बर्फ की पतली परत जम जाती है, इस पतली परत को पाला कहते है। उन्होंने कहा कि रबी फसलों पर जिस दिन विशेषकर तापमान कम हो शाम को हवा चलना बंद हो जाये ओर रात्रि में आसमान साफ एवं आद्रता प्रतिशत कम हो उस रात पाला पडनें की संभावना अधिक होती है। पाला पडने की संभावना होने पर रात 12 से 2 बजे के आसपास खेत की उत्तर-पश्चिम दिश से आने वाली ठंडी हवा की दिशा में खेत के किनारे पर बोई गई फसलों के आसपास मेढो पर घासफूस एकत्र कर धूऑ करके फसलों को पाले से बचाया जा सकता है। इसी प्रकार हल्की सिंचाई करने से भी फसलों को पाले से बचाया जा सकता है। जिस दिन पाला पडने की संभावना हो उस दिन जलविलेय सल्फर 80 की 500 ग्राम मात्रा प्रति एकड की दर से छिडकाव किया जा सकता है। अथवा 10 से 15 प्रतिषत गौमूत्र का घोल फसलो पर छिडकाव करने से भी फसलों को पाले से बचाया जा सकता है।
खनिज राजस्व की बकाया वसूली हेतु समाधान योजना
खनिज साधन विभाग द्वारा खनिज राजस्व की बकाया वसूली हेतु समाधान योजना सम्पूर्ण प्रदेश में लागू की गई है। योजना के तहत बकायादारों से बकाया राशि की वसूली के संबंध में अलग अलग वर्ष के लिए देय ब्याज दर में माफी प्रदान की गई है। जिला खनिज अधिकारी ने बताया कि 31 मार्च 2010 के पूर्व के सभी खनिज राजस्व बकाया प्रकरणों में देय व्याज को पूर्णतः माफ किया गया है। एक अप्रैल 2010 से 31 मार्च 2018 तक के ऐसे प्रकरण जिनमें बकाया राशि पाँच लाख रूपए से कम है उन पर देय ब्याज को पूर्णतः माफ किया गया है। एक अप्रैल 2010 से 31 मार्च 2018 तक के ऐसे प्रकरण जिनमें मूल बकाया राशि पाँच लाख रूपए से अधिक है उन पर देय ब्याज 24 प्रतिशत के स्थान पर 6 प्रतिशत की वार्षिक दर से साधारण ब्याज वसूल किया जावेगा। यह समाधान योजना राज्य शासन के द्वारा 31 जनवरी 2021 तक के लिए ही लागू की गई है। यदि किसी प्रकरण में न्यायालयीन वाद लंबित है तब उपरोक्तानुसार राशि जमा करने पर वाद वापस लिया जायेगा।
एक वर्षीय अरबी, फारसी और उर्दू कक्षाओं में प्रवेश प्रारंभ
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी संस्कृति परिषद की निगरानी में चल रहे कौमी कौंसिल बराए फरोगे उर्दू जबान, भारत सरकार के एक वर्षीय प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम अरबी भाषा, एक वर्षीय प्रमाण-पत्र फारसी (परशियन) कोर्स और एक वर्षीय उर्दू डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश प्रारंभ हो गये हैं। अरबी, फारसी और उर्दू भाषा सीखने के इच्छुक इस पाठ्यक्रम में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। प्रवेश-पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 28 फरवरी, 2021 नियत की गई है। अरबी कोर्स में प्रवेश के लिये उर्दू की प्रारंभिक शिक्षा के अतिरिक्त उर्दू लिखने और समझने का ज्ञान भी आवश्यक है। फारसी कोर्स में प्रवेश के लिये उर्दू एवं अंग्रेजी लिखने और पढ़ने का ज्ञान आवश्यक है। उर्दू डिप्लोमा कोर्स में शैक्षणिक योग्यता की कोई शर्त नहीं है। तीनों पाठ्यक्रमों में आयु सीमा की बाध्यता नहीं है। प्रति कोर्स 200 रुपये पंजीयन शुल्क प्रवेश के समय जमा होंगे। इसके अलावा अन्य कोई फीस नहीं ली जायेगी। कोर्स की किताबें निरूशुल्क मिलेंगी। प्रवेश-पत्र सीमित हैं। प्रवेश-पत्र की छाया-प्रति स्वीकार नहीं की जायेगी। फार्म मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी के कार्यालय, मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन, बाणगंगा रोड, भोपाल में कार्यालयीन समय में प्राप्त एवं जमा किये जा सकते हैं। अन्य जानकारी के लिये अकादमी के दूरभाष क्रमांक 0755-2551691 पर कार्यालयीन समय में सम्पर्क किया जा सकता है।
कक्षा एक से आठवी के विद्यार्थियों का वार्षिक मूल्यांकन वर्कशीट आधारित होगा
प्रदेश में शासकीय शालाओं में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों का मूल्यांकन वर्कशीट के आधार पर होगा। जिला शिक्षा अधिकारी, ने बताया कि कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों को वर्कशीट दी जाएगी। इसके आधार पर उनका अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक मूल्यांकन किया जाएगा। विद्यार्थियों का अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन जनवरी माह में एवं वार्षिक मूल्यांकन फरवरी एवं मार्च में किया जाएगा। राज्य शिक्षा केंद्र ने माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्ध सभी शासकीय शालाओं में शिक्षण सत्र 2020-21 में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यार्थियों के अर्धवार्षिक मूल्यांकन (प्रतिभा पर्व) एवं वार्षिक मूल्यांकन के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को शालाओं से ही अभ्यास पुस्तिका दी जाएगी जिसके अंत में वर्कशीट होगी। इसमें हिंदी, अंग्रेजी एवं गणित विषय के प्रश्न होंगे। कक्षा तीसरी से आठवीं तक के बच्चों को दी जाने वाली वर्कशीट में कौशल आधारित प्रश्न और प्रोजेक्ट वर्क होगा। वर्कशीट में ही प्रश्नों के उत्तर और प्रोजेक्ट वर्क लिखने के लिए स्थान रहेगा। वर्कशीट में 60 प्रतिशत लिखित एवं 40 प्रतिशत अंक प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर दिए जाएंगे। प्रोजेक्ट वर्क में छात्रों से कोई मॉडल नहीं बनवाया जाएगा। यह प्रोजेक्ट वर्क घर में उपलब्ध रोजमर्रा की सामग्री के आधार पर या घर के सदस्यों से पूछ कर पूरे किए जा सकेंगे। विद्यार्थियों का अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन 20 से 30 जनवरी के मध्य एवं वार्षिक मूल्यांकन 15 से 28 फरवरी और 10 से 20 मार्च के बीच किया जाएगा। परीक्षाफल का निर्धारण अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। ष्हमारा घर-हमारा विद्यालयष् अंतर्गत शिक्षक विद्यार्थियों के सह-शैक्षिक एवं व्यक्तिगत सामाजिक गुणों का मूल्यांकन कर ग्रेड का निर्धारण करेंगे। इन परीक्षाओं का संचालन करते हुए कोविड-19 संक्रमण से बचाव के नियत सुरक्षा मापदंडों और गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
सम्पूर्ण ग्रामीण आबादी पायेगी नल कनेक्शन से पानी
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र को नल कनेक्शन के माध्यम से जलप्रदाय करवाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इस कार्य को पूरा करने के लिए वर्ष 2023 को लक्ष्य बनाकर ग्रामीण क्षेत्र की जलप्रदाय व्यवस्था पर त्वरित गति से कार्य कर रहा है। प्रदेश के सभी ग्रामों में जलप्रदाय व्यवस्था के लिए बनाई गई योजनाओं पर विभागीय अमले द्वारा कार्य किये जा रहे हैं।
’शीतलहर से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाइजरी जारी’
सीएमएचओ डॉ केएस अहिरवार ने जानकारी दी कि शीतलहर के समय विभिन्न प्रकार की बीमारियों की संभावना अधिक बढ़ जाती है जैसे फ्लू, सर्दी, खांसी, जुकाम एवं जुकाम आदि के लक्षणों के हो जाने पर शीघ्र चिकित्सक को दिखाना चाहिए। सीएमएचओ डॉ. तिवारी ने जनसामान्य से अपील की है कि शीतलहर अथवा उससे उत्पन्न बीमारियों से बचने पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े जैसे दस्ताने, टोपी, मफलर एवं जूते आदि पहलें। शीतलहर के समय चुस्त, कपड़े ना पहले उह रक्त संचार को कम करते हैं इसलिए हल्के ढीले-ढाले एवं सूती कपडे बाहर की तरफ एवं उनी कपड़े अंदर की तरफ पहले। पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त भोजन ग्रहण करें एवं शरीर की प्रतिरक्षा बनाये रखने के लिए विटामिन से भरपूर फल और सब्लियां खाएं। नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ अवश्य पीयें। उन्होंने कहा कि शीतलहर के संपर्क में आने से हाईपोथर्मिया होने पर शरीर के तापमान में कमी आ सकती है। जिसके कारण बोलने में कठिनाई, सांस लेने में कठिनाई आदि समस्याएं हो सकती है। ऐसे लक्षण पाए जाने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।
दूरदर्शन पर कक्षा 6 से 8 के शैक्षिक कार्यक्रम भी प्रारंभ
स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश के द्वारा 4 जनवरी 2021 से, कक्षा 6 से 8 के शैक्षिक कार्यक्रमों का प्रसारण, दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर प्रारंभ किया गया है। ये कार्यक्रम सप्ताह में छरू दिवस, सोमवार से शनिवार तक, दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर प्रसारित किए जायेंगे। जिसके तहत कक्षा आठवीं के लिए प्रातरू 11 से 11.30 तक, कक्षा 7वीं के लिए 11.30 से 12 बजे एवं कक्षा छटवीं के लिए दोपहर 12 से 12रू30 तक वीडियो पाठों का प्रसारण किया जायेगा।उल्लेखनीय है कि, स्पोकन इंग्लिश सहित कक्षा 9 एवं 11 के लिये दूरदर्शन, मध्यप्रदेश पर पूर्व से ही शैक्षिक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जा रहा है। जिसके तहत सोमवार से शुक्रवार तक स्पोकन इंग्लिश के कार्यक्रम का प्रसारण प्रातः साढे नौ बजे से 10, कक्षा 11वीं के शैक्षिक कार्यक्रम प्रातः दस से 11 तथा कक्षा 9वीं के कार्यक्रमों का प्रसारण दोपहर 3 से 4 के मध्य प्रसारित किया जा रहा है।
शासकीय अवकाशों की अधिसूचना वेबसाइट पर उपलब्ध
राज्य शासन ने वर्ष 2021 के लिए घोषित किए गए मध्यप्रदेश के शासकीय अवकाशों की अधिसूचना वेबसाइटू www.govtpressmp.nic.in पर उपलब्ध है। संपूर्ण मध्यप्रदेश के शासकीय कार्यालयों तथा संस्थाओं में मनाए जाने वाले अवकाशों की अधिसूचना दिनांक 26 दिसंबर 2020 (क्रमांक 495) को असाधारण राजपत्र में भी जारी की जा चुकी है।
चौपालो से हो रहा है निराकरण
रोजगार मेला 13 को
जिले के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु 13 जनवरी को रोजगार मेले का आयोजन किया गया है। उक्त मेला एसएटीआई के कैलाश सत्यार्थी सभागृह में आयोजित किया गया है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने रोजगार मेला आयोजन को सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित कराने हेतु विभिन्न अधिकारियों को दायित्व सौंपे है और उन्हें निर्देशित किया है कि कोरोना वायरस कोविड 19 की जारी गाइड लाइन का पालन कराते हुए रोजगार मेले का आयोजन किया जाए। कलेक्टर डॉ जैन के द्वारा रोजगार मेला आयोजन हेतु जिन विभागो के अधिकारियो को दायित्व सौंपे गए है उनमें जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री पीडी वंशकार को राज्य तथा अन्य राज्यों में उद्योगो, संभावित नियोक्ताओं से सम्पर्क स्थापित कर रिक्तियां दर्ज कराना तथा रोजगार मेले में उपरोक्तानुसार उद्योग संस्थाओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने का दायित्व सौंपा गया है। इसके अलावा जिला रोजगार अधिकारी, आईटीआई प्राचार्य एवं मॉडल कैरियर सेन्टर के प्रबंधक को संयुक्त रूप से रोजगार मेला हेतु व्यवस्था करना, मेले में पंजीयन का डाटा एवं चयनित युवाओं की सूची कंपनियों से प्राप्त करना, मेले में उपस्थित होने वाले युवाओं का पंजीयन, काउंसलिग कराने की जबावदेंही सौंपी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को रोजगार मेला स्थल पर कोविड 19 सुरक्षा की दृष्टि को ध्यानगत रखते हुए सेनेटाईजर एवं अन्य संसाधन की व्यवस्थाएं तथा समस्त जनपदो के सीईओ तथा एसआरएलएम के जिला परियोजना प्रबंधक को रोजगार मेला का व्यापक प्रचार प्रसार करने की तथा विदिशा मुख्य नगरपालिका अधिकारी को आयोजन स्थल पर स्वच्छ पेयजल तथा साफ सफाई के प्रबंध क्रियान्वित करने की जबावदेंही सौंपी गई है। एसएटीआई के संचालक को आयोजन स्थल कैलाश सत्यार्थी भवन को उपलब्ध एवं स्थानीय व्यवस्था की आवश्यक कार्यवाही करने तथा थाना प्रभारी देहात थाना को मेला में सुरक्षा व्यवस्था एवं कोविड 19 के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिग का पालन कराए जाने की जबावदेंही सौंपी गई है।
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